Raju Gajbhiye Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Raju Gajbhiye 6 May 2024 · 1 min read रंग जाओ रंग जाओं ओ माई ... ओ माई ... ओ माई ... उस मासूम ने मुरझा हुआ चेहरा लेकर व भुख से व्याकुल होकर लगातार आवाज़ दे रहा था । घर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 98 Share Raju Gajbhiye 6 May 2024 · 1 min read मुलभुत प्रश्न मुलभुत प्रश्न ना बताओं रहस्यात्मक चमत्कार विचार ना फैलाओं कटुता , व्देष संकीर्णता विकार ना उलझाओं मुख्य मुलभुत समस्याओं को ना फैलाओं नदारद झुठी अफवाहों को हर एक का प्रश्न... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 136 Share Raju Gajbhiye 5 May 2024 · 1 min read नेता नेता आहत भावनाओं के बोल बोलते हैं बिगड़े हूऐ आचरण करते हैं फिर भी संन्यासी बगुला भगत बनते हैं पकड़े गऐ तो भी, दूधिया धुला करते हैं मुँह में राम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 87 Share Raju Gajbhiye 5 May 2024 · 1 min read शरद पूर्णिमा शरद पूर्णिमा अश्विन मास शुक्ल पक्ष शरद पूर्णिमा, कोजागरी , कौमुदी , रास महोत्सव मनाना । गौ , क्षीर , खीर चन्द्रप्रभा रश्मि अमृत मिलना ।। षोडश कलाओं युक्त औषधीश... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 96 Share Raju Gajbhiye 5 May 2024 · 1 min read स्नेह - प्यार की होली स्नेह - प्यार की होली फागून का महिना , शुभकामनाएं का रंग लगाओ झुमों , नाचों - गाओं , होली का उत्सव मनाओ होली हैं , प्रेम एवं एकता को... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 100 Share Raju Gajbhiye 4 May 2024 · 1 min read पिता पिता (कविता) वटवृक्ष - कल्पवृक्ष घर का मुखिया हर - पल , सुख - दुःख में सदैव साथ निभाया अपने चेहरे के भाव छुपाकर , जिम्मेदारी निभाना अपने बच्चों को... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 80 Share Raju Gajbhiye 4 May 2024 · 1 min read श्रीकृष्ण श्रीकृष्ण भक्तियोगी , ज्ञानयोगी , कर्मयोगी मुझे पहचानों मैं सभी जगह हूँ , मैं सभी जीव में हूँ जो भी निरंतर अभ्यास , निरंतर भक्ति करता हैं मैं उसके हर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 92 Share Raju Gajbhiye 4 May 2024 · 1 min read चैत्र शुक्ल प्रतिपदा चैत्र शुक्ल प्रतिपदा चैत्र शुक्ल प्रतिपदा , नव संवत्सर की शुरुआत प्रकृति का पर्व हैं , नई कोपले आने का नया सवेरा होने का , नया परिवर्तन लाने का शुभ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 83 Share Raju Gajbhiye 4 May 2024 · 2 min read नव वर्ष आया हैं , सुख-समृद्धि लाया हैं नव वर्ष आया हैं , सुख-समृद्धि लाया हैं समय का चक्र चलता हैं , नव युग का इतिहास बनता हैं नया सोचना हैं , नया करना हैं यही अपनी रित... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 83 Share Raju Gajbhiye 4 May 2024 · 1 min read रक्षा बंधन रक्षा बंधन संपूर्ण संसार में प्रेम का प्रतीक "रक्षाबंधन"पर्व सतयुगी दुनिया के सच्चे सारथी Lmao गर्व व्दापरयुग से कच्चे धागे का , श्रेष्ठ कर्म प्रतिज्ञाबध्य किया । रखेंगे मान-मर्यादा नर-नारी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 123 Share Raju Gajbhiye 3 May 2024 · 2 min read हां मैं ईश्वर हूँ ( मातृ दिवस ) हां मैं ईश्वर हूँ (मातृ दिवस) मैं अरावली पहाड़ियों से मकराना जगह से जा रहा था । वहाँ आवाज़ गुंज रही थी । लय-ताल से मधुर - गुंज में पत्थर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 102 Share Raju Gajbhiye 3 May 2024 · 1 min read आन-बान-शान हमारी हिंदी भाषा आन-बान-शान हमारी हिंदी भाषा प्राचीन ब्राह्मी लिपि , हिंदी लिपि देवनागरी की जननी , वैश्विक मंच पर परचम लहराया । दुनिया की दूसरी, सबसे ज्यादा बोली जानी वाली भाषा, वैश्विक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 148 Share Raju Gajbhiye 3 May 2024 · 1 min read सफलता सफलता हर बार अच्छा कर आगे बढ़ना भी