आर.एस. 'प्रीतम' Poetry Writing Challenge-2 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मुहब्बत की लबों पर रब सदा मुस्क़ान लिख देना जिऊँ मैं देश की खातिर यही अरमान लिख देना/1 क़दम पीछे हटाना ख़ून में शामिल नहीं मेरे ज़रूरत हो वतन ख़ातिर... Poetry Writing Challenge-2 2 72 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल करे चुगली उजाड़े घर उसे इंसान मत कहना लिए दलदल गुनाहों का उसे मैदान मत कहना/1 बुराई कर किसी की हम अगर औक़ात भूले जो जलालत है हमारी ये इसे... Poetry Writing Challenge-2 1 124 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो उजाले हों चिराग़ों की अगर तक़दीर जानो तो/1 दुवाएँ भी दवाओं का सुनो तुम काम करती हैं असर होता तभी है... Poetry Writing Challenge-2 1 49 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना तेरी ही जीत होगी दिल हमेशा शाद रख लेना/1 सफ़र करना अकेले तय यही हो ज़िंदगी उल्फ़त बुराई सौ करें अपने लबों... Poetry Writing Challenge-2 1 116 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल करो पहचान ख़ुद की तुम सजाओ बाद में सपने नहीं पूरे कभी होते किसी की दाद में सपने/1 तरीक़ा जोश होना होश देता कामयाबी है मिले शोहरत सुनो यारों लगें... Poetry Writing Challenge-2 61 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल कभी हक से हमें अपना कहो फिर प्यार देखो तुम अँधेरे को उजाले में बदल दें यार देखो तुम/1 नहीं शेखी बघारेंगे करेंगे कह दिया जो भी खिला गुलशन लिए... Poetry Writing Challenge-2 1 53 Share आर.एस. 'प्रीतम' 21 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मेरे लिए तो कुछ भी हो मुश्क़िल नहीं हुआ हँसके किया है काम मैं बातिल नहीं हुआ /1 कैसे कहूँ हुज़ूर मैं उनसे मिला नहीं मँझधार में शुमार हो साहिल... Poetry Writing Challenge-2 1 50 Share आर.एस. 'प्रीतम' 20 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल कभी तो दीजिए मौका हमें भी यार ख़िदमत का सिला देंगे हुई दिल से रुहानी पाक चाहत का/1 रखूँ इक बात मैं जो याद दूजी भूल जाता हूँ कहूँ बे-फ़िक्र... Poetry Writing Challenge-2 1 70 Share आर.एस. 'प्रीतम' 19 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सुनाओ दर्द अपना तुम निकलकर हल भी आएगा अँधेरा आज है तो क्या उजाला कल भी आएगा/1 छिपाए राज बीमारी लगा देंगे छिपाओ मत लगा है नल अगर प्यारे कभी... Poetry Writing Challenge-2 60 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल लगाया दिल तुझी से है मिली नज़रें हज़ारों से किसी को चाँद मिल जाए तो हसरत क्या सितारों से/1 मिरी बातें तुझे अच्छी लगे हैं आजकल सारी हँसी तेरी सदा... Poetry Writing Challenge-2 1 61 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल दीदार कर ज़नाब का आए मज़ा मुझे जिस पल रहूँ मैं दूर वही पल सज़ा मुझे/1 खिलते नहीं गुलाब बहारों के बिन कभी ये सोच के हुज़ूर गले से लगा... Poetry Writing Challenge-2 1 76 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल लगे हिंदी हमें प्यारी यही गौरव हमारा है बड़ी पावन मधुर इतनी कि ज्यों गंगा की धारा है/1 लिए शब्दों में गरिमा है लिए संस्कार किस्सों में दिखाए रोशनी इतनी... Poetry Writing Challenge-2 77 Share आर.एस. 'प्रीतम' 18 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना तेरी ही जीत होगी दिल हमेशा शाद रख लेना/1 सफ़र करना अकेले तय यही हो ज़िंदगी उल्फ़त बुराई सौ करें अपने लबों... Poetry Writing Challenge-2 68 Share आर.