Kavita Chouhan "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavita Chouhan 15 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत हर जन की बहु जरूरत मालिक परखता नियत सत्कर्म से मिले बरकत कौन जानता फितरत। बुरे समय हो पहचान राह न ये आसान वक्त की प्रतिपल करवट कौन जानता फितरत... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत · बदलती फितरत · हिंदी कविताएं 5 305 Share