प्रदीप कुमार गुप्ता Poetry Writing Challenge 30 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रदीप कुमार गुप्ता 1 Jun 2023 · 1 min read टूटे दिल की बात दिन तो बहुत हो गए उस दिन को, पर याद तो होगा ही तुम्हे वो हसीं पल, कही थी जब बात मैंने अपने दिल की, सुनकर हुई होगी तेरे दिल... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 1 583 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 1 Jun 2023 · 1 min read रात के मुसाफिर रात के मुसाफिर, दिन में कहाँ जायेंगे। जो निकले वो घर से, तो धूप में जल जायेंगे। रात के मुसाफिर, दिन में कहाँ जायेंगे। ये गर्मी की तपिश, सुर्ख हवाओं... Poetry Writing Challenge · Kavita 172 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 30 May 2023 · 1 min read जाना खाली हाँथ है इस जीवन का अंत तो, एक दिन हो जाना है। कितना भी हो सुख या दुःख, सब छूट इधर ही जाना है। जो तुम बहुत सुखी हो तो, याद हमेशा... Poetry Writing Challenge · Kavita 353 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 30 May 2023 · 1 min read आज की पीढ़ी इस नए युग की पीढ़ी को, मै देख बहुत हूँ चिंतित। भ्रम नगरी में पलते ये सब, सत्य भान नहीं किंचित। यूट्यूब ट्विटर फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिक टॉक। डूबे रहते... Poetry Writing Challenge · Kavita 1 338 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 28 May 2023 · 2 min read वो खुशियां लौट आएंगी दूर होकर के तुम, याद बहुत आते थे। पास आकर के फिर, ये दूरियां क्यों हो गयीं। वफ़ा हम दोनों ने, निभाईं हैं अब तक, फिर बेवफा सी ये, मजबूरियां... Poetry Writing Challenge · Hindi Poetry 1 144 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 28 May 2023 · 1 min read प्यारी दीदी छोड़ हमे तुम चली गयी, अपनी यादों के साथ में । किससे बँधवाउंगा मैं अब, राखी अपने हाथ में । तेरा चेहरा आंखों में, भूल नहीं मैं पाता हूँ ।... Poetry Writing Challenge · Hindikavita 1 161 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 28 May 2023 · 1 min read मैंने कुछ सीखा उन कठिन दिनों में मैंने, इस जीवन से कुछ सीखा । रुकी थी जब सारी दुनिया, लोगों को घरो में कैद देखा । दिलो में था डर और लाचारी, विश्व... Poetry Writing Challenge · Kavita 1 126 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 28 May 2023 · 1 min read पति पत्नी की नोक झोंक पति पत्नी की नोक झोंक में, गर जो तीसरा आ जाये। गेहूं साथ तो घुन भी पिसता, भाग कंहा वो कैसे पाये। अक्सर मेरे साथ हुआ ये, हम दोनों की... Poetry Writing Challenge · Hasya 4 433 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 28 May 2023 · 1 min read हफ्ता गीत एक हफ्ते में होते हैं सात दिन, शनि और रवि बीत जाते हैं जल्दी। सोम मंगल बुध गुरु और शुक्र, बीतते हैं बस घड़ियाँ गिन गिन। सोमवार से शुरू होती... Poetry Writing Challenge · Hasya 2 197 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 27 May 2023 · 1 min read बहुत दिनों के बाद बहुत दिनों के बाद, अच्छी लगी वो बात। जो करी थी हमने, जब गुजर रही थी रात। वो यादें वो पुराने पल, सब आ रहे थे याद। बीती हुई जिंदगी... Poetry Writing Challenge · Hindikavita 1 122 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 27 May 2023 · 2 min read राहु और केतु रत्न जड़ित सोने सी काया, रूप वो ऐसा सबको भाया। आसमान से उतरी थी वो, सत्य नहीं वो कोरी माया। सम्मोहन में बंधे थे सारे, देव और दानव सभी निहारें।... Poetry Writing Challenge · Kavita 1 368 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 22 May 2023 · 1 min read धर्म की राजनीती धर्म का कांटा किसको तोले, जो भी बोले नफरत घोले । सब बन बैठे उसके ठेकेदार, उससे नहीं किसी को प्यार । वर्चस्व का ये खेल पुराना, खून खराबे का... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 83 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 22 May 2023 · 1 min read हँसते चेहरे निकले थे घूमने, हम सफर लम्बा, तय करके थके हारे, जो पहुंचे मुकाम पर। लटके हुए चेहरे और, झुके कंधे लेकर। पर जैसे ही तस्वीर, लेने की बारी आयी। चेहरे... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 83 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 22 May 2023 · 1 min read सच्ची ख़ुशी खोजता रहा मै दिन प्रतिदिन, सच्चे सुख की परिभाषा। जानूंगा मै राज ये एक दिन, मन में थी अभिलाषा। जीवन की ये कठिन पहेली, सब मन में हैं सुलझाते। खुद... Poetry Writing Challenge · Hindikavita 2 170 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 21 May 2023 · 1 min read हमारे रिश्ते में ये दरार जो आयी है हमारे रिश्ते में, ये दरार जो आयी है। छोटी नहीं ये तो, बड़ी गहरी खाई है। सोंचा न था, बात इतनी बिगड़ जाएगी हम दोनों के दरमियाँ, दूरियां लाएगी। गलतफहमियों... Poetry Writing Challenge · Kavita 3 219 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 18 May 2023 · 2 min read किसी तो किनारे से चलना पड़ेगा किसी तो किनारे से चलना पड़ेगा किसी के सहारे से बढ़ना पड़ेगा। ये लम्बा सफर है गमे जिंदगी का, तुम चाहो न चाहो मानो न मानो, गिरो लड़खड़ाओ उठो डगमगाओ,... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 144 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 18 May 2023 · 1 min read कुछ न कुछ तो मिल जायेगा कुछ न कुछ तो मिल जायेगा, हम प्रयास जो कर लें थोड़ा। आम कंहा से तुम खाओगे, जो तुमने उसको न तोडा। पैदा होकर खड़ा हुआ वो, फिर हर दिन... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 202 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 17 May 2023 · 1 min read लिखता रहा मिटाता रहा लिखता रहा मिटाता रहा, मन में ही गुनगुनाता रहा। कह न पाया बात दिल की, बस सोंच ये पछताता रहा। दिल की बात जुबां तक न आयी, बस ख्याल दिल... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 371 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 17 May 2023 · 1 min read आसां नहीं होता कोई भी मुकाम आसां नहीं होता कोई भी मुकाम, बड़ा या छोटा नहीं होता कोई भी काम। जो हौसला बुलंद हो तो मिल जाती है मंजिल, फिट क्यों न चलना पड़े सुबह और... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 238 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 16 May 2023 · 1 min read मौन हूँ मै जिंदगी के इस खेल में, कुछ मौन हूँ मै । बहुत समझा जिंदगी को, ढूंढता हूँ इस पल, अब कौन कौन हूँ मै । तरह - तरह के सितम, खाये... Poetry Writing Challenge · Geet 3 378 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read क्यों उलझे उस बात में क्यों उलझे उस बात में, जो नहीं है अपने हाथ में। कल की चिंता छोड़ के हम, जी लें अब कुछ साथ में। क्यों उलझे उस बात में। किसे पता... Poetry Writing Challenge · Baat 2 269 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read कुछ बात करें मिल बैठ कुछ बात करें, दिल की बातें चार करें। मन की गांठे खुद से खोलें, अपनों से कुछ अपना बोले। दिन ये चार पहर का प्रहरी, आज नहीं तो... Poetry Writing Challenge · Dil Ki Baat 3 233 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read ज़िन्दगी में कभी कुछ अलग होने चाहिए ज़िन्दगी में कभी कुछ, अलग होना चाहिये । रोकर तो सब हँसते हैं, कभी हंस कर भी रोना चाहिये । उम्र बीत गयी अब तो, इन रस्मों को निभाने में... Poetry Writing Challenge · Jindagi 3 155 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read नहीं अकेली तू इस जग में नहीं अकेली तू इस जग में, मैं भी तेरे साथ खड़ा । मिलकर दोनों साथ बढ़ेंगे, संकट हो फिर कितना बड़ा। तेरे हाथ को पकडे-पकडे, पार मैं कर लूँ सात... Poetry Writing Challenge 2 184 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read कोरोना का तांडव महामारी का मचा है तांडव, हर देश हर द्वीप में । छड़-छड़ काल ग्रसित करता है, जीवन अपने समीप में । पूरी दुनिया में है फैला, बहुत बड़ा है ये... Poetry Writing Challenge · Corona 3 176 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read जीवन है ये छोटा सा जीवन है ये छोटा सा, काम कर लो खत्म सभी । मृत्यु का कुछ पता नहीं , कल हो या फिर हो अभी । जीवन है ये छोटा सा, काम... Poetry Writing Challenge · Jeevan 2 218 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read खोता गया वर्तमान गुजरते वक़्त के साथ, गुजरती गयी यादें। भूल गया मैं अब तो, जो खुद से किये थे वादें । सोचा था ये करूँगा, और करूँगा वो सब । जीवन के... Poetry Writing Challenge · Vartman 2 245 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read जीवन बड़ा अमूल जीवन बड़ा अमूल रे भईया, जीवन बड़ा अमूल । जो न समझा इस जीवन को, उसने कर दी भूल रे भईया । जीवन बड़ा अमूल । हम जब आये इस... Poetry Writing Challenge · Jeevan 2 176 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read बचपन के वो दिन वो दिन भी क्या दिन थे, जब धूप हमें छाँव लगती थी । खाली पेट भी जो होते हम, तब भी हमें फुर्ती लगती थी । बचपन के वो दिन... Poetry Writing Challenge · Bachapan Ke Din 2 172 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read जब विपत्ति आती है जब विपत्ति आती है, इंसान को आजमाती है । दिल से जो हारा तो, जान भी चली जाती है । जो ठान लो मन में, तो हर मंज़िल मिल जाती... Poetry Writing Challenge · Himmat 2 121 Share