Punam Pande Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read घर से बेघर घर की चपाती, घर के आसन के बाद, जब, बाहर के भटूरे, बाहर की चमाचम, जब अचछे लगने लगे , तो , नजरअंदाज कर दिया । मेरा ,आशियाना , फिर,... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 254 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read मन बगीचे की , रौनक से , उकताई तितली का , मन कहता है कि, यह आनंद, निरर्थक है । फूलों से लकदक , यह उपवन छोड़कर, भाग जाऊं । दूर... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 198 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read एकाकार तुम अब,जो, तुम हो शामिल, इस जीवन में, तो,यह जगत, मुझे, मुझसे, जानना ही नहीं चाहता, इतने दिन में, तुम्हारा ही रंग, चढ गया,है मुझमे, क्या तुमसे पहले, अधूरा था जीवन,... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 2 139 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read तुम अचछा,,अब चलूँ कहकर, मेरे हाथ पर से अपनी हथेली, हटाकर, तुम चले गये। पर, फिर, भी , रह गये मुझमे, जैसे रह जाती है , तश्तरी में, संतरे के छिलकों,... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 1 177 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read उत्तर नही है इन दिनों, रसोई तक का सब सामान बदला- बदला सा है। बदलाव को कोई नहीं रोक सकता। काल की अपनी चाल है, । अपनी गति से समय आता और जाता... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 2 176 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read एक बछड़े को देखकर एक बछड़े को , देखने के बाद, ऐसे ही , मुंह मत फेर लिया करो , हो सकता है , कि , वो भी , लाडला, शहजादा , हो ,अपनी... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 221 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read कोठरी समाज और घर, दोनों को, निभाते हुए, दिल हुआ पत्थर, हर रात इसी पर, कील ठोंककर, लटका देती, शिकायतें, पर, जब, चांद उगता है, तो ,ये शिकायतें, आवाज बन जाती... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 160 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read सम पर रहना अपना मनचाहा, गर , ज्यादा होने लगे, तो भी, मन , उखड़ने सा लगता है। हर समय विलासिता का, परिवेश, बैचैन करता है , और ,अत्यधिक आनंद को , भी... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 2 182 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read भिखारी का बैंक उसने , भिखारी से, पूछा, "भरपेट खाना, खा लेते हो?" जवाब की जगह, उसकी आंतों में, फड़कने लगी, कल रात,वाली, कच्ची दारू की गैस, और, फिर, जब उसने, दोबारा पूछा,... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 228 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read एक चिडियाँ पिंजरे में एक पिंजरे की मजबूर चिडियाँ सी वो ,, अपने पंखों को सिकोड लेती है फडफडाने से पहले। वो किसी कुएँ की मेंढकी सी रोक लेती है अपने फुदकने वाले भाव... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 2 168 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read करारा नोट मै,करारा,नोट हूं, एकदम बिंदास हूं, और स्वतंत्र हूं, मै ही , लोकाचार और मै ही , लोकतंत्र हूं, मै , चुनाव के समय, जनता को, ललचाता हूं, और मै ही... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 4 192 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read क्रिकेट का पिच, अहम् इस तरह , जा टकराये, होश हो गया शून्य। क्रिकेट के पिच पर देखा है , ऐसा जोश जुनून । बीच खेल के, तनातनी का, ऐसा था माहौल, ।... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 2 191 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read हीरक जयंती आजादी का अमृत उत्सव सभी दिशाओं में है कलरव गरिमा प्रज्ञा अस्मिता संवैधानिक दिव्यता , भारत है इक सभ्यता, संस्कृति के संग रचा बसा , लोकतंत्र अभिमान हमारा। लोकतंत्र सम्मान... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 4 178 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read आसमां से आई आसमां से आई बूंदे बन गई गहना , लग रहा धरती ने मोती हार है पहना । सितार बजा रही हवा का, भी यही कहना, फुहारों अब कुछ समय, तुम... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 186 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read नेता की रैली एक नेता की रैली में, अचानक,जनता हो गई मुखर, जनता के जवाब सुनकर, नेता पसीने से तर- बतर, नेता,ने जब कहा, हमेशा जारी रहेगा, जन सेवा का सिलसिला, जनता,ने कहा,चुप... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 2 295 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read एक सपना एक सपना है , सच्चा सपना , उसमें , दूध भरा गिलास है , दाल- रोटी वाली थाली है , खाट है , कंबल- रजाई वाला , मटकी है, सुराही... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 2 189 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read मासूमियत एक कठोर चेहरे वाली, मेहनती औरत , रोज निकलती है , बाजार से, उसके , पग फौलादी है , उसके चलने से, सडक मे आवाज आती है , जैसे कि,... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 1 155 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read मुझमें एक जन सेवक है, मेरा भाषण सुनने वालो, एक नजर मुझ पर दौड़ालो, मेरे ,मतदाताओ, मुझ पर तरस खाओ, मुझमें एक सच्चा, जनसेवक है। जो,लेवक नही, देवक है , मैंने, आठ शून्य से, अधिक... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 2 299 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read अभिव्यक्ति अगर आचरण, सहज सरल हो, दुश्मन भी, बन जाते मीत, अगर भावना, सरस सलिल हो, बातचीत लगती है गीत, मनोवृत्तियों,मनोभाव को, जब भी कहना होता है, तब,मुख के शब्दों गहना,... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 197 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read एक अकेला एक कालोनी के गुमनाम होते उजाड़ बगीचे के भीतर और भीतर संकरी पगडंडी पर चलकर वो झुका ही रहता है । लापरवाही का दंश झेल रहे इस बगीचे में रात... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 166 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read गजल मीठी यादों को फिर पिरोने से । सुख छलकता है दिल के कोने से । प्यार भरा आंचल ही बेहतर है, किसी मखमली बिछौने से । नीम का चेहरा भी... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 4 1 235 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read आलाप आलाप दिल का, सुन रहा है, इच्छाओं का स्पंज और उनको सोखता रहता है, ये गुब्बारे सा फूलता मन। डायबिटीज की गोली जैसा मीठा उसका बोलना। पर, दिनचर्या की, जददोजहद,... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 220 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read फ्राॅड की कमाई फ्राॅड करने वाले, क्या तेरे,मन में समाई, तू खाता और पचाता , फ्राॅड की कमाई। गजब है नेटवर्क तेरा अजब है ये वर्क तेरा सबको उल्लू बनाने वाले, होगा जरूर... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 2 177 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read इस मोड़ पर अब, किसी भी दिन, भले ही , भांय,भांय करता, हो बच्चों के बगैर सूना घर। मगर, हौले- हौले, एक , शांतचित्त को, आदत,हो ही गई है, उस सूनेपन में, जी... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 159 Share Punam Pande 15 Jun 2023 · 1 min read पनघट और पगडंडी एक साधिका सी लगती है , जब वो , सर पर, मटका रखे, पगडंडी से होते हुए , पनघट तक जाती है। उस समय, पगडंडी के मन को छू लेते... Poetry Writing Challenge · Hindi Kavita · कविता 3 211 Share