Posts Poetry Writing Challenge 305 authors · 6200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 15 Next Shutisha Rajput 14 Jun 2023 · 1 min read (13) हुस्न - ए- दिदार आज मेरी तबीयत कुछ ना- साज सी है, न जाने क्यों इस दिल में एक आह - सी है। पर जब हुए हुस्न- ए- दीदार, तो ये दिल हो गया... Poetry Writing Challenge · कविता 2 178 Share डॉ. नीरजा मेहता 'कमलिनी' 14 Jun 2023 · 1 min read बाल कविता -- मोबाइल माँ दिला दो एक मोबाइल बना लूँगा मैं भी प्रोफाइल। डाउनलोड मैं एप्प करूँगा घर बैठे शॉपिंग करूँगा, मित्रों से मैं चैट करूँगा गूगल पर मैं सर्च करूँगा, आजकल का... Poetry Writing Challenge 1 115 Share डॉ. नीरजा मेहता 'कमलिनी' 14 Jun 2023 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी छंद सिंह पे सवार आई प्रेम की फुहार लाई गीतों की आज माँ को चुनरी चढ़ाइए। हाथों में त्रिशूल लिए शंख चक्र फूल लिए आई माता द्वारे मेरे मस्तक नवाइये। पांवों... Poetry Writing Challenge 150 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read समय समय समय पर जागो , समय पर सोओ समय पर अपना काम करो समय पर पढ़ना , समय पर लिखना रोशन अपना नाम करो समय पर पूजा , काम न... Poetry Writing Challenge · कविता 1 260 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता भूल जाओ जिन्दगी के नकारात्मक पलों की भयावहता चित्त को जीवन के सचेत तुम रखो न होने दो विचारों को नकारात्मकता से अचेत आत्मविश्वास... Poetry Writing Challenge · कविता 1 255 Share डॉ. नीरजा मेहता 'कमलिनी' 14 Jun 2023 · 1 min read भोले की होली मसाने में भोले की होली मसाने में, तन पर भस्म रमाने में। शिव शंकर रे जटा बांध, लगे खुद को सजाने में।। खेल रहे शिव गौरा संग खिल रहा गौरी का अंग-अंग,... Poetry Writing Challenge 177 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझको सो रही अन्तरात्मा की आवाज जगा दो मुझको बिखर न जाएँ जिन्दगी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 274 Share डॉ. नीरजा मेहता 'कमलिनी' 14 Jun 2023 · 1 min read पुनरावृत्ति आज बूढ़ी हो चुकी मेरी माँ कुछ-कुछ बेटी सी प्रतीत हो रही है, कल थी मैं जिसकी बाहों के घेरे में आज गोद में मेरी झूल रही है... कुछ पाने... Poetry Writing Challenge 212 Share डॉ. नीरजा मेहता 'कमलिनी' 14 Jun 2023 · 1 min read प्रणय गीत गीत प्रणय के आज गा रही तुम ही मेरे वरदान प्रिय, भक्तन जैसी करूँ साधना तुझ बिन जीना बेजान प्रिय। हृदय में करते यूँ अभिसार ज्यों उमड़ा हो तूफान प्रिय,... Poetry Writing Challenge 1 427 Share अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम' 14 Jun 2023 · 1 min read दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला सामान्य हुईं सात्विक विचारों भयावहता नज़र अब नहीं आतीं संवेदना और भावुकता लज्जित कर रही काम पूर्ण मानसिकता... Poetry Writing Challenge · कविता 2 231 Share डॉ. नीरजा मेहता 'कमलिनी' 14 Jun 2023 · 1 min read पथ तेरे सुमन बिछाये हैं यादों की गुलकारी से आ, वो मन मेरा महकाये हैं। भूल न जाना आना प्रियतम, पथ तेरे सुमन बिछाये हैं।। उदधि से गहरा नेह मेरा, आकाश भी छू न पाये... Poetry Writing Challenge 176 Share साहिल 14 Jun 2023 · 1 min read बहता पानी मेरा न रंग रूप आकार है स्वादहीन रंगहीन हूं पर सबकी जिंदगानी में पानी.... करता हूं लंबी यात्रा समंदर से चलता हूं, हवा के सहारे बादल बन यहां से वहां... Poetry Writing Challenge 762 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jun 2023 · 1 min read बहक सा जाता हूं। तेरी आँखों की गहराई में मैं दब सा जाता हूँ तेरी हंसी की मिठास में