एस. 'प्रीतम' 14 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल नहीं मिलते सभी सुख हैं किसी को भी ज़माने में गुज़ारो ज़िन्दगी चाहे यहाँ सारी कमाने में/1 विधाता ने लिखी क़िस्मत इबादत कर सदा इसकी मगर कर कर्म ऐसा तू... Poetry Writing Challenge-2 1 86 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल ख़िरद की बात मत करना बुराई से रहेगा दूर वरना हर बधाई से/1 जिसे चाहत समझ आती नहीं उसको कभी फ़ुरसत नहीं मिलती तन्हाई से/2 रुलाकर और को जोड़े करोड़ों... Poetry Writing Challenge-2 1 159 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल करोगे रूह से जो काम दिल रुस्तम बना दोगे करेंगे लोग सज़दा सब बुरा सिस्टम हिला दोगे/1 बहानों से यहाँ मंज़िल नहीं हासिल कभी होती करो मेहनत जले शोले भी... Poetry Writing Challenge-2 81 Share आर.एस. 'प्रीतम' 11 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल नज़र तुमसे मिली समझा मुहब्बत का असर क्या है तुझे देखा क़सम से सुन भुला बैठा क़मर क्या है/1 सुनी तारीफ़ थी मैंने तुझे देखा अधिक पाया समझ आया अभी... Poetry Writing Challenge-2 1 86 Share आर.एस. 'प्रीतम' 4 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल मिटाओ भेद के बादल खिलाओ प्यार के गुलशन लगे ये ज़िन्दगी ऐसी सजी जैसे कोई दुल्हन/1 किसी नीरस फ़साने को नहीं सुनता यहाँ कोई कहानी वो कहो जिसके हृदय में... Poetry Writing Challenge-2 1 579 Share आर.एस. 'प्रीतम' 2 Feb 2024 · 1 min read ग़ज़ल सफ़र आसान हो जाए मिले साथी ज़बर कोई उसे मेरी मुझे उसकी रहे हरपल ख़बर कोई/1 बुरी नज़रें हमेशा घूरती हैं देख ख़ुश मुझको कभी देखे तमन्ना है मुहब्बत की... Poetry Writing Challenge-2 1 63 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल यहाँ क्यों रहे जब हिफाज़त नहीं है यहाँ घर हमारा सलामत नहीं है/1 हक़ीक़त में तुमको मुहब्बत हुई है जताते हो ऐसे हक़ीक़त नहीं है/2 भुला दें किसी की इनायत... Poetry Writing Challenge-2 1 90 Share आर.एस. 'प्रीतम' 30 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल मेरे लिए तो कुछ भी हो मुश्क़िल नहीं हुआ हँसके किया है काम मैं बातिल नहीं हुआ /1 कैसे कहूँ हुज़ूर मैं उनसे मिला नहीं मँझधार में शुमार हो साहिल... Poetry Writing Challenge-2 1 74 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल मिलेंगे रब उन्हें जिनकी दुवा दिल को छुआ करती दुवा इंसानियत ख़ातिर हमेशा ही दुवा करती/1 जलाओ दीप घंटा भी बजाओ याद पर रखना बिना भगवान गुन अपना नहीं पूजा... Poetry Writing Challenge-2 1 58 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल मेरा ये रब्त है पगले कि फ़ितरत जान लेता हूँ हरादूँ हार को हँसकर अगर मैं ठान लेता हूँ/1 कोई सूरत नहीं ऐसी मुझे छल से हरा दे जो सुनो... Poetry Writing Challenge-2 1 64 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल इरादा हो अगर पक्का सितारे तोड़ लाएँ हम लड़ें ज़ज़्बा लिए दरिया अदब से मोड़ लाएँ हम/1 नहीं मुश्क़िल जहां में कुछ अगर हम ठान लेते हैं बनें पत्थर अगर... Poetry Writing Challenge-2 1 56 Share आर.एस. 'प्रीतम' 27 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल सलामी दें तिरंगे को हमें ये जान से प्यारा ज़मीं इसकी गगन इसका सभी आँखों का ये तारा/1 नहीं हिम्मत किसी की है उठाकर आँख जो देखे चटा दें धूल... Poetry Writing Challenge-2 2 152 Share