Ravi Betulwala Poetry Writing Challenge-3 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravi Betulwala 30 May 2024 · 1 min read मेरा दिल अंदर तक सहम गया..!! हँसते -मुस्कुराते चेहरों के कई टूटे दिल, कई टूटे सपने ! होंठो पर लफ्ज़ है रुके हुए आँखों में आँसू थमे हुए ! ये चंचल मन क्यूँ बिखर गया ये... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 4 157 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read क़म्बख्त ये बेपरवाही कहीं उलझा ना दे मुझको, क़म्बख्त ये बेपरवाही कहीं उलझा ना दे मुझको, जितना लगता हूँ सुलझा हुआ.. उतना ही बहका हुआ हूँ मैं, रात का मुसाफिर हूँ अंधेरों से याराना है.. डरना मैंने सीखा... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 70 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read लहज़ा तेरी नफरत का मुझे सता रहा है, लहज़ा तेरी नफरत का मुझे सता रहा है, तुम ही करीब आये थे और तुम ही दूर जा रही हो... खुदा जाने किस तरह का इश्क़ निभाया जा रहा है,... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 81 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने, शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने, इज़्ज़त से इज़्ज़त भी कमाई हमने, हर कहीं सिर्फ.. तहज़ीब ही दिखाई जाये..ये जरुरी तो नहीं, हमेशा अच्छा रहने की कसम थोड़ी खायी है... Poetry Writing Challenge-3 · शेर 1 89 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read तेरे शहर में आया हूँ, नाम तो सुन ही लिया होगा.. तेरे शहर में आया हूँ, नाम तो सुन ही लिया होगा.. चुपके से तेरे दिल ने... मुझसे मिलने का फैसला भी किया ही होगा, तुम नहीं मिलोगी मुझसे ये जानता... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 90 Share Ravi Betulwala 29 May 2024 · 1 min read अपना ईमान तक गवाये बैठे है...!! एक चेहरे पर ना जाने कितने मुखड़े लगाये बैठे है, एक भरोसे के दिखावे पर कितने बेईमान छुपाये बैठे है, इतने भी कितने गिर चले है लोग यहां.. किसी को... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 76 Share Ravi Betulwala 25 May 2024 · 1 min read थोड़ा Success हो जाने दो यारों...!! थोड़ा Success हो जाने दो यारों, अपनी कहानी भी सबको सुनाऊंगा, थोड़ा वक़्त लगेगा... पर इसी महफ़िल में लौट कर वापस आऊंगा ! दुनिया की तमाम बंदिशे तोड़कर निकल पड़ा... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 4 4 139 Share Ravi Betulwala 25 May 2024 · 1 min read . क्यूँ लोगों से सुनने की चाह में अपना वक़्त गवाएं बैठे हो !! इस खामोश चेहरे के पीछे किसका दर्द छुपाये बैठे हो, आँखों की नमी साफ - साफ कह रही है, तुम ही कह दो सच... कितने धोखे खाये बैठे हो, दिल... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 3 61 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read दिल की बात आंखों से कहने में वक्त लगता है.. इस खामोश चेहरे के पीछे किसका दर्द छुपाए बैठे हो, आंखों की नमी साफ-साफ कह रही है.. तुम ही कह दो सच कितने धोखे खाये बैठे हो.. दिल की बात... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 64 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read ना मैं निकला..ना मेरा वक्त कही..!! मैं खुद को खुद में ढूंढता हूं..फिर खुद में ही खो जाता हूँ, मेरे अंतर्मन के ख्यालों से खुद को ही बहलाता हूँ, कोई देखे अगर मुझे एक नजर.. बिना... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 46 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read तुम्हें करीब आने के लिए मेरे, तुम्हें करीब आने के लिए मेरे, अपनी नियत बदलनी होगी ! जो पिछली तस्वीर थी तुम्हारे मन में मेरे चेहरे से वह तस्वीर बदलनी होगी !! ❤️ *Love* *Ravi* ❤️ Poetry Writing Challenge-3 · शेर 1 69 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read कोई वजह अब बना लो सनम तुम... फिर से मेरे करीब आ जाने को..!! तुम्हें भूलना मुश्किल लगे क्यूँ , खुद को भूलना इतना आसान क्यूँ , तुम ही तुम बसी हो क्यूँ यादों में अब भी, तुम ही तुम हो क्यूँ सवालों में... