ईश्वर दयाल गोस्वामी Poetry Writing Challenge-2 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ईश्वर दयाल गोस्वामी 20 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल पूज्य गुरुदेव आचार्य विद्यासागर जी महाराज के परिनिर्वाण पर प्रस्तुत हैं ग़ज़ल के भाव में कुछ श्रद्धा-शब्द-सुमन । :: अस्त हुआ रवि वीतराग का :: ________________________ अस्त हुआ रवि वीतराग... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 2 175 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल दिल ये जाके कहाँ बसा मेरा । कोई देता नहीं पता मेरा । लोग आते हैं, चाय पीते हैं, है नहीं जिनसे राब्ता मेरा । यार मिलते हैं तो रकीबों-से,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 276 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल थोड़ा-थोड़ा-सा काम का हूँ मैं । कौन क्या है ये जानता हूँ मैं ? यूँ नहीं आपसे मेरा रिश़्ता, आपको दिल से मानता हूँ मैं । दूसरों को कभी नहीं... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 153 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुमने पूँछा कैसा हूँ ? बगुले - सा चौकन्ना हूँ । जपती है दादी जिसको, उस माला का मनका हूँ । जैसा हँसते हैं पापा, बिल्कुल वैसा हँसता हूँ ।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 149 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल हमने इंसाँ में जो ज़हर देखा । साँप को उससे बेख़बर देखा । हमने इँसाँ में वो ज़हर देखा । साँप पर हो गया असर देखा । एक बच्चे से... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 2 142 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल एक मुद्दत तक सिरहाने ग़म रहा । इसलिए तकिया हमेशा नम रहा । रोज़ पढ़ना , रोज़ लिखना याद है, जो पढ़ा औ' जो लिखा वो कम रहा । दिल... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 106 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल दिल ये पहले से सजा रक्खा है । घर पै उनको जो बुला रक्खा है ।। वो तो आएँगे हवा की मानिंद, इसलिए दर ये खुला रक्खा है ।। खिड़कियाँ... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 154 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल हाथ बाकी हैं कान बाकी है । पाँव चलते हैं जान बाकी है । गाते-गाते वो मर गया लेकिन, सुर भी बाकी है तान बाकी है । माँस है ख़ाक,जल... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 121 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल अभी हाथ में असर नहीं है । अभी पाँव में सफ़र नहीं है । कितना अमन चैन है बरपा ? मग़र कोई भी निडर नहीं है । अँधियारा है चकाचौंध... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 134 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल हादसा - सा हो गया था । मैं जो , पैदा हो गया था । कर्ज़ चुकता हो गया था । फ़र्ज़ पूरा हो गया था । हसरतें अब भी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 158 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल चुभ रहे हैं रोज़ काँटे पाँव में । ठूँठ की छाया बची है गाँव में । साग है बेस्वाद दालें ख़ुश्क हैं, ऐंठते हैं पेट सबके आँव में । धूप... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 129 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल पूर्व से कुछ और काला हो गया । ज़िन्दगी का रंग गहरा हो गया । जो हुआ,अच्छा हुआ,सब ठीक है, रात बीती और सबेरा हो गया । दर्द ने खोदा... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 120 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल जल रहा है यहाँ जहाँ तन्हा । आग तन्हा है और धुआँ तन्हा । तन्हा - तन्हा भभक रहे शोले, सुलगा-सुलगा हरिक रुआँ तन्हा । एक चिड़िया है बाम पर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 119 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल घर से जा बंजर में रह । फिर आकर तू घर में रह । जिन्दा समझा जाएगा, रोज़-ब-रोज़ ख़बर में रह । दफ़्तर से तू आकर घर, उसके दिल-दफ़्तर में... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 1 137 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल आदमी से मिलके जाना, आदमी क्या चीज़ है ? आदमी होकर ये देखा, ज़िन्दगी क्या चीज़ है ? नफ़रतों की देहरी पै पाँव रखना ही पड़ा, ज्यों हुए भीतर तो... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 128 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल रात में भी ज़रा जगा कीजे । सुब्ह उठके उसे पढ़ा कीजे । खेल, मैदाँ में खेलना, लेकिन थोड़ी घाटी कभी चढ़ा कीजे । भाव उसके ज़रा समझ,पढ़ के, शे'र... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 105 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सहमा-सहमा-सा आदमी क्यूँ है । रूठी-रूठी-सी ज़िन्दगी क्यूँ है । क्यूँ ये सूरज छिपा-छिपा रहता, चाँद पर आज तीरगी क्यूँ है । जो कभी लाजमी नहीं थी, वो बात फिर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 126 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल एक मीठी - सी सजा है ज़िन्दगी । रोग भी है औ' दवा है ज़िन्दगी । मौत पर ही ख़त्म हो जिसका असर, वो मुसलसल-सा नशा है ज़िन्दगी । खोज़ती... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 148 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल पहले दाएँ मुड़कर देखो । फिर बाएँ से जुड़कर देखो । बैठे हो क्यों पंख सिकोड़े, खुले गगन में उड़कर देखो । फैल - फैल कर फैल गए हो, अब... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 156 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल :: हिंदी ग़ज़ल :: -------------------- पहले ज़रा ठहरना बेटा ! फिर डग आगे धरना बेटा ! गत,आगत की फ़िक्र छोड़कर, वर्तमान में रहना बेटा ! पहले मन को समझा लेना,... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 2 125 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल यहाँ जिस बात पै पर्दा रहा है । उसी का ही यहाँ चर्चा रहा है । मिला है प्यार दुनिया का उन्हीं को, मुहब्बत से जिन्हें शिकवा रहा है ।... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 125 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल ज़िन्दगी अब अजाब की सी है । खाली बोतल शराब की सी है । दर्द लिक्खा है हर सफे जिसके, ज़िन्दगी उस किताब की सी है । अपनी हालत का... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 134 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल इस लम्हे, मैं सस्ता हूँ । उस लम्हे, मैं मँहगा हूँ । राहू लील नहीं पाता, चाँद - सरीखा टेढ़ा हूँ । बाहर भीड़ बहुत है मेरे, भीतर - भीतर... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 140 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल तुम हो तो अब सब सुंदर है । घर लगता है , अपना घर है । पायल भरकर ममता छलके, बिछड़ी-सा लालित्य सुगर है । बिंदिया-सा व्यवहार दमकता, कुमकुम-सा आदर्श... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 116 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल थोड़ा - थोड़ा पागल हूँ मैं । पागलपन का कायल हूँ मैं । बरस पड़ूँगा तेरी जद में, दीवाना इक बादल हूँ मैं । जिन आँखों ने नीर बहाया, उन... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 4 132 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल हत्यारे , गद्दार देखिए । कितने हैं ? मक्क़ार देखिए । लूट , रेप औ ' इश़्तहार से , भरे पड़े अख़बार देखिए । पल दो पल की ख़ुशी मिली... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 152 Share ईश्वर दयाल गोस्वामी 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सवालों के हृदय टूटे हुए हैं । जवाबों के जिगर रूठे हुए हैं । बहुत फेंके है पत्थर ये ज़माना, मगर फल डाल पर अटके हुए हैं । बहारे गुल... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 3 141 Share