मैं खो सा जाता हूँ। तेरे होंठों की नरमी में मैं बहक सा जाता हूँ... Poetry Writing Challenge · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 28 3 420 Share Dr. Meena Kaushal 14 Jun 2023 · 0 min read 25 कविताएं 9454511904 Poetry Writing Challenge · कविता 243 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jun 2023 · 1 min read स्वाभाविक किससे क्या कोई बात करें बेवज़ह किसी से क्या उलझें सबकी अपनी-अपनी है पीड़ा किसके आगे रोयें सिसकें..? जो सोच रहा है जैसा भी अपने हालातों के कारण. हम अपनी... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 31 292 Share ऋचा पाठक पंत 14 Jun 2023 · 1 min read नेताजी सुभाषचंद्र बोस तिथि २३ जनवरी सन् १८९७ की, नगर कटक उड़ीसा का, पिताश्री जानकीनाथ बोस, माता श्रीमति प्रभावतीदेवीजी। पाया विलक्षण पुत्ररत्न श्रेष्ठ, नाम दिया सुभाष चंद्र बोस, प्रकारान्तर से हुआ प्रसिद्ध, कहलाया... Poetry Writing Challenge · आजादी · नेताजी · सुभाषचन्द्र बोस 1 340 Share Meera parihar 14 Jun 2023 · 1 min read सरकारी नौकरी घर से निकला लिए हाथ में लोटा और लंगोटी। ऐसी लगी नौकरिया भैया जम गई अपनी गोटी।। रास ना आए बांस मसहरी और पानी की रोटी। बिसुर गईं सब नीम... Poetry Writing Challenge · कविता 2 214 Share Meera parihar 14 Jun 2023 · 1 min read रजनीगंधा तुम रजनी गंधा मैं रात की रानी कभी तुम महके आँगन कभी मैं ज़िंदगी की पटरियों पर चलते रहे अपनी अपनी खुशबुएं साथ लिए कभी चुभे नुकीले दाँतों से ये... Poetry Writing Challenge 2 195 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 14 Jun 2023 · 1 min read निर्भय सत्कर्म करता मन बने सात्विक विचारों, का प्रबल समर्थक निर्भय होकर ले शपथ चल!कर्मपथ,कर्मपथ,कर्मपथ...१ चुनौतियां है प्रबल कण्टक,रोडे भरे पडे है, निर्भय होकर चलना सीख राह मिले जो अग्निपथ चल!कर्मपथ,कर्मपथ,कर्मपथ...२... Poetry Writing Challenge 211 Share नाथ सोनांचली 14 Jun 2023 · 2 min read भारत वर्ष (शक्ति छन्द) यह सृजन है नाथ भारतवर्ष के भूगोल का मानचित्रों से इतर निर्जीवता के बोल का सीप में मोती पले औ स्वर्ण सम सब रेत हैं अन्नपूर्णा सी जहाँ सोना उगलते... Poetry Writing Challenge · कविता · शक्ति छन्द 501 Share नाथ सोनांचली 14 Jun 2023 · 1 min read बेबसी (शक्ति छन्द) सड़क के किनारे पड़ी बेटियाँ कहीं से उन्हें ना मिले रोटियाँ ग़रीबी विवशता रुलाती उन्हें सदा भूख भी है सताती उन्हें ।। निवाला बने जो पिता काल के ख़ुसी भागती... Poetry Writing Challenge · कविता · शक्ति छंद 1 377 Share नाथ सोनांचली 14 Jun 2023 · 1 min read बिल्ली मौसी (बाल कविता) बिल्ली मौसी बड़ी सयानी, छिपकर घर में आती है पा जाए जो दूध कहीं तो झट पट चट कर जाती है आँखे इसकी नीली भूरी, देख सदा मटकाती है धीरे... Poetry Writing Challenge · कविता · ताटंक छन्द · बाल कविता 1 586 Share नाथ सोनांचली 14 Jun 2023 · 1 min read वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी) अंधा राजा मौन सभासद, द्यूत सभा तैयार अस्त्र त्याग कर चूड़ी पहने, पाण्डव हैं लाचार भीष्म उचित अनुचित की गणना, आज गए हैं भूल विवश प्रजा के सपने सारे, रहे... Poetry Writing Challenge · कविता · सरसी छंद 1 427 Share नाथ सोनांचली 14 Jun 2023 · 1 min read निभाना साथ प्रियतम रे (विधाता छन्द) पड़े जब भी जरूरत तो, निभाना साथ प्रियतम रे सुहानी हो डगर अपनी, मिले मुझको न फिर गम रे बहे सद प्रेम की सरिता, रगों में आपके हरदम नहाता मैं... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · विधाता छन्द 1 402 Share नूरफातिमा खातून नूरी 14 Jun 2023 · 1 min read लोवर टी शर्ट पहिन खेल तारी गोली अंग्रेजी एक्शन से बोल तारी बोली लोवर टी शर्ट पहिन खेल तारी गोली आठ बजे सुत के उठे ली बिहाने कुछ कहला पर लाठी डंडा ताने खाना ना बनैहे लकड़ी... Poetry Writing Challenge · कविता 147 Share Indu Jhunjhunwala 14 Jun 2023 · 1 min read जगा गया कोई फिर से मिलने की ख्वाहिश, जगा गया कोई, आज सपनों में आ गया कोई। उनकी यादों में घिर के सोए थे, क्यों सोते उठा गया कोई। अश्क के नाले, बहते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 93 Share Sonal Namita 14 Jun 2023 · 1 min read रख लो ना रख लो ना मुझे बस इतने से काम पर रख लो ना ! जब चलते चलते तुम्हारी पतलून की बालकनी से रुमाल का लिबास गिर जाये , तो उसे उठाकर... Poetry Writing Challenge 224 Share Laxmi Narayan Gupta 14 Jun 2023 · 1 min read निहितार्थ विद्यार्थी काल की पुस्तक पुस्तक के दो पन्नों के बीच रखे सूखे गुलाब को हर जन्मदिन की तरह इसवार भी पर अंतिम बार निहार कर कर दिया उसको हर हर... Poetry Writing Challenge 352 Share Dr Shelly Jaggi 14 Jun 2023 · 1 min read 'घृणा से प्रश्न और संवाद' घृणा! तुमसे कुछ प्रश्न मेरे, जो अक़्सर दिल तड़पाते हैं रे! क्यों जल्दी से बढ़ जाती हो, तिल का ताड़ बनाती हो! रिश्तो में गाँठें पड़ जातीं, तुम चुपके से... Poetry Writing Challenge 2 191 Share Shalini Mishra Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read अस्तित्व शीर्षक- अस्तित्व खो गई हूँ, कहीं वक़्त के गर्त में, है क्या अस्तित्व मेरा, कहाँ थी जड़े मेरी, कहाँ तरु पनपा है। मैं - मैं नहीं हूँ, कौन हूँ मैं,... Poetry Writing Challenge · कविता 3 370 Share Shalini Mishra Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read धरती की गोद में धरती की गोद में, समाया सारा संसार। जीवनदात्री तू है सबकी, उठाया जग का भार।। तेरी गोद में खेले, कल-कल करती नदियाँ। वक्ष पर तेरे बनी, जाने कितनी पगडंडियाँ।। ऊँचा... Poetry Writing Challenge · कविता 1 205 Share Shalini Mishra Tiwari 14 Jun 2023 · 1 min read मालूम नहीं मालूम नहीं कटी पतंग का दशा न दिशा कटी कब डोर पता नहीं भटक रही है जाने कबसे मालूम नहीं। वेगशून्य अस्थिर शून्य में न ओर-छोर था गुमान की बंधी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 314 Share Sonal Namita 14 Jun 2023 · 2 min read प्रकृति कहे पुकार के प्रकृति कहे पुकार के आओ ना,मिलकर आत्ममंथन करते हैं, मैली हो गई प्रकृति को फिर चंदन करते हैं। ये काल है विशाल विपदा का, आओ ना मिलकर हम चिंतन करते... Poetry Writing Challenge 273 Share Sonal Namita 14 Jun 2023 · 1 min read सुनो ना! सुनो ना! आज तुम मुझे एक पुरानी किताब में मिले- गुलाब के फूल से बेइंतेहा महकते हुए, बीते वक़्त की वाइन में लिपटे हुए जैसे मिला करते थे तुम मुझसे।... Poetry Writing Challenge 1 253 Share Dr Shelly Jaggi 14 Jun 2023 · 1 min read आज़ादी का दिवस आजादी का दिवस पावन, लगता कितना मनभावन! हर पल मदुराई छाई है, मानों जवानी गदराई है! मन भर जाता है गौरव से, राष्ट्र प्रति फिर पौरुष से! केसरिया बाना भाता... Poetry Writing Challenge 2 189 Share Sonal Namita 14 Jun 2023 · 1 min read मालूम है मुझे तुम नहीं हो! मालूम है मुझे तुम नहीं हो ! ना ख्याम्मी ख्यालों में , ना रुमानी रुमालो में , ना ज़ावेदी ज़हन में , ना इलमी चमन में , ना गुलजारिश गुजारिशो... Poetry Writing Challenge 220 Share Dr Shelly Jaggi 14 Jun 2023 · 1 min read हर एक पल हर पल में एक रवानी है, सिसकती कहाँ जवानी है! जीवन तो बहते नीर सा- रुक गया तो गन्दला होना है! संकटों से अगर घबरा गया, तो गुमनामी में खोना... Poetry Writing Challenge 297 