Dr .Shweta sood 'Madhu' Poetry Writing Challenge-2 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr .Shweta sood 'Madhu' 19 Feb 2024 · 1 min read 25 , *दशहरा* हर वर्ष की तरह, फिर... "दशहरा"आया। बुराई पर अच्छाई की , पाप पर पुण्य की जीत का... पाठ पढ़ाया। लेकिन मेरे मस्तिष्क में बार-बार... यही विचार आया, ये अच्छा -... Poetry Writing Challenge-2 89 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 17 Feb 2024 · 1 min read 24, *ईक्सवी- सदी* ईक्सवीं सदी आई... क्या परिवर्तन लाई... क्या समाज की सोच बदली? क्या रूढ़िवादिता बदली? सबके लिए कुछ न कुछ बदलाव आया, क्या स्त्रियों के लिए भी परिवर्तन आया? क्या उन्हें... Poetry Writing Challenge-2 160 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 16 Feb 2024 · 1 min read 23, मायके की याद *मायके की याद* आज भी.... जब-जब... याद मायके की आई, तो न जाने क्यों मेरी... अंखियां बरबस भर आई! अब भी... याद आती है... वो गलियां, वो सखियाँ, जहाँ मैं... Poetry Writing Challenge-2 147 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 16 Feb 2024 · 1 min read 22, *इन्सान बदल रहा* *इन्सान बदल रहा* आज के दौर में इन्सान कितना गिर गया। अपने ही बनाऐ ऊसूलों से बदल रहा। दौलत की चकाचौंध में घिर कर, इन्सानों के दिल से खेल, खेल... Poetry Writing Challenge-2 2 155 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 15 Feb 2024 · 1 min read 21 उम्र ढ़ल गई *उम्र ढ़ल गई* धीरे-धीरे उम्र ढ़ल गई, यह जिन्दगी ना जाने... कितने किस्सों में बंट गई। सोच का हर अंश... वक़्त के साथ संवर गया, चेहरे पर झुर्रियों की लिखावट...... Poetry Writing Challenge-2 123 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 13 Feb 2024 · 1 min read 20, 🌻बसन्त पंचमी🌻 🌻बसन्त-पंचमी🌻 जब शरद् ऋतु की ठिठुरन... हो जाती है कम, पतझड़ का भी... होने लगता अंत, तब हर वर्ष... आता है "बसन्त"। जैसे पतझड़ में... पुराने पत्ते जाते हैं झड़,... Poetry Writing Challenge-2 136 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 13 Feb 2024 · 1 min read 19, स्वतंत्रता दिवस 🇮🇳स्वतंत्रता दिवस 🇮🇳 आजादी के जश्न में.... सर फक्र से उठ जाते हैं। शहीदों को याद कर... शीश स्वत: झुक जाते हैं। जहां डाल-डाल पर सोने के... पंछी घरोंदे बनाते... Poetry Writing Challenge-2 203 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 13 Feb 2024 · 1 min read 18, गरीब कौन *गरीब कौन* गरीब कौन? जिसके पास नहीं दौलत, पर.... चैन की नींद सो पाया. या... जिसके पास सब ऐशों- आराम, फिर भी.... एक- पल भी सुकून नहीं पाया!! गरीब कौन?... Poetry Writing Challenge-2 1 156 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 12 Feb 2024 · 1 min read 17रिश्तें *रिश्तें* कुछ रिश्ते... बेनाम होते हैं। लेकिन.... बहुत खास होते हैं। अपने न होकर भी..... हमराज होते हैं। एक अपनेपन का.... एहसास होते हैं। दूर होकर भी.... पास होते हैं।... Poetry Writing Challenge-2 1 138 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 12 Feb 2024 · 1 min read 16, खुश रहना चाहिए **खुश रहना चाहिए* जिंदगी है छोटी सी... हर हाल में खुश रहना चाहिए। काम में खुश और... आराम में भी खुश रहना चाहिए। जिसे देख नहीं सकते... उसकी आवाज से... Poetry Writing Challenge-2 1 218 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 12 Feb 2024 · 1 min read 15, दुनिया ख्यालों की दुनिया... ख्वाबों की दुनिया, कितनी हसीन है ये दुनिया। ना किसी के आने का इंतजार... ना किसी के जाने का गम, कितनी रंगीन है ये दुनिया। गमज़दा रहे... Poetry Writing Challenge-2 1 181 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 11 Feb 2024 · 1 min read 14, मायका *मायका* बिना माँ के भी खूबसूरत मायका होता है, जहाँ बहन-भाई और भाभियों का प्यारा सा साथ होता है। उम्रदराज होने पर भी वही अहसास होता है। वहाँ जाते समय... Poetry Writing Challenge-2 293 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 11 Feb 2024 · 1 min read 13, हिन्दी- दिवस "हिन्दी-दिवस" पर ही... क्यों हम हिन्दी को याद करे, हम रोज इसका प्रयोग करते हैं... फिर क्यों न