Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

जब भी आया,बे- मौसम आया

जब भी आया,बे- मौसम आया

न देख सके, न छू सके
जिसके ख़याल में डूबा था
वो अजनबी- सा इक मौसम था
किसे गले लगाऊँ, सादगी से…
जो वादे, कसमें सब फीके- फीके…

वो महकता- सा दिन, वो शाम
वो हिज्र की रातें, कैसे भूल जाऊँ
अब तो कुछ याद आ रहा है
नमी- सा चाँद, और वो पल…

कैसे भूलूँ जो तमन्ना ताउम्र में थे
लफ़्ज़ों के सजा लफ्जों में
कुछ इन्तजार था पहले से
उसने तो बेवफ़ा ही समझा
भरोसे में थी, जो ये आँखें…
– मनोज कुमार

112 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
किसकी कश्ती किसका किनारा
किसकी कश्ती किसका किनारा
डॉ० रोहित कौशिक
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
Chunnu Lal Gupta
जीवन के किसी भी
जीवन के किसी भी
Dr fauzia Naseem shad
कैनवास
कैनवास
Mamta Rani
■ लीक से हट कर.....
■ लीक से हट कर.....
*Author प्रणय प्रभात*
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
आकाश महेशपुरी
अगर मैं अपनी बात कहूँ
अगर मैं अपनी बात कहूँ
ruby kumari
मिष्ठी का प्यारा आम
मिष्ठी का प्यारा आम
Manu Vashistha
मुराद
मुराद
Mamta Singh Devaa
*तजकिरातुल वाकियात* (पुस्तक समीक्षा )
*तजकिरातुल वाकियात* (पुस्तक समीक्षा )
Ravi Prakash
💐अज्ञात के प्रति-80💐
💐अज्ञात के प्रति-80💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
उसकी गली तक
उसकी गली तक
Vishal babu (vishu)
मेरी नन्ही परी।
मेरी नन्ही परी।
लक्ष्मी सिंह
हम वो फूल नहीं जो खिले और मुरझा जाएं।
हम वो फूल नहीं जो खिले और मुरझा जाएं।
Phool gufran
प्यार है तो सब है
प्यार है तो सब है
Shekhar Chandra Mitra
प्रणय 8
प्रणय 8
Ankita Patel
अछूत....
अछूत....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हाथ पसारने का दिन ना आए
हाथ पसारने का दिन ना आए
Paras Nath Jha
वो ही तो यहाँ बदनाम प्यार को करते हैं
वो ही तो यहाँ बदनाम प्यार को करते हैं
gurudeenverma198
Tumhari sasti sadak ki mohtaz nhi mai,
Tumhari sasti sadak ki mohtaz nhi mai,
Sakshi Tripathi
जिंदगी एक चादर है
जिंदगी एक चादर है
Ram Krishan Rastogi
श्रृंगार
श्रृंगार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ये सुबह खुशियों की पलक झपकते खो जाती हैं,
ये सुबह खुशियों की पलक झपकते खो जाती हैं,
Manisha Manjari
एक सच ......
एक सच ......
sushil sarna
माना के तू बेमिसाल है
माना के तू बेमिसाल है
shabina. Naaz
ईमानदारी, दृढ़ इच्छाशक्ति
ईमानदारी, दृढ़ इच्छाशक्ति
Dr.Rashmi Mishra
बाढ़
बाढ़
Dr.Pratibha Prakash
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ये दुनिया है साहब यहां सब धन,दौलत,पैसा, पावर,पोजीशन देखते है
ये दुनिया है साहब यहां सब धन,दौलत,पैसा, पावर,पोजीशन देखते है
Ranjeet kumar patre
Loading...