मनोज कुमार Poetry Writing Challenge 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मनोज कुमार 14 May 2023 · 1 min read शबे- फित्ना शबे- फित्ना बिखरने दो धूप को आसमाँ को नंगे पांव चलने दो गलने दो ये दाग़ दिल के ३मता- ए- नफस हमें नहीं चाहिए सो गई जमीं तो, तारे नींद... Poetry Writing Challenge · एहसास · कविता · जुदाई · तन्हाई · दर्द 287 Share मनोज कुमार 14 May 2023 · 1 min read जब भी आया,बे- मौसम आया जब भी आया,बे- मौसम आया न देख सके, न छू सके जिसके ख़याल में डूबा था वो अजनबी- सा इक मौसम था किसे गले लगाऊँ, सादगी से... जो वादे, कसमें... Poetry Writing Challenge · Pyar Ka Ehsas · कविता · यादें 177 Share