Ruchika Rai Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ruchika Rai 4 Jun 2023 · 1 min read साइकिल घर के पिछवाड़े स्टोर रूम में रखी हुई है एक पुरानी साइकिल धूल से पटी हुई, उपेक्षित और तिरस्कृत सी बता रही है समय के हिसाब से ही रहती है... Poetry Writing Challenge · कविता 206 Share Ruchika Rai 4 Jun 2023 · 1 min read सुकून की चाहत दुनिया की रंगीनियां उदास मन को कहाँ लुभाती है। यंत्रवत मुस्कान,यंत्रवत बातें ,यंत्रवत खिलखिलाहटें दिल की वीरानगी हर शै पर भारी पड़ जाती है। अमावस सी कालिमा मन के भीतर,... Poetry Writing Challenge · कविता 274 Share Ruchika Rai 2 Jun 2023 · 1 min read प्रेम प्रेम में न लाँघी गयी दहलीज, ना तोड़े गए कानून, ना पार की गयीं कोई सीमा, ना होठों ने कुछ कहा, ना ही स्पर्श की अनुभूति कोई रही, उस प्रेम... Poetry Writing Challenge · कविता 2 193 Share Ruchika Rai 2 Jun 2023 · 1 min read शब्द मेरे लिए वह ही शब्द मायने रखते मैंने उन्हीं शब्दो को ताउम्र याद रखा जो मेरे टूटते वक्त में संबल बने थे। मैंने दुआओं को ताउम्र याद रखा, शुभकामनाओं को... Poetry Writing Challenge · कविता 1 307 Share Ruchika Rai 2 Jun 2023 · 1 min read सुनो न सुनो न,, जब कभी तुम मुझसे मिलना, शायद मैं मौन ही मिलूँ, मेरे मौन को पढ़ मेरी बेकरारी को समझना। सुनो न... मेरी आँखों की चमक जो दिल की खुशी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 486 Share Ruchika Rai 1 Jun 2023 · 1 min read पितृसत्तात्मक समाज महीने का आखिरी सप्ताह, पॉकेट में चंद दस के नोट, और बच्चे को है बुखार। डॉक्टर की महंगी फीस और दवाइयों के आसमान छूते दाम, जोड़ घटाव के जद्दोजहद में... Poetry Writing Challenge · कविता 1 393 Share Ruchika Rai 31 May 2023 · 1 min read नदी के किनारे नदी के दो किनारे की तरह थे हम दोनों साथ साथ चलते हुए भी मिलन की कोई आस नही थी, न स्पर्श का कोई आभास, न पाने की कोई जिद,... Poetry Writing Challenge · कविता 348 Share Ruchika Rai 31 May 2023 · 1 min read इश्क हँसते हुए चेहरे के पीछे का दर्द, कौतूहल भरी आँखों की पीड़ा, मुस्कान की सच्चाई और सब ठीक है कहने की सार्थकता जो पढ़ सकें समझ लेना उसे इश्क है।... Poetry Writing Challenge · कविता 296 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read अखबार ये जिंदगी मेरी क्यों अखबार हो गयी है, छोटी छोटी बातों का प्रचार हो गयी है, सब नजर रखते हैं हर पल मुझ पर, लगता है जैसे कोई इश्तिहार हो... Poetry Writing Challenge · कविता 139 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read परदेश रोजी रोटी ख़ातिर बेटा जो परदेश गया, वहाँ जाकर भूल वह स्वदेश को गया, अब तो स्वदेश में उसे कमियाँ बड़ी दिखती, परदेश में जाकर वह वही का हो गया।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 189 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read खत कुछ खत तुम्हारे नाम की मैंने कोरे पन्नों पर सजाई थी। जिसे अपने जज्बातों से शृंगार कर भावनाओं का जेवर पहनाई थी। भेजना चाहती थी तुम्हारे पते पर पर कुछ... Poetry Writing Challenge · अकविता। 