डॉ नवीन जोशी 'नवल' Poetry Writing Challenge-3 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read दोहे कोरोना के काल में, हर जन था भयभीत । हार मनुज की यह कहूँ, या प्रकृति की जीत।१। चली हवा शह-मात की, बात बिना आधार। ज्ञानवान वे बन गये, बिकते... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 2 95 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read छठी पर्व दोहे ----- छठी अलौकिक पर्व है, एक कठिन उपवास । अर्क देव को अर्घ्य दें, लेकर दृढ़ विश्वास ।१। शीतल जल में अर्घ्य ले, खड़े बिना पदत्राण । अस्त-उदय होते... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 88 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read दोहे मुझको भी बिखरे मिले, बीच डगर पर शूल, पर हारा मैं भी नहीं, वहीं उगाये फूल।१। बीस भुजा दस शीश थे, आलय आलीशान। मगर कहो लंकेश का,टिका कहाँ अभिमान।२। भूषण... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 83 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read नैन दोहे ------ नैना से नैना मिले, हुए बेखबर गात । बीच डगर में हो पड़ी, नैनन ही से बात।१। नैनों में है शोभती, यू काजर की रेख। प्रतिपदा के चांद... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 106 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read धर्मदण्ड भारत के संस्कृति संवाहक, अडिग रहो नित निज प्रण में, करो धर्मयुत कर्म सदा, विश्वास करो बस जन-गण में। असुर सदा बाधक होते हैं, लेकिन मत विचलित होना, धर्मदंड को... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 73 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read स्वाभिमान जग से क्या डरना, पर खुद से डर जाना ही अच्छा होगा, दुनिया से क्या आशा, प्रभु के दर जाना ही अच्छा होगा। सर कटना ही बेहतर होता, महफिल में... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 76 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read कलम आज कलम को तीर बना दूँ, अपने मन की पीर बना दूँ । पत्थर पर जो अमिट रहेगी, ऐसी एक लकीर बना दूँ।। - नवीन जोशी 'नवल' Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 76 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read जीवन जीवन में आगे बढ़ने को, सतत प्रयत्न मनुज करता है। किंतु अप्राप्य सुखों को पाने, जीते जी ही नित मरता है।। असंख्य मन मष्तिक में पाले, सपनों में खोया भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 115 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read शुभकामना संदेश जीवन भर खुशियाँ मिलें, ईश कृपा हो माथ। रहें सदा जैसे रहे, कवि-कविता का साथ।। कवि-कविता का साथ, रहे ना इक दूजे बिन। रहो महकते झूमते, तुम हरपल हर दिन।।... Poetry Writing Challenge-3 · कुण्डलिया 62 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read आशा दुख सुख आते जाते रहते, किंतु निराशा ठीक नहीं है। कर्म पंथ पर अडिग चले जो, जीवन जीता सुखद वही है।। देखो तरुवर के जीवन में, एक समय पतझड़ छाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 60 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 30 May 2024 · 1 min read मन मयूर मायूस क्यों है दिल मेरे, अब जाग तू, बुझा ले निज अश्रु से यह आग तू। सफलता चूमेगी, तेरी चरण रज, जंग है यह जिंदगी, मत भाग तू।। देख मरघट,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 103 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 30 May 2024 · 1 min read बता देना। फिर घटाएं घट गईं तो बता देना। सर्द रातें कट गईं तो बता देना ।। आज तो मासूमियत है चेहरे पर, मुश्किलें यदि छंट गई तो बता देना।। दूरियां थी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · ग़ज़ल 1 84 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 29 May 2024 · 1 min read याचना मातु तेरे द्वार आऊॅं, थाल दीपों की लिये, भाव की बाती बनाऊँ, याचनाओं के दिये। तेल मेरी कामनाएं, और ज्वाला हृदय की, बाल दूँ दर पे सभी मैं, शीश चरणों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 87 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 29 May 2024 · 1 min read राष्ट्र-मंदिर के पुजारी राष्ट्र-मंदिर के पुजारी, प्रगति-पथ पर बढ़ रहे हैं। थी निराशा हर तरफ, थी सुप्त मांँ भारत की गोदी, दूत भेजा इष्ट ने तब, सौराष्ट्र से 'नरेन्द्र मोदी' । व्याप्त था... