Saraswati Bajpai Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Saraswati Bajpai 30 May 2024 · 1 min read रिश्ता बनाम प्रेम जीवन के 44 बसंत पार कर अब समझ पाई हूँ मैं, रिश्तों में प्रेम ढूंढ़ना भूल ही थी मेरी । प्रेम तो सहज भाव है । ये तो निराधार है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 62 Share Saraswati Bajpai 28 May 2024 · 1 min read तुममें मैं कहाँ हूँ ? आज भी ढूँढ़ रही हूँ खुद का अस्तित्व, तुम्हारी आँख में, तुम्हारे हृदय में, तुम्हारी हर बात में । कभी लगता है, कहीं तो में हूँ; तुममें और कभी महसूस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 63 Share Saraswati Bajpai 28 May 2024 · 1 min read मेरे जीवन सहचर मेरे मेरे जीवन सहचर मेरे, क्यों तुम दूर खड़े हो ? आओ पास हमारे कह दो मेरे हित ही बने हो । तन्द्रा व भय की रेखाएँ हैं जीवन को घेरे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 78 Share Saraswati Bajpai 27 May 2024 · 1 min read तुम बिन जीवन तुम बिन मेरा जीवन ऐसा जैसे कोई कारा काली हो । ईर्द गिर्द यू तमस का फेरा ज्यों रजनी से राका हारी हो । दिवस, मास फिर वर्षों में यदि... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 49 Share Saraswati Bajpai 27 May 2024 · 1 min read क्या यही तुम्हारा प्यार प्रिये क्या यही तुम्हारा प्यार प्रिये जिस पर मैं बलि बलि जाती हूँ ? तुमको आना है जिस पथ से, उस पथ पर नयन बिछाती हूँ । तुम भिन्न नहीं जब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 84 Share Saraswati Bajpai 25 May 2024 · 1 min read मैं और मांझी कितने शीत, ताप फिर वृष्टि ये आंखों को दिखलाएगी ? जाने विधना की गति आगे और कहाँ ले जाएगी ? जीवन की जलधारा में डगमग नैया डोल रही है। उद्विग्नता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 70 Share Saraswati Bajpai 25 May 2024 · 1 min read मेरी जिन्दगी के दस्तावेज मेरी जिन्दगी के दस्तावेज मैंने तेरे नाम कर दिए । सौंप दी तुमको विरासत में ये मेरी जिन्दगी अब तेरी राहों में ही ये कदम हमराह हो लिए । तुम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 59 Share Saraswati Bajpai 24 May 2024 · 1 min read हाँ ये सच है हाँ ये सच है, तुम मिले थे कभी गर्मी में झुलसी देह को शाम की पुरवा हवा सा जैसे हवा को बाँध नहीं सकते सदा के लिए तुम्हें भी रोक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 42 Share Saraswati Bajpai 24 May 2024 · 1 min read हाँ, बहुत प्रेम करती हूँ तुम्हें हाँ बहुत प्रेम करती हूँ तुम्हें शायद इतना कि अमाप है मन मस्तिष्क से। सब कुछ तुम पर बस वार देना चाहती हूँ यह मेरा बड़प्पन नहीं बल्कि मेरा अस्तित्व... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 48 Share Saraswati Bajpai 23 May 2024 · 1 min read अमावस का चाँद हाँ मेरे हिस्से भी आया चाँद, मैंने देखा उसे मेरे आसमां में उतरते हुए शुरू-शुरू में चाँदनी में भीगी मैं, फिर निरन्तर मद्धिम होती गई जीवन से चाँदनी । अब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 43 Share Saraswati Bajpai 23 May 2024 · 1 min read तुम्हारा साथ वो सारी शरारतें, वो अठखेलियाँ सब मेरे सजन फिर मुझे वापस दे दो मेरे तेरे अधरों की खोई मुस्कानें प्रियवर मेरे खोजकर लाके दे दो न हो कोई संग में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 39 Share Saraswati Bajpai 23 May 2024 · 1 min read तेरे बिन तेरे बिन जीवन की राहें, दुर्गम हैं आसान नहीं । श्रांत बहुत है मन ये मेरा, आ जाओ मन मीत कहीं से । बरसा दो प्रेम की वर्षा , मेरे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 41 Share Saraswati Bajpai 23 May 2024 · 1 min read प्रेम प्रेम, अनिर्वचनीय भाव ईश्वर तक पहुंचने का