सफलता है हर बार पराजित, असफल , दु:खी होकर भी , आगे बढ़ना भी महानता हैं हर बार आत्मविश्वास कर , मनोबल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 122 Share Raju Gajbhiye 3 May 2024 · 1 min read मानवता का शत्रु आतंकवाद हैं मानवता का शत्रु आतंकवाद हैं मानवता का शत्रु आतंकवाद हैं कुट नीति से कुचलवाद करना हैं आंतंकी क्ररता की सारी सीमाएं पार कर जाते हैं मुक पशुओं भी क्रुरता नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 104 Share Raju Gajbhiye 3 May 2024 · 1 min read सोशल मीडिया सोशल मीडिया सोशल मीडिया को युध्दभूमि ना बनाओं अपनी सोच को मानवतावादी बनाओं हम सभी भारतीय मानवतावादी हैं, उदारता , लोकत्रांतिकता रखकर , विरोधियों को जगह देते हैं । शिक्षित... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 84 Share Raju Gajbhiye 3 May 2024 · 1 min read अभिनेत्री वाले सुझाव अभीनेत्री वाले सुझाव " भष्टाचार " की , ऐतिहासिक सफलता देखकर एक निर्माता का मन ललचाया और उसने " महा-घोटालेबाज" बनाने का फैसला कर डाला निर्माता बोला - मुख्य भूमिका... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 100 Share Raju Gajbhiye 3 May 2024 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ बेटियाँ घर , आंगन का फूल हैं खुशियां देना उसका उसूल हैं बेटियाँ का खर्च ना फिजूल है बेटियाँ की हर दुआ कबूल है हर क्षैत्र में आगे बेटियाँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 96 Share Raju Gajbhiye 2 May 2024 · 1 min read वंसत पंचमी शुक्ल पक्ष की पंचमी, वसंत का आगमन सरसों के खेतों में लहराना , पीले फूलों का आच्छादन करो अभिवादन आत्मीयता से भू हरियाली छाई मौसम बड़ा सुहावना, अब वसंत ॠतु... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 90 Share Raju Gajbhiye 2 May 2024 · 1 min read ममत्व की माँ ममत्व की माँ ममत्व की माँ ही हैं , जो तब से स्नेह करती हैं जब मैं इस दुनिया में भी नहीं आया था । ममत्व की माँ ही हैं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 133 Share Raju Gajbhiye 2 May 2024 · 1 min read मेरी कविता मेरी कविता कविता अंतरमन के भावों का मंथन । कविता शब्द फूलों की माला का गुंथन ।। कविता हंसाती , रुलाती , धैर्य , साहस को बांधती । कविता शब्दों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 92 Share Raju Gajbhiye 2 May 2024 · 1 min read शक्तिशाली शक्तिशाली जो भी शक्तिशाली हो , वह अंहकारी बनता ही हैं अंहकार सबको उदारवाद का चेहरा दिखाता ही हैं विरोधी हैं उसे उभरने का मौका भी नहीं दो दबे कुचले... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 147 Share Raju Gajbhiye 2 May 2024 · 1 min read जीवन संघर्ष जी्वन संघर्ष जैसे जीवन में दाल-आटे के लिऐ संघर्ष वैसे ही डाटा ज्यादा मिले्गा उसका घर्षण जीवन में परिवर्तन से नहीं डरना जीवन में संघर्ष से नही कतराना समय के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 118 Share Raju Gajbhiye 2 May 2024 · 1 min read - वह मूल्यवान धन - - वह मूल्यवान धन - आशा है वह मूल्यवान धन की जो मिले सबसे सरल किताबों से जो मिले सबसे कड़वा अनुभव से आशा हैं वह मूल्यवान धन की जिसमें... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 80 Share Raju Gajbhiye 2 May 2024 · 1 min read वोट का लालच ***** वोट का लालच **** श्रीमान , साहेबान कद्रदान , मेहरबान दीजिए ध्यान चुनाव के दरमियान वोट के मारे नेताजी बेचारे पहली बार मंदिर पधारे मगर यहाँ उन्होंने एक वोट... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 117 Share Raju Gajbhiye 2 May 2024 · 1 min read माँ माँ प्रथम शिक्षिका जीवन की नहाने से भोजन कराने तक की प्रथम वात्सल्य स्नेह की प्रथम वृक्ष छाया जीवन की प्रथम ऊर्जा जीवन अंकुर की माँ करुणामयी - ममतामयी सृजनशील... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 90 Share