ओमप्रकाश भारती *ओम्* Poetry Writing Challenge-3 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओमप्रकाश भारती *ओम्* 23 May 2024 · 1 min read सांझ सुहानी मोती गार्डन की सांझ सुहानी मोती गार्डन की पश्चिम में आसमान की केसरिया रंगत सुंदर फूल सजीले , कलरव पंछियों का भ्रमण करते आबाल वृद्ध स्त्री पुरुष जलाशय में नौका बिहार का आनंद... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 96 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 20 May 2024 · 1 min read प्राणों से प्यारा देश हमारा यह देश हमारा है ! प्राणों से प्यारा है ! आओ इसे बनाएं हम आओ इसे बसाएं हम आओ इसे सजाएं हम..... यह देश हमारा है ! प्राणों से प्यारा... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 121 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 20 May 2024 · 1 min read बहू बेटी है , बेटी नहीं पराई मायके से एक बेटी बहू बनकर आई दोनों घरों में नहीं अब वह है बेटी पराई उसने माता-पिता का घर नहीं है छोड़ा उसने तो दो घरों को सदा के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 56 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 May 2024 · 1 min read संसार मेरे सपनों का संसार मेरे सपनों का कैसा हो मानव में मानवता रहे ऐसा हो बना रहे मानव में सद् व्यवहार सदा रहे संवेदनाओं का भंडार हर पल रहें करने सेवा को तैयार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 78 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 May 2024 · 1 min read योग-प्राणायाम योग करते रहें हम आम ओ खास सुंदर सार्थक स्वास्थ्यप्रद अभ्यास कोई रोग नहीं आएगा हमारे पास *ओम्* का है इस पर दृढ़ विश्वास साथ ही करें हम उत्तम प्राणायाम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 75 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 May 2024 · 1 min read वसंत ऋतु मीठी सूरज की चमक , फैली फूलों की महक , उड़ी रंगो की धमक *ऋतु वसंत* का यही तो श्रृंगार है गूंजे भंँवरों की गुंजन , होता नव पल्लव सृजन... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 78 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read बाईसवीं सदी की दुनिया लगता है तकनीकी पहुंच गई अपने चरम पर देखा जाए तो इसकी अभी और लंबी है डगर मानव चांद पर पहुंचा है किंतु मंगल पर नहीं खोजना अभी बाकी है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 68 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read राधा-मोहन वृंदावन छोड़ के *मोहन* , *राधा* बरसाना गांँव बैठे यमुना तट की ठाँव , *ओम्* कदंब की छांँव मोहन अधर विराजत मुरली , राधा कर पुष्प हार राधा निहारत श्याम... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 56 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read वृक्षारोपण ज्यों ज्यों होता रहेगा *वृक्षारोपण* त्यों त्यों शुद्ध होता रहेगा पर्यावरण प्रदूषण द्विजारेय (CO2) का होगा अवशोषण स्वस्थ रहेगा *ओम्* जन-जन का तन मन ओमप्रकाश भारती ओम् बालाघाट मध्यप्रदेश Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 71 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read बचपन बनाम पचपन किस्सा सुनिए बचपन का और साथ ही पचपन का खेलो खाओ बचपन में बेफिक्री है बचपन में बच्चों सा है पचपन में अच्छों सा है पचपन में माता-पिता का लाड़... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 50 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read नूतन वर्ष अभिनंदन नूतन वर्ष तुम्हारा , सादर वंदन है , अभिनंदन है मलयागिरि की मंद सुगंध बयार , शीतल चंदन है मन का राग , द्वेष , छल, छद्मवेष , अभिमान त्याग... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 32 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read होली बुरा ना मानो होली है यह हमरे दिल की बोली है लेकर आई होली , जब वसंत के रंग क्यों न खेलें हम सभी , प्रकृति के संग छोड़ें रासायनिक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 40 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read कविता कविता भी होती सरल जैसे जल होता तरल पढ़ मन न होता विह्वल दिल करे पढ़ने हर पल मिलन हो जाता सरल गर कविता न होती सरल *ओम्* कैसे पाते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 47 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read आजादी के दोहे भारत मेरा देश है , देते सभी नजीर । *ओम्* राजा रहे नहीं , देश बैठे वजीर ।। आजादी पचहत्तर की , देश अभी आजाद । *ओम्* सदा ऐसा करें... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 73 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 May 2024 · 1 min read गर्म जल कुंड मंडला-जबलपुर सड़क मार्ग पर स्थित नर्मदा किनारे दूरी मात्र है सोलह किलोमीटर मंडला नगर से हमारे प्रकृति का अनोखा स्थल यह गर्म जल कुंड गूंँजता कलरव पंछियों का दिखते उनके... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 76 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 May 2024 · 1 min read अनहोनी समोनी छिंदवाड़ा जिले में अलबेली अनहोनी समोनी जहां भू-गर्भ से निरंतर निकलता है गर्म पानी युक्ति उत्तम है शरीर के चर्म रोग हटाने की स्नानकर गंधकयुक्त पानी से मुक्ति पाने की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 70 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 16 May 2024 · 1 min read कविता बिन जीवन सूना कविता है तो जीवन सरस कविता बिन जीवन नीरस कविता जीवन में खुशियांँ भर देती कविता जीवन के गमों को दूर कर देती कविता जवानों में जोश भर देती कविता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 64 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 9 May 2024 · 1 min read नर तन में जतन नर तन पाया जतन कर ले बंदे वरना पड़ेगा पछताना चार दिनों का मेहमान है जग में फिर वापस घर को जाना इस दुनिया में आया है तो कर ले... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 60 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 9 May 2024 · 1 min read विश्व टीकाकरण सप्ताह आओ मनाएँ विश्व टीकाकरण सप्ताह प्रतिवर्ष अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह विश्व स्वास्थ्य संगठन ने की थी शुरुआत स्वस्थ हुए बच्चे कई रोगों का हुआ नाश जन सामान्य को संरक्षित... Poetry Writing Challenge-3 43 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 9 May 2024 · 1 min read शाकाहार स्वस्थ आहार जग में सर्वोत्तम शाकाहार इससे न दूजा स्वस्थ आहार जब भी आता व्रत त्यौहार प्रथम श्रेणी में लें जलाहार द्वितीय श्रेणी में रसाहार तृतीय श्रेणी में हो फलाहार शाकाहारी बनेगा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 73 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 May 2024 · 1 min read जवान और किसान जय जवान और जय किसान का नारा सबसे प्यारा दोनों ही हम सबके रक्षक ऐसा हिंदुस्तान हमारा एक करे सरहद की रक्षा दूजा करे जीवन की रक्षा जवान को हिम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 52 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 May 2024 · 1 min read गर्मी बनाम चुनावी सरगर्मी मौसम की गर्मी और चुनावी सरगर्मी नवरात्र के धर्मी और नास्तिक विधर्मी गर्मी को वर्षा कर रही शांत पर चुनाव में सभी हैं अशांत क्या नेता क्या कार्यकर्ता सभी सरकारी... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 3 61 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 May 2024 · 1 min read लोकतंत्र का पर्व महान - मतदान चलो रे भाई चलो री बहना करने चलें आज मतदान लोकतंत्र का पर्व महान ।। जग का सबसे बड़ा लोकतंत्र हमारा वोट डालना अनिवार्य कर्तव्य हमारा जनता का , जनता... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 2 63 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 May 2024 · 1 min read करो देश से प्यार करो देश से प्यार साथियों कभी न छोड़ो घर बार अपने गांव शहर देश में ही करें रोजगार व्यापार वरना हजारों किलोमीटर पैदल चल घर वापस आना पड़ेगा दूर विदेश... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 57 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 May 2024 · 1 min read सखि आया वसंत सखि वन में खिले अमलतास खुशबू उनमें है खास रंग उसका सुनहरा पेड़ है हरा भरा नाच उठा मन भ्रमरा टूट गया भ्रम हमरा सखी उपवन में गुलमोहर की बहार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 98 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 May 2024 · 1 min read भक्ति में शक्ति भक्ति में शक्ति , शक्ति में भक्ति न मानी तो हो जाएगी विरक्ति वेदांत में सिद्धांत , सिद्धांत में वेदांत न माना तो हो जाएगा अंत अच्छाई में सच्चाई ,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 100 Share