Share Sonal Namita 14 Jun 2023 · 1 min read आजकल आजकल आजकल,कल-कल नहीं बहता मन का झरना, आजकल मन उलझनों का एक पुलिंदा सा है। नींद भी नहीं आती और ख्वाब भी नहीं आते, ना जाने कैसे-कैसे ख्याली पुलाव से... Poetry Writing Challenge 236 Share Dr Shelly Jaggi 14 Jun 2023 · 1 min read खुशियाँ ख़ुशियों को लंबी उम्र मिले, झट आती है चली जाती क्यों! फूलों जैसी फितरत इनकी, खिलते ही जल्द मुरझाती क्यों! ग़म के नासूर बरसों रहते, ज़ख्मों पर चुभते नश्तर से!... Poetry Writing Challenge 1 346 Share Sonal Namita 14 Jun 2023 · 1 min read जज़्बात-ए-दोस्ती जज़्बात-ए-दोस्ती एक नायाब जज़्बा है शरारतों का मासूम क़स्बा है शोला भी है, शबनम भी है , ख़ुशी भी है,गम भी है। एक खासमखास सवाब है ये , हर मुश्किल... Poetry Writing Challenge 139 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read तेरा फिक्र मेरी हर बातों में तेरा, जिक्र हमेशा होता है मुझे बस तेरा, फिक्र हमेशा होता है । तेरी मासूमियत का अंदाज, नही है मुझे दुआ करता हु, की कुछ हो... Poetry Writing Challenge · कविता 485 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read बड़ी मुश्किल है तू बनाया मुझे भूल जाना तुझे बड़ी मुस्किल है - बड़ी मुस्किल है जीना तेरे बिना, एक पल भी कही बड़ी मुस्किल है - बड़ी मुस्किल है । मैं जिस... Poetry Writing Challenge · कविता 1 359 Share Kumari Rashmi 13 Jun 2023 · 1 min read श्वेत और श्याम उस चेहरे की हर लकीरों के उतार-चढाव में पलकों के खुलने-बंद होने मेंं आंखों की तरलता और खामोशी मेंं तनिक भी कहीं वो अपनापन, थोड़ा भी कहीं प्रेम का एक... Poetry Writing Challenge · कविता 1 216 Share Kumari Rashmi 13 Jun 2023 · 1 min read आँखें मुंदे आंखें मुंदे नदी किनारे नाव चले पतवार हिले हवाओं की सनसनाहट पेड़ो की हलचल खामोशी से हौले-हौले गीत सुनाये प्रीत बताये डालों की पत्तियां पलकों को छुके जगाये शरीर जगे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 280 Share Kumari Rashmi 13 Jun 2023 · 1 min read भागी हुई लड़की नन्ही सी परी थी ओस की बुंदो सी नाजुक थी बर्फ की छतरी तले भोर की मुस्कान मेंं होठों पे लाली लगाये आंखों मेंं काजल सजाये आशाओं का समंदर लिये... Poetry Writing Challenge · कविता 356 Share Kumari Rashmi 13 Jun 2023 · 1 min read ईमानदार प्रेम ईमानदार प्रेम हर किसी के वश की बात नहीं होती । वफा की आग जलाये रखना हर शमा की अरदास नहीं होती । करना है आसान इश्के-मोहब्बत ये मोहब्बत कायम... Poetry Writing Challenge 235 Share Kumari Rashmi 13 Jun 2023 · 1 min read बरस हो गये तेरे दिल को गये बरस हो गये मेरे दिल मेंं बरस भर की बात रह गई कहनी थी तब जब मेरे दिल से गुजरी अच्छी थी – बुरी थी सब... Poetry Writing Challenge · कविता 213 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read कब तक बचोगी तुम कब तक बचोगी तुम, मेरी नजरों से यारा मेरी नजरों से कब तक छुपोगी तुम, अपनी जुल्फों से यारा अपनी जुल्फों से प्यार इतना हो गया की दूर तुमसे रहा... Poetry Writing Challenge · कविता 255 Share Kumari Rashmi 13 Jun 2023 · 1 min read हम मजदूर हैं करते हैं हम मेहनतकश काम मिलती है हमें मेहताना अधुरी जो बच गया पुरी करते हैं बातों के प्रहार से लात – घुंसो का दौर भी चलता है अवकाश का... Poetry Writing Challenge · कविता 298 Share Kumari Rashmi 13 Jun 2023 · 1 min read जीवन पहेली है इस दुनियां में जब से आदमी है तब से जीवन पहेली है जब से प्रेम है तब से जज्बात पहेली है जानते हैं हम कुछेक साये में ही हर-पल का... Poetry Writing Challenge · कविता 400 Share Previous Page 15 Next