शायरी 1
सुर्ख़ सफ़ाह, आबनूसी निगाहें, क़मर सी सूरत, ये जामे काही। औ’ जुल्फ़ें शुतुरी, अदाएँ क़ातिल, तुम्हारी गर्दन कोई सुराही। तुम्हारे आशिक़ हैं कितने सारे — दिलों पे खंजर के वार...
Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · शायरी उर्दू शायरी · शायरी हिंदी