Jyoti Khari Poetry Writing Challenge 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read दिल के ज़ख़्म…!!!! दिल के ज़ख़्म… नज़्मों को चिरती हुई आवाज़ हो गए। बदले बदले… उनके वो अंदाज़ हो गए। कहीं गुम… दिल से निकले उनके वो अल्फ़ाज़ हो गए। सपने हमारे… कुव्वत-... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 237 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read तन्हाइयों से मिलना आ गया...!!!! उनको यूँ रंग बदलना आ गया… उम्र के उस पड़ाव पर, जब हुआ तज़ुर्बा… ज़िंदगी के वास्ते, हमको फिर संभलना आ गया… मोहब्बत में ठोकर खा- खाकर, यहाँ रोती हुई-... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 277 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read पीर आँसुओं संग बह रही है….!!!! पीर आँसुओं संग बह रही है, आज भी ज़िंदगी की शामें, तुम्हारे इंतज़ार में तन्हा रह रही हैं… कोई आके… पढे़ इन आँखों को, ये कितना कुछ कह रही हैं…... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 217 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read बीते दिनों से संवाद कर रही हूँ…!!!! आज फिर … बीते दिनों से संवाद कर रही हूंँ। मिले तुमसे कभी… एक ये आशा इज़ाद कर रही हूँ। तुमसे बंधकर… खुद को खुद से ही आज़ाद कर रही... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 200 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read ज़िंदगी हो गयी है संजीदा…!!!!! छिपाते छिपाते… हम इन आंखों की गहराई ना छिपा सके, जिंदगी के सफर की तन्हाई न छिपा सके… किस्मत नहीं बदली वो बदल गए, जिंदगी के वो पल- न जाने... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 4 186 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read होठों की ख़ामोशी तक का सफ़र…!!!! दिल की आवाज का… होठों की खामोशी तक का एक सफ़र रहा। बाद जाने के उनके… कुछ ऐसा ये असर रहा। इस रिश्ते की डोर में गांठें ही गांठें पड़ी... Poetry Writing Challenge · कविता 2 321 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read वो जो हमसे दूर हो गए…!!!! तुम जो हमसे दूर हो गए… करीब इस कदर हुए फिर, कि हमारी नज़्मों में मशहूर हो गए… हमारे दिल की सल्तनत पर, हुकूमत यूँ रही तुम्हारी- कि तुम हमारे... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 287 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read पहचान है बाकी…!!!! अरमानों का टूटा हुआ खाली मकान है बाकी… विस्मृति की बाहों में यादें हैं , और कुछ निशान है बाकी… किस गुरुर में जी रहा है वो – वक्त को... Poetry Writing Challenge · कविता 2 221 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read दिल ये एक अंधेरा घर हो गया…!!!! दिल ये एक अंधेरा घर हो गया… पनाहों में जो था कभी उसी पर वार करके, आज उनको भी सबर हो गया… एक वो पीर है जो ज़र्रे- ज़र्रे में... Poetry Writing Challenge · कविता 2 322 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read माँ की परिभाषा मैं दूँ कैसे? माँ की परिभाषा मैं दूँ कैसे? एक शब्द में कहूं माँ तो वो है, स्वयं भगवान हों जैसे। माँ सृजनकृता है, माँ विघ्नहर्ता है। माँ तुलसी जैसी पवित्र है, माँ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 315 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read काश मेरा बचपन फिर आता...!!!! काश मेरा बचपन फिर आता…. दिल खुशियों से भर जाता। बचपन की जब होती है बातें…. अचानक ही यूँ याद आ जाते हैं, वो दिन, वो शरारतों भरी रातें। उस... Poetry Writing Challenge · कविता 1 190 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read बहन के लिए दिल से निकलती दुआ...!!!! मेरी प्यारी बहना आपके अंदर, एक अनोखी बात है। सच में, आपके अंदर कुछ तो खास है। आपकी भाषा में….. मुझे विविधता मिलती है। लेकिन, फिर भी इसमें कुछ भी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 271 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read जन्मदिवस पर भाई को शुभकामनाएं...!!!! आया है आज फिर