Dr.Priya Soni Khare Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.Priya Soni Khare 26 May 2024 · 1 min read पहचान तुम मुझे मेरे नाम से जानते हो मेरी ऊर्जा को कहां पहचानते हो ठोकरें ,रुकावटें कांटे सब मंजिल तक पहुंचाते हैं पर तुम हो कि रास्तों को ही मंजिल मानते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 127 Share Dr.Priya Soni Khare 26 May 2024 · 1 min read संस्कारी लड़की तुम उड़ क्यूं नहीं जाती पंख होते हुए भी सहती हो भाग भी नहीं पाती पैर तुम्हारे सही सलामत है बोलती भी नहीं ऊंची आवाज़ में ईश्वर ने मना नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 6 134 Share Dr.Priya Soni Khare 25 May 2024 · 1 min read शाश्वत सत्य श्वास मिली जब शरीर को रोए चीखें चिल्लाए , श्वास जाए जब शरीर से शांत मुग्ध हो जाए। धड़कन धड़कन प्रेम हो हृदय प्रेम आधार, घृणा ईर्ष्या द्वेष को मत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 2 141 Share Dr.Priya Soni Khare 25 May 2024 · 1 min read जब तुम जब तुम मेरे सामने नहीं होते तो मेरे भीतर होते हो वैसे ही जैसे कछुआ सिमट जाता है मुंह, हाथ, पैर समेट कर अपनी खोली के भीतर, या फिर किसी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 117 Share Dr.Priya Soni Khare 24 May 2024 · 1 min read बुद्धं शरणं गच्छामि दुःख बुद्ध की दृष्टि से वह कारण है जिसका निवारण किया जा सकता है पर बुद्ध ने सुख की बात नहीं की क्योंकि दुःख को जान लेना ही सुख है। Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 115 Share Dr.Priya Soni Khare 21 May 2024 · 1 min read गुजरा ज़माना गांव फिर से बसाने होंगे पेड़ मिट्टी में लगाने होंगे कोने में पड़े मूसल और सिलबट्टे वापस आंगन में सजाने होंगे मां जिन लड्डू और हलवा को हमें डांट कर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 92 Share Dr.Priya Soni Khare 21 May 2024 · 1 min read गुरु की महिमा गुरुकृपा सौभाग्य है,गुरु ज्ञान ब्रह्मास्त्र, गुरु की महिमा कैसे कहूँ, अल्प शब्द का ज्ञान। प्रथम पाठ माँ से पढ़ा,पिता ज्ञान की खान, कण -कण ने अनुभव दिया,तब जीवन हुआ महान।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 86 Share Dr.Priya Soni Khare 20 May 2024 · 1 min read चुप चुप क्यों हो पूछा उसने भीतर तूफ़ान सा उठा, धड़कने धौकनी सी तेज़ हो गई दिमाग़ में सन्नाटे गूंजने लगे आंखे नीर से भर गई होंठ कांपने लगे पर मुंह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 97 Share Dr.Priya Soni Khare 19 May 2024 · 1 min read फ़ितरत दर्द मेरा मुझे ही छलने लगा पलक बंद होते ही मोतियों सा झरने लगा होठों पर मुस्कान बरक़रार रही भीतर भीतर अकेला रहने लगा बहुत समझाया इसको दर्द बांटना बेकार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 88 Share Dr.Priya Soni Khare 19 May 2024 · 1 min read कविता अनचाहा कुछ घटता है मन खुद ही कलम पकड़ता है संवेदना के स्पंदन से फूट फूट कर रिसता है कुछ कही अनकही बातों से जब भीतर दर्द उपजता है हृदय... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 121 Share Dr.Priya Soni Khare 17 May 2024 · 1 min read सुंदर नाता अंतर्मन का वाह्य मन से बड़ा ही सुंदर नाता है जब भी कहता है कुछ वाह्य मन अंतर्मन तुरंत पूरा करने लग जाता है वाह्य मन मेरी डायरी, चश्मा और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 89 Share Dr.Priya Soni Khare 15 May 2024 · 1 min read भ्रम मन में भ्रम पाले बैठे हैं कुछ लोग दिखावे को सच मान बैठे हैं करता है कोई नाम होता किसी का रोज़ होते तमाशों का पैरोकार बने बैठे हैं मेहनत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 115 Share