Satish Srijan Poetry Writing Challenge 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Satish Srijan 26 May 2023 · 1 min read दाना दाना ----- माना दाना छोटा होता, बिन दाना नहीं दाना। बरगद पीपल पाकड़ महुआ, जन्म देत एक दाना। तना डाल पत्ते जड़ कलियां, फूल फली फिर दाना। लम्बा गोल लघु... Poetry Writing Challenge · कविता 353 Share Satish Srijan 25 May 2023 · 1 min read मेरे पापा आज तुम लोरी सुना दो बालमन को मेरे बहुत बहलाती है, रोज रात गाना गा मुझको सुलाती है। राग में गाओ या कोरी गुनगुना दो, मेरे पापा आज तुम लोरी सुना दो । माँ तो... Poetry Writing Challenge 290 Share Satish Srijan 25 May 2023 · 1 min read ले चल मुझे उस पार यहां बहुत दिन खोजा लेकिन, नहीं दिखता कहीं प्यार। जिज्ञासा मेरे मन में जागी, देखूँ वह संसार। रे नाविक ले चल मुझे उस पार। यहां लोग कहते तो कुछ हैं,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 362 Share Satish Srijan 25 May 2023 · 1 min read मां के आँचल में बड़े हो गए नहीं है शिशुपन, सोचकर ऐसा न घबराना। मन अधीर कभी जब हो जाये, मां के आँचल में छिप जाना। अपना सिर माँ की गोदी में, रख कर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 191 Share Satish Srijan 16 May 2023 · 1 min read थोड़ा सा मुस्करा दो मेरे पास बैठ करके थोड़ा सा मुस्करा दो लम्हे लगे हैं सदियां तेरा इंतजार करते। पहली नज़र में मैंने, तुझको सनम है माना, पाने की चाह लेकर मैं घूमता बेगाना।... Poetry Writing Challenge · गीत 157 Share Satish Srijan 16 May 2023 · 1 min read बिंदी बिंदी ------- सजनी माथे पर जब धारे, पिय प्रेम और श्रृंगार बने। रंगरेज बिखेरे कपड़े पर, चुनर का रूप संवार बने। अति सूक्ष्म रूप औकात वृहद, समुचित स्थल पर भार... Poetry Writing Challenge · कविता 125 Share Satish Srijan 14 May 2023 · 1 min read तू होती तो * मां तेरी पहचान कहां अब, तेरे पग का निशान कहां अब। स्वर्ग गमन की बलि वेदी पर मली गयी, बिना बताए तू उस दिन मां चली गयी। आँचल की... Poetry Writing Challenge · कविता 384 Share