सर्वश्रेष्ठ मार्ग है। क्षणिक सुख-दुख जगत मे परमानन्द अहसास है। किन्तु प्रेम की सत्ता को उसमें पूरी तरह डूबकर एकाकार होकर ही पा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 45 Share Saraswati Bajpai 23 May 2024 · 1 min read कैसे मैं खुशियाँ पिरोऊँ ? बरस सोलह जिन्दगी के संग तेरे है रचे। जाने कितने शीत ताप संग में हमने सहे। हम कभी विचलित हुए और कभी तुम भी थके। किन्तु सब नैराश्य तज फिर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 34 Share Saraswati Bajpai 23 May 2024 · 1 min read क्या संग मेरे आओगे ? सुनो मेरी राह में बहुत गिरि कानन खड़े है, ऐसी दुर्गम राहों में, क्या साथ तुम चल पाओगे? क्या संग मेरे आओगे? वेदना से तप्त हो मन ये मरूभूमि हुआ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 36 Share Saraswati Bajpai 23 May 2024 · 1 min read मैं दिया बन जल उठूँगी रात्रि के काले अंधेरे और अमावस के दिनों में, मैं तेरे आंगन की देहरी में दिया बन जल उठूंगी। भरूंगी आलोक पथ में सहचरी बन संग चलूंगी। दौड़कर जा पथ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 42 Share Saraswati Bajpai 23 May 2024 · 1 min read मैं पुकारंगी तुम्हें मैं पुकारूंगी तुम्हें, हर बोल में बोलो न बोलो। साधना हो तुम्हीं मेरी, संग में ले लो न ले लो। मेरे जीवन का तुम ही , आगाज़ हो व अन्त... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 75 Share Saraswati Bajpai 23 May 2024 · 1 min read प्रेम यहाँ कण-कण में है। राधा कृष्णा की भूमि है ये, प्रेम यहां कण-कण में है। प्रेम यहां की मिट्टी में तरुवर में और जल में है। है कृष्ण यशोदा प्रेम यहां जो अमर सूर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 89 Share Saraswati Bajpai 23 May 2024 · 1 min read जीवन डगर के ओ सहचर जीवन डगर के ओ सहचर, पहचान मेरी तुमसे प्रियवर। मेरे सिर की छत तुमसे है, मैं तेरी ही छाया सहचर। प्रीति से अपनी बना ये घर, मेरे सहचर मेरे प्रियवर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 77 Share Saraswati Bajpai 22 May 2024 · 1 min read तुम शब्द मैं अर्थ बनूँ तुम बनो शब्द सा यदि प्रवाह, मैं अर्थ की धारा बनूं । तू एक पग आ तो सही मैं चार पग आगे बढूं । तुम साथ दो मेरा अगर न... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 52 Share Saraswati Bajpai 22 May 2024 · 1 min read ऐ चाँद ऐ चाँद, तू रोज रात के अंधेरों को रोशनी से भरता जरूर है । समय का चक्र तुझे भी कभी पूरा कर देता है और कभी अपूर्ण पर तू बिना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 79 Share Saraswati Bajpai 22 May 2024 · 1 min read तुम बूंद बूँद बरसना सब शीत ताप सहते सहते तन मन कोमलता छूट गई । टकरा टकरा आघातों से केंचुल तन मन की कठोर हुई।। तुम बूंद बूंद बरसोगे जब तब जा मुझको पा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 36 Share Saraswati Bajpai 22 May 2024 · 1 min read तितली भी मैं तितली थी मैं तुम्हारे लिए ही तो उड उड़कर आती थी तुम खुश होते थे मुझे देखकर तुम्हारी इस खुशी पर बलि जाती थी । पर तुम्हारे डर ने मुझे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 53 Share Saraswati Bajpai 22 May 2024 · 1 min read कितना खाली खालीपन है जीवन के सब उद्यम हारे मुझको पूरा करने में तुम जो साथ नहीं होते तो कितना खाली खालीपन है ! जाने क्यों जब तुम जाते हो संग मेरा मन ले... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 57 Share Saraswati Bajpai 22 May 2024 · 1 min read विनती हे प्रभो ! पृथ्वी के सब रुप रंग में निरख सकूँ तेरी विराट सत्ता, तेरी विराट जलराशि में भिगो सकूँ अपना तन ही नहीं वरन मन भी, तेरी दी हुई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 43 Share