Ekta chitrangini Poetry Writing Challenge-2 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "डोली बेटी की" जब द्वारे से बेटी की डोली चली, छोड़ चली बाबुल का घर,प्यारी कली। माँ ने ममता से लोरी सुनाई थी गोद में, बाहों में झुलाया पिता ने बेटी को मोह... Poetry Writing Challenge-2 · डोली बेटी की 51 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "सैनिक की चिट्ठी" सुनो ! अब मैं लौट के न आऊंगा, एक केसरिया कफन साथ लाऊंगा। सुनो नवबधू मेरी तुम रोना मत, दिखाकर प्यार के चार दिन । मुझे भूलकर तुम प्यार, भारत... Poetry Writing Challenge-2 · सैनिक 53 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "ओट पर्दे की" ओट की आड़ में एक प्रीत की मुस्कान, देख रहा था चंद्र चकोर को ,एक ही चितवन। पर्दा शब्द ही नही, इसके भाव है , दुल्हन करती है घूँघट ,चुनरी... Poetry Writing Challenge-2 · पर्दा 92 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "एक दीप जलाना चाहूँ" दिया बाती को जीवन साथी बनाना चाहूँ, उसकी ज्योति को जगमगाना चाहूँ। एक दीप बिखरे जीवन की क्यारी पर, एक दीप सफल जीवन की तैयारी पर । एक दीप तन... Poetry Writing Challenge-2 · दीपक 68 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "गंगा माँ बड़ी पावनी" गंगा माँ है पवन धाम, आओ हम सब करें प्रणाम। बहती जाएं जो ,वह स्वर हैं गंगा, भोलेनाथ के जटाओं से ,निकली हैं गंगा। बहती नदी रुकती नही , ममता... Poetry Writing Challenge-2 · माँ गंगा 63 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "मीरा के प्रेम में विरह वेदना ऐसी थी" मीरा का अदभुत प्रेम, अद्भुत विरह वेदना थी, विकल वेदना चुभ जाती थी, वो भी वह सह जाती थीं। नयनों से आसूं ना रुक पाते, आंखे भी प्रेम का दर्पण... Poetry Writing Challenge-2 · मीरा का प्रेम 135 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "कोशिशो के भी सपने होते हैं" कुछ शब्दों को लिखने का, कुछ जेहन की सिलवटों का । एक नन्ही सी चींटी ,जब दाना लेकर चलती है, चढ़ती दीवारो पर सौ बार फिसलती है। मन का विश्वास... Poetry Writing Challenge-2 · कोशिश 88 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "घर की नीम बहुत याद आती है" मेरे घर पर एक नीम है जो याद बहुत आती है, हरी भरी नीम एक महक दे जाती थी। पापा की एक खटिया बिछती थी, गांव की सब सखियां ,बहने... Poetry Writing Challenge-2 · नीम 1 89 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "भाभी की चूड़ियाँ" भाभी की चूड़ियाँ, माँ की याद बहुत दिलाती है, माँ के ना होने के बाद, पीहर में माँ का एह्सास बहुत कराती है। भाभी तू न होती तो किसकी खनकती... Poetry Writing Challenge-2 · चूड़ियाँ 94 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "आँगन की तुलसी" मन तुलसी , तन तुलसी जन जन के घर की तुलसी। जब जब कविता ने लिया, चौपाई का नाम, मतलब इसका एक है, तुलसी के प्रभु राम। रामचरितमानस लिखा, लिखा... Poetry Writing Challenge-2 · तुलसी 79 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "दर्पण बोलता है" दर्पण कितना सपाट होता है, सब जस का तस लौटा देता है। दर्पण कभी झूठ नहीं बोलता है, सबको सच्चाई का एहसास करा देता है। किसी से ना छुपाव ना... Poetry Writing Challenge-2 · दर्पण 78 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "शाम की प्रतीक्षा में" जज्बाते जिगर कैसे कहूं मैं, कि हर शाम इंतजार करूँ मैं। तुम आओगे, है ये तुम्हारा वादा , तेरे वादे का इंतजार करूँ मैं। यही दुआ भगवान से करूं, की... Poetry Writing Challenge-2 · शाम 59 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "फितरत" नकाब फ़ितरत का उठाओ तो, चेहरे में शियासत दिखती है। छल