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 89 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read लफ्जों को बहरहाल रखा...!! एक तो तेरे दिल का हाल मैंने एकतरफा रखा, उस पर भी मैंने अपना दिल तेरी खातिर निकाल कर रखा ! तेरे दिल को शायद मेरे इश्क-ऐ-इबादत की परवाह नहीं,... Poetry Writing Challenge-3 · शेर 1 44 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read Nonveg-Love सिर से घूँघट भी उसका उतर जायेगा.. ज़ब मेरे दिल से दिल उसका मिल जायेगा.. फिर ये सांसे भी साँसो में घुल जाएगी.. वो बाहों में होकर मुस्कुरायेगी.. धीरे -... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 55 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read एक तरफा मोहब्बत...!! एक तरफा मोहब्बत का यह आलम होता है, चाहने वाला हमेशा मोहब्बत को तरसता है...!! ❤️ *Love* *Ravi* ❤️ Poetry Writing Challenge-3 · शेर 2 1 36 Share Ravi Betulwala 23 May 2024 · 1 min read मेरे यार सारे किसी परिवार से कम नहीं...!! मैं ढूंढता रहा शहरो-शहर.. मेरे यारों-सा मुकम्मल कोई मिला नहीं... जब भी मिलते हैं हर रिश्ते की कमी पूरी कर देते हैं... मेरे यार सारे किसी परिवार से कम नहीं...!!... Poetry Writing Challenge-3 · शेर 1 37 Share Ravi Betulwala 22 May 2024 · 1 min read मैंने किस्सा बदल दिया...!! मैंने किस्सा बदल दिया सवालों और जवाबों का, मेरी खामोशी को गलत मत समझ बैठना.. ये पैमाना है हिसाबों का...!! ❤️ *Love* *Ravi* ❤️ Poetry Writing Challenge-3 · शेर 2 93 Share Ravi Betulwala 21 May 2024 · 1 min read मजदूर...!! एक मजबूरी का रंग देखा मजदूरो के संग, कुछ पैसों की खातिर जर्जर कर गए हो तन, कभी हाथ- पांव में फफोले मिले.. कुछ औजारों के घाँव से सने.. जिंदगी... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 3 79 Share Ravi Betulwala 19 May 2024 · 1 min read Don't Be Judgemental...!! सच कहने से मैं घबराता नहीं और झूठों संग यारी निभाता नहीं, आंखों में आंखें डाल कर बात करता हूं.. मैं अपनी बात से मुकर पाता नहीं, कोई सच्ची करें... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 288 Share Ravi Betulwala 19 May 2024 · 1 min read इश्क के कई जहाजों सहित.. डूब के किनारे पर आए हैं हम...!! आशिकी के समुन्दर को तैर के पार कर आए हैं हम धोखों भरी लहरों से कई थपेड़े खाए हैं हम, जिंदगी जहन्नुम-सी कर जाती है... ये आशिकी भी कमीनी चीज... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 46 Share Ravi Betulwala 17 May 2024 · 1 min read साथ चल के जीं ले जिंदगी अरमानों की...।। तुमसे मिलकर हम तो..खो गए हैं राहों में, इश्क में है हम..या इश्क है निगाहों में, भा गई हो मुझको तुम.. हर एक अदाओं में, ना तुम-सा कोई है..ना कोई... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 1 124 Share Ravi Betulwala 13 May 2024 · 2 min read मैं बिल्कुल आम-सा बंदा हूँ...!! बिल्कुल सिंपल-सी लाइफ है मेरी..और बिल्कुल आम-सा बंदा हूं, बहुत ज्यादा मेरे सपने नहीं..पर जितने भी है उन्हीं को पूरा करने की होड़ में लगा रहता हूं, कोई फिक्र नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 2 126 Share Ravi Betulwala 12 May 2024 · 1 min read थकान...!! दिन का पहला अलार्म रोज नींद तोड़ जाता है, याद दिला जाता है कि.. हम परदेश में है बाबू, यहां नींद होने से पहले जागना, अधूरी नींद में जैसे-तैसे तैयार... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 2 132 Share Ravi Betulwala 11 May 2024 · 1 min read मैं भी भूल जाऊं तुझको तो बता कौन सा है गम...!! गुजर गया वह वक्त तेरे बिना, कौन से शहर में जाने कौन सा था जहां, आंसुओं का जहर भी पीता था मैं हर दिन, घुट घुट कर ही सही पर... Poetry Writing Challenge-3 · लेख 2 60 Share