Dr.Priya Soni Khare 14 May 2024 · 1 min read मेरा स्वर्ग मैंने अपना स्वर्ग खुद गढ़ा है कभी निकल पड़ी अकेले सैर के लिए कभी अनदेखा किया दूसरों के ताने कभी शांत पड़ी रही नहीं किया विद्रोह कभी बतियाया अजनबियों से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 116 Share Dr.Priya Soni Khare 13 May 2024 · 1 min read स्नेह का बंधन पन्नों को पलट कर क्या जान पाओगे अपने भीतर देखो वही भाव पाओगे मेरे स्नेह का साकार रूप तुम हो इसका प्रति उत्तर कैसे दे पाओगे चाहो तुम कुछ भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 73 Share Dr.Priya Soni Khare 12 May 2024 · 1 min read विकल्प मन ने चुना पगडंडी विकल्प थे चौराहे, सड़क और हाईवे मन ने चुना गांव विकल्प थे शहर, महानगर और विदेश मन ने चुना प्रेम विकल्प थे दिखावा, झूठ और अहंकार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 88 Share Dr.Priya Soni Khare 12 May 2024 · 1 min read मां मेरे शरीर के भार को वहन करने वाली मुझे गुरुत्वाकर्षण के विरूद्ध खड़ा करने वाली धरती माँ को नमन । मेरी भावनाओं को सशक्त कर मेरी भुजाओं में बल भरने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 111 Share Dr.Priya Soni Khare 11 May 2024 · 1 min read जिंदगी जिंदगी जब भी सवाल करती है जवाब आस पास रखती है खुली आंखों से जब डराती है बंद आंखों में आस रखती है हम व्यर्थ में उलझते है वो हर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 121 Share Dr.Priya Soni Khare 10 May 2024 · 1 min read प्रेम की नाव वर्तुल सी दुनिया, और शून्य सा भाव, चल पड़ी जिंदगी, वह भी नंगे पांव, शब्द है अनाड़ी और अर्थ के हैं विकल्प, चुनते सब शहर हैं, कहते हैं गांव, ठहरा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 127 Share Dr.Priya Soni Khare 8 May 2024 · 1 min read समय बिना सोचे अपना सारा समय तुम्हें दे दिया अब सोचती हूं समय ! था मेरे पास जो तुम्हें दे दिया । Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 119 Share Dr.Priya Soni Khare 7 May 2024 · 1 min read उत्तर प्रश्न पत्थर है उत्तर मूर्ति जितना प्रश्न को तराशोगे उत्तर उतना ही सुंदर और स्पष्ट होगा। Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 105 Share Dr.Priya Soni Khare 7 May 2024 · 1 min read विकट संयोग मैं चाह लेती तो मन न चाहता मैं और मन दो अलग धाराएं है मन मुझसे मिलना नही चाहता और न ही मैं मन को अपनाना चाहती हूं, मन और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 124 Share Dr.Priya Soni Khare 6 May 2024 · 1 min read वो मेरी कविता वो मेरी कविता झुलस गई तपती दुपहरी में एक तो अभी भी ठिठुर रही है पेड़ के पीछे दिया था मैंने छाता मत भीग पगली कोई नही आने वाला तुझे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 161 Share Dr.Priya Soni Khare 4 May 2024 · 1 min read मेरा हाथ मेरा हाथ तेरे हाथों में ऐसे जुड़ जाता है जैसे बना ही है सिर्फ़ इन्हीं हाथों के साथ के लिए अब और क्या सांसों में घुल गई है खुशबू तेरी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 90 Share Dr.Priya Soni Khare 2 May 2024 · 1 min read रण चंडी आधी दुनिया अधूरा किरदार बिन मांगे मिला पल– पल तिरस्कार मेहनत की रोटी खुद ही कमा ली फिर भी ना मेरा कोई घर ना मैं कहीं किराएदार अपेक्षाएं त्याग दी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 2 137 Share Dr.Priya Soni Khare 1 May 2024 · 1 min read पिता दिन में सूरज, रात में चांद है , पिता मेरे लिए पूरा आसमान है । इच्छा मेरी, प्रयास उसके , जीवन समस्या तो पिता समाधान है । मन उलझे या... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 2 136 Share