1 362 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read विश्वास मुझे यक़ीन है, ईश्वर की बनाई इस सृष्टि में उनके द्वारा तय की गई परीक्षाओं की सार्थकता पर जब भी परीक्षाएं आती हैं कुछ न कुछ सिखाकर मुझे जाती हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 133 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read उलझन बड़ी उलझन जिंदगी में जिंदगी के साथ जो सदा भरमाते हैं। कौन अपना कौन पराया इसी उलझन में उलझे ज़िंदगी बिताते हैं। अपनी भावनाओं को स्वयं से छुपाकर जिंदगी का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 280 Share Ruchika Rai 30 May 2023 · 1 min read एहसास रात का मौन गहरा चारों तरफ सन्नाटा, अंतर्मन में शोर कैसा ये उठ रहा था, भीड़ में भी तन्हाई का आलम बसा था, और तन्हाई को किसने अपनी यादों से... Poetry Writing Challenge 1 343 Share Ruchika Rai 28 May 2023 · 1 min read मन के तार मन के तार को चलो एक बार छेड़ा जाये, दिल से दिल को एक बार फिर जोड़ा जाए। गलतफहमियों की हर दीवार ध्वस्त कर, चलो विश्वास की तरफ मन को... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 76 Share Ruchika Rai 28 May 2023 · 1 min read रफ्फू करना मुस्कान से होठों की रोज रफ्फू करती हूँ, जिंदगी के गम को मैं थोड़ा थोड़ा, विश्वास करती हूँ कि जिंदगी मजबूत होगी, इस मुस्कान के संग रोज थोड़ा थोड़ा। गम... Poetry Writing Challenge 75 Share Ruchika Rai 28 May 2023 · 1 min read इश्क उसने कहा बहुत हुई दुनिया समाज की बातें। आज सिर्फ और सिर्फ तुम इश्क पर लिखो। प्रेम के रंग से हर सफ़हे को रंगो। मैं भी सोचती रही कितना कठिन... Poetry Writing Challenge · कविता 2 96 Share Ruchika Rai 26 May 2023 · 1 min read मन का खालीपन कौन समझे मन के ख़ालीपन को किसको हम समझाये। उलझनें बढ़ती ही जाती है मन नहीं कभी सुकून को पाये। ख़्वाहिशों का अंतहीन सिलसिला, बेकली को बढ़ाती जाती है। हर... Poetry Writing Challenge · कविता 107 Share Ruchika Rai 26 May 2023 · 1 min read रिश्ते कभी कभी मैं सोचती हूँ और सोचती रह जाती हूँ। क्यों रिश्तों की दीवारें इतनी कमजोर होती की कोई आकर उनमें सेंधमारी कर जाता। क्यों छोटी छोटी बातों का मसला... Poetry Writing Challenge · कविता 1 163 Share Ruchika Rai 25 May 2023 · 1 min read भावनाएं कहाँ कभी सम्भव हो पाया है भावनाओं पर बाँध लगाना। अहसासों के वेग को रोकना और स्वयं को गलत सही के उलझन से बचा कर सुकून को पाना। यह तो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 150 Share Ruchika Rai 23 May 2023 · 1 min read चेहरे की झुर्रियां क्या तुम पढ़ सकोगे चेहरे की झुर्रियों के पीछे की कहानी को। उनके समय की भट्ठी में तपे अनुभव को, और उनके संघर्षों को या फिर समय के साथ तालमेल... Poetry Writing Challenge · कविता 305 Share Ruchika Rai 23 May 2023 · 1 min read ईश्वर कहाँ मिलें हर मंदिर के चौखट पर है शीश झुकाया, हर सांध्य गीत में ढोलक पर थाप लगाई, वेदों ऋचाओं को पढ़ पढ़कर है तलाशा, हर अजान में मन में है एक... Poetry Writing Challenge · कविता 164 Share Ruchika Rai 21 May 2023 · 1 min read मन की खूंटी मन की खूँटी पर टाँग दी है कुछ उम्मीदें, कुछ चाहतें, अपनी मौन मोहब्बतें, ना जाने कब दरकार पड़ जाए उसकी, न जाने कब बदल जाये जिंदगी, और क़ब इंद्रधनुषी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 71 Share Ruchika Rai 21 May 2023 · 1 min read दिल की बातें जीवन की अपनी सीमाएं, दिल की अपनी मजबूरी, भाने लगा सदा ही वह, जिससे बनानी थी दूरी। मन की अपनी ख़्वाहिशें, जीवन की अपनी आजमाइशें, चाहतों को बयां नही कर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 189 Share Ruchika Rai 21 May 2023 · 1 min read किस्मत कर्म से किस्मत के लिखे को बदलते देखा है, बिगड़ी किस्मत को हमने संवरते हुए देखा है। माना कि कुछ बातें हमारे पहुँच से दूर होती, पर उनको भी कोशिशों... Poetry Writing Challenge · कविता 190 Share