Basant Bhagawan Roy "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Basant Bhagawan Roy 9 Jul 2023 · 1 min read मुझे मेरी फितरत को बदलना है हाल ए इश्क में, जी रहा था मैं हाल ए मौसम, से जुदा था मै तुझपे शक करना, फितरत था मेरा मुझे नही था पता,कि गुनेहगार था मै। अब तो... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 1 255 Share Basant Bhagawan Roy 9 Jul 2023 · 1 min read फितरत बदल रही वो एक पल था, जहां मैं था - जहां तू थी था अच्छा सबकुछ, क्या मन था, क्या मिलन थी ना अब तू रही - ना अब मै रहा, अब... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 1 608 Share