इसका... प्रतिदिन सम्मान करे। हम हिन्दूओं की... राष्ट्रीय भाषा है 'हिन्दी'। हम... Poetry Writing Challenge-2 160 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 11 Feb 2024 · 1 min read 12, कैसे कैसे इन्सान अपने जीवन में... ना जाने कितने किरदार निभाता है इंसान, कभी- कभी... इन्सान होकर भी, इन्सानियत नहीं निभाता है इन्सान। दौलत कमाकर भी, सुखी नहीं रहता, ना जाने कैसे... सुकून... Poetry Writing Challenge-2 129 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 11 Feb 2024 · 1 min read 11, मेरा वजूद अक्सर निहारती हूँ... खुद को आईने में, आज देखा तो... पलभर के लिए लगा... मैं कहाँ खो गई? वक़्त की तपीश से पके बालों को.. अक्सर रंगों से ढ़कती रही,... Poetry Writing Challenge-2 1 155 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 11 Feb 2024 · 1 min read 🌹हार कर भी जीत 🌹 🌹हार कर भी जीत🌹 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏 कभी 'हार' कर भी 'जीत' का अहसास करके देखिये। अपनों की खुशी के लिए हारकर... कितना सुकून मिलता है महसूस करके देखिये। कभी-कभी हारकर भी... Poetry Writing Challenge-2 135 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 11 Feb 2024 · 1 min read 🌹पत्नी🌹 🌹पत्नी 🌹 कुछ सफ़ेद पोशों की दुनिया में... पत्नी की क्या हस्ती है। औरत इनके लिए खास, और... पत्नी बहुत सस्ती है। पत्नी को मर्यादित रखते, लेकिन... अमर्यादित इनकी अपनी... Poetry Writing Challenge-2 114 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 10 Feb 2024 · 1 min read 🌹जिन्दगी के पहलू 🌹 🌹जिन्दगी के पहलू🌹 मेरी जिन्दगी की किताब... क्या खूब लिखी तूने "मेरे मालिक" हर लम्हा तेरी रहमत से... संवारती चली आई। बचपन अल्हड़पन में बिताया... हर गम को धुंए सा... Poetry Writing Challenge-2 3 110 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 10 Feb 2024 · 1 min read 🌹थम जा जिन्दगी🌹 🌹थम जा जिन्दगी🌹 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏 अब यही थम जा, ऐ जिन्दगी! तेरी रफ़्तार से बहुत कुछ छूट गया... वो सब पाना बाकी हैं। न जाने कितनी हसरतें अधूरी रह गई... उन्हें... Poetry Writing Challenge-2 1 206 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 10 Feb 2024 · 1 min read अपना ख्याल रखियें अपना ख्याल रखिये 🙏🌹🙏🌹🙏 होठों पर ना कोई सवाल रखियें, जिंदगी अपनी खुशहाल रखियें। जिंदगी का नाम भी है परेशानियां, तुम अपना होंसला बरकरार रखिये। जो बीत गया, उसे भूल... Poetry Writing Challenge-2 167 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 10 Feb 2024 · 1 min read 🌹लफ्ज़ों का खेल🌹 🌹लफ़्ज़ों का खेल 🌹 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏 कितना अजीब है यह लफ़्ज़ों का खेल, ना जाने कितने शब्द बन जाते... जब होता इन लफ़्ज़ों का मेल।। इन शब्दों से हम पाते हैं... Poetry Writing Challenge-2 1 115 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 9 Feb 2024 · 1 min read 🌹ढ़ूढ़ती हूँ अक्सर🌹 🌹ढ़ूढ़ती हूँ अक्सर 🌹 मैं खुद को ढ़ूढ़ती हूँ आजकल... मैं कौन हूँ, भूल जाया करती हूँ अक्सर। कभी हंसती थी, गुनगुनाती थी हरपल... जीती थी अपनी ही मस्ती में... Poetry Writing Challenge-2 126 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 9 Feb 2024 · 1 min read 🌹मेरे जज़्बात, मेरे अल्फ़ाज़🌹 मेरेे ज़ज़्बात, मेरेअल्फ़ाज़... 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏 क्यूँ ना.. कुछ पल, ख्वाबों में जी लूं, कुछ पुरानी हसीन, यादों में जी लूं। छोटा सा था मेरा घर- आंगन जिसमें रही तुम कुछ वर्ष... Poetry Writing Challenge-2 170 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 9 Feb 2024 · 1 min read 🌹जिन्दगी🌹 🌹जिन्दगी🌹 हर दिन उम्र घटती जा रही है... हर पल दिल में नयी यादें बसती जा रही हैं। कभी यादों में ठहर सी जाती है जिन्दगी... कभी लहरों सी आगे... Poetry Writing Challenge-2 98 Share Dr .Shweta sood 'Madhu' 8 Feb 2024 · 1 min read 1🌹सतत - सृजन🌹 🌹सतत सृजन🌹 इस जहान में खत्म होने जैसा कुछ नहीं होता ... खुदा ने हर कदम पर कुछ नया सोचा होता है। पतझड़ के बाद ही आती है नयी कपोलें,... Poetry Writing Challenge-2 160 Share