Mahendra Narayan Poetry Writing Challenge 23 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read उनका तो दिन रात एक है टूटे उनचन सा उनका मन है, बैठे सोयें बात एक है। घुने खाट सा उनका तन है , उनका तो दिन रात एक है । करें खेत में करें सड़क... Poetry Writing Challenge 2 114 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read मजलूमों की गालों पर न्याय पाँच जूतों से होता , इज्जत की चौपालों पर I लगता है सामंती थप्पड़ , मजलूमों की गालों पर I पाँव पखारे अब भी पीता , बैठे नहीं चबूतर... Poetry Writing Challenge 1 142 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read हे पथिक ! पिक बोलती , दिक् खोलती , तू सो रहा अब जाग। हे पथिक! किस गहन गह्वर से है बाधित राग । गिर पड़ी वर्षा की बूँदें, तू पड़ा पर्यंक पर... Poetry Writing Challenge 1 169 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read मेरे जैसा दिन भी टूटा मेरे जैसा दिन भी टूटा . I शाम हुई ज्यों धुँधली आशा I ढूँढ़ ढूँढ कर नव परिभाषा । स्वयं स्वयं के मन की कोई, आज धुँए में धँसी निराशा... Poetry Writing Challenge 1 86 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read लिखता हूँ टूटे - टूटे खाट का छप्पर लिखता हूँ। घुरहू का मैं फटा मुकद्दर लिखता हूँ I जिसका है रसराज सुशोभित फटी बिवाई। भरती मिट्टी की परतें हैै दुःखी लुगाई। उस... Poetry Writing Challenge 3 109 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read इच्छाओं की आग लगी है इच्छाओं की आग लगी है, रद्दी भरे खयालों में I नेकी -उत्तर छिपे हुए हैं, उलझे बदी सवालों में । ऊबड़-खाबड़ कर्म - राह पर, चलते मूँदे आँखों को। देती... Poetry Writing Challenge 2 97 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read बरसो मेघा ताक रही घूँघट पट खोले, नील गगन प्यासी नदिया। रूठ गये क्यों प्रकृति के स्वामी, सूख रही मन की बगिया । खेत सरोवर फटे हृदय से, सूखे अधर पुकार रहे... Poetry Writing Challenge 1 111 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read सन्तराये दिन हमारे सन्तराये दिन हमारे, कभी अमावस ज्यों थे कारे , चहक रही खुशियाँ अब सारी , पहले जो घुटती रहती थी। मेड़ पर जैसे भटकटैया, अच्छी लगती जो चुभती थी। पीछे... Poetry Writing Challenge 1 158 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read बैठ हवा की झूलों पर काँटों से उलझा रहता हूँ , देख तितलियाँ फूलों पर। खुशबू से लिपटा रहता हूँ , बैठ हवा की झूलों पर..। जब जब प्रेम की पाती पढ़ते , पेड़ किनारे... Poetry Writing Challenge 1 106 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read देह मोबाइल देह- मोबाइल में चले , इण्टरनेटी साँस । सोशल मिडिया खून है , गुग्गल जैसे माँस ॥ उँगली से हैं नाचते , मन के सारे भाव सारी दुनिया जेब में,... Poetry Writing Challenge 1 71 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read शाम सन्तरी शाम संतरी सुनो ! बना दो रात रसीली ... गिरे न उल्का पिण्ड, भाग्य पर मेरे आकर । शुभाति-शुभ हो चन्द्र, मुझे लगे आज दिवाकर ।। खिले चाँदनी मन की,... Poetry Writing Challenge 1 157 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read इंकलाब गाना होगा साथ गर्जना करने को अब , सबको मिलकर आना होगा । नीला शेर बने जो गीदड़, इंकलाब ही गाना होगा । घास पात बन कर कब तक तुम , भेड़ों... Poetry Writing Challenge 1 111 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read जल रहा है तपिश शीतल जल रहा है..। दिन हथेली मल रहा है...। सुबह रूठी मुरमुराकर । अरूण से नज़रें चुराकर ॥ दोपहर खल खल रहा है..। छाँव ढूँढे छाँव को ही। पाँव... Poetry Writing Challenge 1 61 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read उस जंगल की बात निराली उस जंगल की बात निराली, शेर गाय से डरता है । कथा सुना के पत्नी को यह, दम्भ एक पति भरता है । चालाकी से एक लोमड़ी , चीते को... Poetry Writing Challenge 1 154 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read एक कबूतर छ्त पर बैठी एक कबूतर दाना खाती सहमी सी थी वह भूखी थी डरी हुई सी ऊपर नीचे सिर करती पर मरी हुई सी जठराग्नि भारी यौवन पर यह दिखलाती... Poetry Writing Challenge 1 122 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read तय हमीं को करना है सात समन्दर-सा फैला मन, इसमें क्या-क्या भरना है तय हमी को करना है । कहीं उफनती लहरें देती, ज्वार सुखों का आ करके। और कहीं उद्वेग का भाटा, जीवन-तट पर... Poetry Writing Challenge 2 117 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read कठिन हालात लिखे अक्षर ने लिख दिया दुपहरी, कैसे होठ प्रभात लिखे? प्रेम-दिवस पर द्वेष न हो तो चाँद चाँदनी रात लिखें । रोज शाम को मदिरा छलके, जाम हथेली से पकड़े, सुनकर... Poetry Writing Challenge 1 78 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read नींद की गोली सपनों को जो बेच रहें हैं खाते रहें नींद की गोली ... I दिन भर जिनका बहा पसीना खेतों में , खलिहानों में । बिना धूप के गर्मी सह गए... Poetry Writing Challenge 1 102 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read उपहार मिलेगा अब विटपों को लतिकाओं का, उन्हें गले में हार मिलेगा..। उपवन जो वीरान हो गये, मधुमासी गुलजार मिलेगा..। इठलायेंगी नित्य तितलियाँ, रंग बिरंगी लेकर दुनिया । आलोकित कर दिखलायेंगी, मधु... Poetry Writing Challenge 1 145 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read मैं हिन्दी अविनाशी हूँ मैं भारत हूँ ,भाग्य विधाता , जनगण मन की काशी हूँ । पादप शुचि से महा उदधि हूँ, मन-मति से कैलाशी हूँ ॥ मैं देखी हूँ ऋचा सृजन को ,... Poetry Writing Challenge 2 106 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read सरिता है आभास पत्थर पत्थर लिख रहा, पानी का इतिहास l नदियाँ पर्वत से उतर, देती यह विश्वास.... ॥ प्रेम सभी के हृदय में, सूखा कोई सिक्त । द्रवित कहीं होता अधिक, रहता... Poetry Writing Challenge 2 112 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read पीड़ा को झरते देखा जीवन-पर्वत के जंगल में, मन-मृग को चरते देखा। सरिता की प्यासी आँखों से, पीड़ा को झरते देखा ॥ चपला चंचल विपदाओं की, भयाक्रांत करती गिरती ॥ मेघों की गर्जना डराती,... Poetry Writing Challenge 1 171 Share Mahendra Narayan 26 May 2023 · 1 min read धर्म किसी को नही तोड़ता धर्म - जोड़ का नाम दूसरा, धर्म - किसी को नही तोड़ता.... I कह गए ज्ञानी सदियों पहले, मानवता का मान करो। गुण का करके गुणा सदा, अवगुण का अवसान... Poetry Writing Challenge 2 117 Share