PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 6 Jun 2023 · 1 min read सत्य सत्य जब सामने आता है , सह नहीं पाते उसकी कड़वाहट। छिपाने की कोशिस करते हो, तुम व्यर्थ ही चिल्लाकर। मगर, नहीं जानते यह सत्य छिप नहीं सकता। शब्दों की... Poetry Writing Challenge · कविता 19 10 315 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 6 Jun 2023 · 1 min read प्रतीक्षा-पत्र साॅंझ का धुंधलका मन में उतर गया। वक्त के साथ -साथ सब कुछ बदल गया। पंगु होती जा रही बूढ़ी माँ की आस। कुंठाऍं घेर रही मन का आकाश। कजरारी... Poetry Writing Challenge · कविता 14 8 479 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 6 Jun 2023 · 1 min read पूजा के बाद मंदिर में पूजा के बाद, ऑंचल फैला कर, किसी ने माॅंगी मनौती, किसी ने माॅंगा प्रसाद। मेरे भी हाथ कुछ उठे, सिर झुका नमन कर, ऑंख उठाकर देखा मैंने, कर... Poetry Writing Challenge 11 4 388 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 6 Jun 2023 · 1 min read नव प्रभात आओ नव प्रभात! खिले-खिले पुष्प, ओस भीगे पात, कह रहे झूम - झूम आओ नव प्रभात! भक्ति में भीगे स्वर, पुलकित मृदुगात, शंख -ध्वनि कहती आओ नव प्रभात! मचल उठी... Poetry Writing Challenge · कविता 10 546 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 6 Jun 2023 · 1 min read शत् - शत् वन्दन माते! तेरा शत् -शत् वन्दन। तू ही जननी इस सृष्टि की, तू जाया ममता- दृष्टि की; तुझसे ही माॅं है यह जीवन, माते! तेरा शत् -शत् वन्दन। सबका आश्रय तेरा... Poetry Writing Challenge · कविता 8 471 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 5 Jun 2023 · 1 min read रेगिस्तान रेगिस्तान क्या है? दूर- दूर तक विस्तृत रेत ही रेत, पीला सोना ही सोना। सुंदर है बालू के टीले, मनोहर है मृगमरीचिका, दिन में उष्ण रात में शीतल, किरणें करती... Poetry Writing Challenge · कविता 8 4 536 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 4 Jun 2023 · 1 min read पत्थरों का निमंत्रण छोटे, मोटे नुकीले पत्थर देते हैं मुझे निमंत्रण आकर हमें गले लगा लो। अपने अनुभव की छैनी से हमको धीरे- धीरे गढ़ कर अपना कोई शिल्प सजा लो। हम न... Poetry Writing Challenge · कविता 6 646 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 3 Jun 2023 · 1 min read लड़की एक कोमल अहसास, उज्ज्वल विमल उजास, भविष्य की आस, होती है लड़की। स्नेह का जलजात, सिहरता सा प्रपात, प्रीत की सुवास, होती है लड़की। सागर से गहरी, जीवन की प्रहरी,... Poetry Writing Challenge · कविता 7 3 750 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 3 Jun 2023 · 1 min read अमर क्षण फूलों में गंध कौन रोक पाया है हमेशा के लिए। लाख बने बांध कौन रोक पाया है नदी की विनाश लीला। काल का अश्व किसने बांधा है। गुजर जाते हैं... Poetry Writing Challenge · कविता 8 442 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 3 Jun 2023 · 1 min read दिन ढलता जाता देखो! दिन ढलता जाता। रात को दे मौन निमंत्रण, रवि विहॅंसता भागे पथ पर, साॅंझ को ले आकुल अंतर, गोद में सिर रख सो जाता। देखो! दिन ढलता जाता। लौट... Poetry Writing Challenge · कविता 9 359 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 2 Jun 2023 · 1 min read आसमान हमारा आसमान धरती से जुदा हो गया है। आसमान! तुम्हें क्या हो गया है? तुम्हारा श्याम-सा तन स्वच्छ मुख धुएँ के बीच धुंधलाकर धुआँ- धुआँ हो गया है। निर्मल जल... Poetry Writing Challenge · कविता 8 4 426 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 2 Jun 2023 · 1 min read मेरा संबल मेरी आँखों में, मेरा सपना सही सलामत है। वह मेरे ह्रदय की, सबसे अनमोल अमानत है। राहों में हालातों ने, बेशक कांटे बोए हैं। जीवन की पगडंडी पर उनका भी... Poetry Writing Challenge · कविता 4 3 523 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 2 Jun 2023 · 1 min read मित्रता पहले झगड़े एक-दूसरे को परेशान किया। खूब सता करके अहम् का समाधान किया। फिर पता नहीं कब सामन्जस्य स्थापित हुआ? जाने किन विचारों, किन भावों ने दिल को छुआ? चेहरे... Poetry