पंकज पाण्डेय सावर्ण्य Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 14 Jun 2023 · 1 min read निर्भय सत्कर्म करता मन बने सात्विक विचारों, का प्रबल समर्थक निर्भय होकर ले शपथ चल!कर्मपथ,कर्मपथ,कर्मपथ...१ चुनौतियां है प्रबल कण्टक,रोडे भरे पडे है, निर्भय होकर चलना सीख राह मिले जो अग्निपथ चल!कर्मपथ,कर्मपथ,कर्मपथ...२... Poetry Writing Challenge 211 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read जनक सुता राजा जनक की प्रजा तडप रही, जल बिन जीव सभी हुये बेहाल है ऋषि,मुनि,मंत्रिजन सलाह ले रहे जनक कैसे आयी विपदा कैसा ये काल है राजा हल जोंते ये सहमति... Poetry Writing Challenge 118 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read कवि हृदय जीवन की वो स्मृतियां जो अंकित होती हृदय पृष्ठ पर वही रंगोली चित्रित होती अंतर्मन के पत्रों पर । कवि की मुद्राएं अलग अलग वह कई तरह से लिखता है... Poetry Writing Challenge 228 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read अभिलाषा अद्भुत ज्ञान, अलौकिक छवि, सुंदर मन की अभिलाषा । निज हृदय प्रेम धारण करके, सबके उर रहने की आशा ।।१ सम्बन्ध सभी से अच्छा हो, ना हो ईर्ष्या ना आवेश।... Poetry Writing Challenge 252 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read मधुमास अहा! मधुमास…….. सुबह दिनकर का आगमन करती धूप आनन्दित मन मद्धम-मद्धम,चटक-चटक हवा मे जाती भटक-भटक चढते दिन का ताप तेज देता मष्तिष्क को संदेश है, मिलन की सुन्दर आस अहा!मधुमास…………१... Poetry Writing Challenge 253 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read दर्पण सत्य भाव स्वयं में लेकर, भित्ति टंगा इठलाय। यथा नाम तथा गुण है, दर्पण नाम कहाय ।। १ दर्पण देख मन का स्वयं, सब देगा बतलाय। जो सम्मुख है और... Poetry Writing Challenge 170 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read महात्मा महात्मा बुद्ध, विदुर महात्मा वेदव्यास, कालिदास महात्मा नवदुर्गा का संदेश समझकर लक्ष्मीबाई हुई महात्मा । आर्यभट्ट का शोध, पतंजलि का योग महात्मा कपिल मुनि का तप देख, भागीरथ हुए महात्मा... Poetry Writing Challenge 208 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read वसंत पञ्चमी उषाकाल में दिनकर देख,पर्ण बीच कली मुस्काई मंद मंद मकरंद बयार, दौड़ी पवन संग चलि आयी । पक्षियों का कलरव सुन, मन हृदय अह्लादित होता वन बाग उपवन वाटिका मे,... Poetry Writing Challenge 243 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 13 Jun 2023 · 1 min read असर अब निशा की नीरवता आधुनिकता की भव्यता को समर्पित होकर सादगी भरे जीवन को मार रही ठोकर पर चोट तो दिखती नही वह बाजारों की तरह बिकती नही वह तो... Poetry Writing Challenge 208 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 12 Jun 2023 · 1 min read चेतना मन जीर्ण शीर्ण सा बुझा-बुझा मष्तिष्क किंकर्तव्यविमूढ़ चेतना शुशुप्त हुई रहस्य बने यह अति गूढ़ क्या पुनःहोंगे हिय तट हरे-भरे..?..१ विषाक्त विषाणु गया ठहर कोरोना नाम की उठी लहर श्वासों... Poetry Writing Challenge 1 96 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read संस्कार संस्कार ,धर्म सदा ही ध्यान दिलाए , ज्ञान पिपासा मन में लाए । १ चरित्रवान बलवान बनाए, आदर्श सहित, सम्मान बढ़ाए । २ गुरु पितु मात निर्धन की सेवा ,... Poetry Writing Challenge 123 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read एक वेदना जिंदगी में आकर जो जाते रहे प्रेम करता हूं हमसे बताते रहे कल मिलेंगे बताकर चले तुम गये मिल सके न कभी बस सताते रहे ।1 ऐसे कैसे एक हृदय... Poetry Writing Challenge 88 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read अनवरत अविभावक ऐसा बनूं एकता घर की बना रखूं स्वयं खुश रहूं संतोष धन से त्याग भावना हिय छुपा रखूं..