कपट के धन दौलत, फ़ितरत भरी सोहरत । सब एक न एक दिन, बेनकाब हो जाती है। बरकत नही... Poetry Writing Challenge-2 · फितरत 56 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "बहनों के संग बीता बचपन" बहनों के संग ऐसा बीता बचपन, प्यार और करुणा से भरा रहता था मन, जैसे एक टोली थी, बड़ी से छोटी ,छोटी से बड़ी, जैसे एक हाथ की पांचो उंगली... Poetry Writing Challenge-2 · बहने 90 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "वेश्या का धर्म" पाटलिपुत्र के चक्रवर्ती सम्राट अशोक की अनूठी कहानी थी, नगरवधू विंदुमती एक वेश्या की कहानी थी। जो दोनों के बीच की, एक घटना थी, बात हल्की नही, बड़ी गहरी थी।... Poetry Writing Challenge-2 102 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "किस बात का गुमान" किस बात का गुमान करता है बन्दे, पाकर गुमान ना कर, खोने का गम मत कर। भूकम्प का एक झटका आता है, पल भर में सब छीन जाता है। जब... Poetry Writing Challenge-2 · अभिमान 69 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "स्वार्थी रिश्ते" जो दिल के रिश्ते होते हैं , उसमे सहूलियत दिखती है । जो दिमाग के रिश्ते होते हैं , उसमे चालाकियत दिखती है। साजिश रचने वाले ,कोई गैर नही, जो... Poetry Writing Challenge-2 · बिगड़ते रिश्ते 1 71 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "द्रौपदी का चीरहरण" परिणाम दुर्योधन के अपमान का, किया पांचाली का चीरहरण । दुर्योधन को ना था आभास, की हो जायेगा कौरवों का विनाश। पांचाली कछ में कर रही थी श्रृंगार, दुशाशन लोक... Poetry Writing Challenge-2 · महाभारत 52 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "मोहे रंग दे" मोहे ऐसे रंग दे, मैं किसी को नजर न आऊं, जैसे रंग फूलों का वैसे ही रंग जाऊं। वसंत में टेसू के रंग, खेतों में सरसों के रंग, मोहे रंग... Poetry Writing Challenge-2 · रंग 46 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "मेरी बेटी है नंदिनी" मेरी कविता के हर पन्नों की, संस्कार है बेटी, मेरी कविता की, अलंकार है बेटी। मेरे कविता की, श्रृंगार है बेटी, क्या लिखूं मेरी भावनाओं की, सार है बेटी। मेरी... Poetry Writing Challenge-2 · बेटी पर कविता 54 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "पूनम का चांद" पूनम के चांद की यह निर्मल श्वेत चांदनी, रात्रि की अदभुत सौंदर्य को बढ़ाती है। कवियों की यह कल्पना है , सौंदर्य की सीमाएं पार कर जाती है। गहरी काली... Poetry Writing Challenge-2 · चांद 73 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "आधुनिक नारी" मैं हूँ आधुनिक नारी, जीती हूँ खुद्दारी से, हारती नही हूँ उन अभिमानी लोगों से, मैं हूँ स्वाभिमानी नारी। मैं वो हुं जो दिये की लौ बनती हूं, घर आंगन... Poetry Writing Challenge-2 · नारी कविता 97 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "वचन देती हूँ" कुछ इस तरह रहूंगी प्रियतम तुम्हारे संग, पवित्र इस तरह प्रयाग में,बसी गंगा की तरह । तुम्हारे जीवन को शीतल करती रहूंगी, अमृत जल की तरह । शिव के मस्तक... Poetry Writing Challenge-2 · अनमोल वचन 58 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 1 min read "रातरानी" मुझमे जाने कितनी महक समायी, अरे मैं हूँ रात्ररानी । आहट होते ही मचल जाती हूँ, आकाश तक चली जाती हूँ । सुवासित करे जो रोम से प्राण तक, नेह... Poetry Writing Challenge-2 · रातरानीपुष्प 48 Share Ekta chitrangini 22 Feb 2024 · 2 min read "अवध में राम आये हैं" अयोध्या के हो गए श्रृंगार, श्रीराम के आने से, धरती का हुआ अभिनंदन, पावन पग ढाने से। माथे लग गया चंदन, करें हम सब वंदन, श्री राम श्री राम मेरे... Poetry Writing Challenge-2 · अयोध्या 58 Share