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 100 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 28 May 2024 · 2 min read मैं नहीं मधु का उपासक मैं नहीं मधु का उपासक, है गरल से प्रेम मुझको । कीर्ति, सुख, ऐश्वर्य, धनबल, बाहुबल और बुद्धि बंचित, सम्पदा से हीन हूँ मैं, फिर मुझे क्यों दम्भ होगा ?... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 91 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 27 May 2024 · 1 min read कलम का क्रंदन कलम को कलम रहने दो, तलवार मत करो ! लेखन एक सन्देश हो खर-पतवार मत करो !! सबके अपने-अपने मत हैं, सबके अपने-अपने पथ हैं, अगणित शिष्टजन समाज में, मानव... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 112 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 25 May 2024 · 1 min read लोकतंत्र का महापर्व पहले हम कर्तव्य निभाकर, फिर पीछे जलपान करेंगे। लोकतंत्र के महापर्व पर, हम अपना मतदान करेंगे।। हम भी सैनिक भारत माँ के, अपना फर्ज निभायेंगे, अपनी यह लघु आहुति से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · गीत 1 87 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 18 May 2024 · 1 min read भारत के सैनिक मैं भारत का सैनिक हूँ, भारत माँ मुझको प्यारी है। अडिग खड़ा हूँ सीमा पर दुश्मन को मार भगाऊंगा, अंतिम क्षण तक भारत माँ मैं तेरे ही गुण गाऊंगा। देश... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 78 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 17 May 2024 · 1 min read राष्ट्रहित में मतदान करें संविधान से शक्ति लेकर, आओ अमृतपान करें, चलो सभी मतदान करें.......२.... ! महाशक्ति हो देश हमारा, उसी के हित में वोट करें, अपनी उंगली की ताकत से, देशद्रोह पर चोट... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 46 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 15 May 2024 · 1 min read जन्मदिन शुभकामना संशय यह है आज आपको, कैसे प्रेषित करूँ बधाई! उर में नित बसते हो तो फिर, किन शब्दों से कहूँ बधाई! पर है जन्मदिवस आपका, साहस करके कलम उठाई। मारी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 15 May 2024 · 1 min read होली प्रेम व सौहार्द का त्यौहार होली, सरलता, समभाव का आधार होली। रँगो निज को भूलकर मतभेद सारे, मलिन मन से है नहीं स्वीकार होली।। यूँ लगे ज्यों प्रकृति के उद्गार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 1 94 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 12 May 2024 · 1 min read पलायन (जर्जर मकानों की व्यथा) कान लगाकर सुनो, ध्यान से देखो तो, परवश हृदय पुकारें भी कुछ कहती हैं।। फागुन, सावन, तीज, पर्व सब नीरस हैं, ये शीतल मंद बयारें भी कुछ कहती हैं।। देह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 92 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 12 May 2024 · 1 min read जीवन संगिनी जीवन के सफर सुहाने में, खुशियाॅं अपार हो लाई तुम। दुख में -सुख में जीवन पथ पर, देती हो संग दिखाई तुम।। पल-पल, क्षण-क्षण निज जीवन का, करती हो कभी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 92 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 12 May 2024 · 1 min read बिटिया विदा हो गई नव-जीवन का साथ निभाने, एक नया संसार बसाने, दुनिया की यह रीत निभाने, प्यारी बिटिया चली गई है ।। खेल-खिलौने यहीं छोड़कर, नए पंख- परिधान ओढ़कर, बाबुल का उद्यान छोड़कर,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 108 Share