Writing Challenge · कविता 5 371 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 2 Jun 2023 · 1 min read बीज की अभिलाषा पेड़ के नीचे एक बीज था पडा़। सोच था मन में- क्या वृक्ष बनकर हो पाऊँगा खड़ा? क्या मिल पाएगी मुझको जल, हवा? क्या कर्त्तव्य-बोध वहन कर पाऊँगा मैं? क्या... Poetry Writing Challenge · कविता 8 500 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 2 Jun 2023 · 1 min read बचपन बचपन कुदरत का उपहार, मिलता सबसे अतुलित प्यार। बचपन एक महकता उपवन, निर्मल, निश्छल रहता है मन। बचपन एक सुहाना सपना, कोई दुश्मन न होता अपना। बचपन एक मधुर संगीत,... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कविता 4 360 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 2 Jun 2023 · 1 min read रात तारों की ओढ़नी पहने मचली कमसिन रात। झींगुरों की पहन पायल करती किससे बात? चाॅंद की चाॅंदनी में निखरा मासूम चेहरा। हर किसी में होड़ मेरे सिर बंधे सेहरा। मगर... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 6 4 466 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 31 May 2023 · 1 min read आधुनिकीकरण यह आधुनिकीकरण ! मार दिया है जिसने मानवता को। फंसा दिया है मानव को अंतहीन मृग-मरीचिका में। हत्या कर दी है जिसने समस्त संवेदनाओं की। मानव सुन ही नहीं पाता... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं · कविता 4 369 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 31 May 2023 · 1 min read प्रार्थना प्रार्थना नहीं है शब्दों का व्यूह मात्र। पूजन, अर्चन, वन्दन भी नहीं है प्रार्थना के उपादान। फिर प्रार्थना क्या है? प्रार्थना एक दिव्यानुभूति है, सृष्टि के रचयिता के प्रति निश्शेष... Poetry Writing Challenge · कविता 6 513 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 30 May 2023 · 1 min read जीवन गीता पहचान इंसान की तन से नहीं, उसके किए कर्म से होती है। बदल देता है लेख नियति का और अपना भाग्य कर्मनिष्ठ मानव। जिस दिन कठिन कर्म पगडंडी पर चलता... Poetry Writing Challenge · कविता 6 446 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 30 May 2023 · 1 min read प्यार प्यार लिखता है अनमोल कविता। प्यार सिखाता है निश्छल समर्पण। प्यार से उपजती आर्द्र करूणा। प्यार से निकलते पवित्र प्रार्थना स्वर। प्यार से मिलता साकार ईश्वर। प्यार से होती मुग्ध... Poetry Writing Challenge · कविता 4 301 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 29 May 2023 · 1 min read गंगाजल पावन पुनीत गंगाजल बहता था जो छल-छल। धारा का उच्छल प्रवाह बहता था अविरल। जिसके दर्शन से, जिसके मज्जन से हो जाता था मन अकलुष और निर्मल। युगों से मानव... Poetry Writing Challenge · कविता 8 469 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 29 May 2023 · 1 min read प्रतीक्षा सदियों से किसकी करते हो प्रतीक्षा? बिछाते हो घास का कोमल बिछौना। चाॅंद-सूरज की जलाकर बाती। छेड़ते हो दिशाओं में नित नई रागिनी। जिसके लिए यह साज सब कौन है... Poetry Writing Challenge · कविता 3 446 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 29 May 2023 · 1 min read कर्म-हल पत्थर पर माथा पटकने से क्या फायदा? झटक देते हैं दामन देख असहाय को यही दुनियाँ का है कायदा। मुकाम कौनसा है जहाँ जिन्दगी को खतरा नहीं। गिराने वाले बहुत... Poetry Writing Challenge · कविता 8 4 473 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 29 May 2023 · 1 min read वही जीता जीवन यात्रा का सुख, अनायास पा लेने में कहाँ? अथक प्रयत्नों से, बाहों में समेट लेता जहां। पार कर गिरि-नद-नाले, दुर्लंघ्य शिखर, अन्तहीन मरूस्थल में, नंगे पाँव। जीतकर अतृप्त प्यास,... Poetry Writing Challenge · कविता 6 271 Share PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य ) 29 May 2023 · 1 min read एक प्रश्न कान्धे पर फटा हुआ सा कूड़े का बोरा लटकाए। कटे-फटे वसनों में मुश्किल से अपना तन छिपाए। शीत में वह ठिठरता गर्मी में सहता तीव्र तपन है। कूड़े-कचरे से कुछ... Poetry Writing Challenge · कविता 6 356 Share