१ अपनत्व की प्रीति बहे उर में प्रेम की रीति बनी रहे... Poetry Writing Challenge 234 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read मैं बावरी मैं बावरी तेरी सांवरिया ,सुन ले मेरी पुकार है मेरा अधिकार नहीं तो करूंगी मैं तकरार करूंगी मैं तकरार तुम्हें आना ही होगा मुझे समझा कर एक-एक अर्थ बताना होगा... Poetry Writing Challenge 181 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read शपथ कर शपथ,कर शपथ, कर शपथ बहुत ही कठिन है यह पथ जीवन और मृत्यु के बीच बहुत ही कम है फ़ासला जिम्मेदारियों मे जूझता मानव छोड देता है स्वयं को... Poetry Writing Challenge 106 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read उलझन मोहन सुलझा भी दो मेरी यह उलझन मेरी, बांसुरी से कोई नही है,अनबन स्वांस की सुरभि,स्वर साथ लेकर उन्मुक्त हो कर बहती,कहती मै कान्हा के उर रहती तब भागती आती... Poetry Writing Challenge 119 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read तरंग ताल तरंग तरुवर उमंग पवन सहित प्रसन्न दिखे हैं सागर,सरिता और सरोवर सभी वायु के संग मिले है सरिता कहती सागर से ताल तलैया खिल जाने दो पावस की ऋतु... Poetry Writing Challenge 154 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read अनुराग चहकते राम भागते जावें , मैया ज्यों पकरन को धावें इधर-उधर पुलकित ,दौड आंगन में, माइन को खेल खिलावैं ।..१ प्रभु जब दौड़ि आपु छांव को , कर सू पकरन... Poetry Writing Challenge 133 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read तिनका मन की आकांक्षा जगी अब जीवन में खुशियों के लिए तृण-तृण से लडना भी होगा । कह रही आकांक्षाएँ अधूरी व्याप्त जीवन के क्लेश , मिटाने को चित्त तत्पर व्यापक... Poetry Writing Challenge 144 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read परिवार परिवार है सम्बन्ध आधारित एक दृष्टांत । है आराधना संयुक्त परिवार का वरदान । शिक्षा, संयम संस्कार आपस मे है सिखलाती । रहना साथ मे सुख,दुःख सहते प्रेम कहलाती ।... Poetry Writing Challenge 1 191 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read हे मृत्यु... हे मृत्यु ! है स्वागत तुम्हारा मैं जब भी मरूं होंठो पर मुस्कुराहट बनी रहे पश्चाताप का आवरण हटें, आत्म संतोष के लक्षण दिखें मस्तक पे न हो सिकुडन न... Poetry Writing Challenge 166 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 9 Jun 2023 · 1 min read सम्बन्ध वन,बाग,उपवन,वाटिका है तेरा अभिनंदन पवन संग चतुर्दिक है सुरभित सुरभित चंदन।१ प्रकृति की स्वीकृति आकृति का हैआधार इसे मन धारण कर,करें उचित व्यवहार ।२ जीवंत हो उठे कंकड़-कंकड़,पत्थर-पत्थर जब छू... Poetry Writing Challenge 81 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 27 May 2023 · 1 min read स्वच्छता और स्वास्थ्य 1- चलते-चलते सड़क पर,जब देते हो थूक खाते-खाते बढ़ जाती है,जब खैनी की भूख जब खैनी की भूख सिर पर चढ़ जाए, देती रोग शरीर को जीवन बोझ बनाए जीवन... Poetry Writing Challenge 344 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 25 May 2023 · 1 min read मैं फूल थी मैं फूल थी जिसने मुझे देखा, मैं उसे अच्छी लगी जिसने मुझे पाया,उसे महक तो देनी ही थी महक से उसका जी भर गया ! मेरा दिन ठहर गया उसने... Poetry Writing Challenge 2 147 Share पंकज पाण्डेय सावर्ण्य 25 May 2023 · 1 min read भारत भारत सभ्यता और संस्कृति का आधार है, कण-कण में व्याप्त ऊर्जा का संचार है, यह काया की पवित्रता,कर्तव्य बोध कराता है; उच्च आदर्श स्थापित करने हेतु बहुत आभार है। आभार... Poetry Writing Challenge 186 Share