ये खूबसूरत सा- दिन… मुबारक हो भाई तुम्हें ये तुम्हारा जन्मदिन। मिले तुम्हें ढेरों उपहार… प्रेम मिले प्रतिक्षण अपार। भविष्य हो तुम्हारा सुनहरा… अपनों के प्रति... Poetry Writing Challenge · कविता 1 205 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read माँ: खूबसूरत अहसास...!!!! कभी छोटे थे….. बचपन था, नादानी थी। आज जब वक़्त के तराजू में खुद को देखा…… तो पाया, बची थी बचपन की वो यादें, कुछ माँ के प्यार की निशानी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 287 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read रक्षा- बंधन...!!!! रेशम की डोर का है यह बंधन हर सावन में आए नाम है इसका रक्षाबंधन राखी सिर्फ धागा नहीं एक विश्वास होती है बहन आएगी राखी पर भाई की ये... Poetry Writing Challenge · कविता 1 394 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read पिता:एक अनूठी अभिव्यक्ति...!!!! पिता ने संघर्षों को चुना या संघर्षों ने पिता को चुना… यह मैं आज तक ना समझ पायी। बस इतना मालूम है… पिता ही हैं जिनके कारण, मेरे जीवन में... Poetry Writing Challenge · कविता 1 278 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read वीर शहीदों की कुर्बानी…!!!! यारों आज फ़िर से याद किया जाए… क्यों ना वही इतिहास दोहरा दिया जाए। इतिहास की इमारतें देखते हैं हम… देखते हैं उनकी उस निशानी को। फिर क्यों हम लोगों... Poetry Writing Challenge · कविता 3 323 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read ज़िंदगी...!!!! आसान हो जाती है जिंदगी... जब सीख लेते हैं दर्द में भी मुस्कुराना। रिश्तों में साजिशों की गहराई है... फिर भी किसी के लिए द्वेष भाव क्या रखना- माफ़ करना... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 2 296 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read चलो खुद के अंदर आज हम एक दीपक जलाएँ…. चलो खुद के अंदर… आज हम एक दीपक जलाएं, अपने अंदर बसे अंधकार को प्रज्वलित लौ से मिटाएं। मनुष्यता का धर्म हम कुछ तो अपनाएं… सिर्फ मर्यादा पुरुषोत्तम राम की... Poetry Writing Challenge · कविता 2 107 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read ख्वाहिशों का टूटता हुआ मंजर…. निभाई हमने सभी मोहब्बत की कसमें, निभाई हमने वफा- ए- इश्क की सारी रस्में। दिल की बाजियाँ खेली गई… मोहब्बत- ए- बाजार में, उसपर मरकर… जीते रहे हम उसी के... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 117 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read एहसास- पुरानी यादों का…. एक एहसास जगा है… पुरानी कुछ बातों का, पुरानी कुछ यादों का, उन सभी कसमों का, उन सभी टूटे हुए वादों का। जो देखा था सपना मिलकर हमने, वो पल... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 2 104 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read अलविदा हो गए…!!!! हमेशा हमेशा के लिए जुदा हो गए… कुछ यूँ वो जिंदगी से अलविदा हो गए। कल और आज में हमारी दुनिया बदल गयी… और हम मोहब्बत में फ़ना हो गए।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 185 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read बेजुबां जीव...।।। बेजुबां की है एक ये दास्तां…… था कुछ ऐसा उसके जीवन का कारवां। रोज़ आता है वो घर पर….. स्नेहपूर्ण आँखों से है देखता, रोटी की आस लेकर, वो हमारे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 83 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read मोहब्बत की दर्द- ए- दास्ताँ...!!! ख्वाबों के टूटते ही, आज मेरे आँसूं इस कदर बह रहे हैं……. बिना कुछ बोले मेरे, मोहब्बत की दर्द- ए- दास्ताँ कह रहे हैं। ये दर्द जो दिल में छिपा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 68 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read द माउंट मैन: दशरथ मांझी बिहार के गहलौर में जन्मा था एक व्यक्तित्व महान, दशरथ मांझी था उसका नाम। पत्नी की आकस्मिक मौत से, उठ रहा था जिसके हृदय में सागर का तूफान। विषम परिस्थिति... Poetry Writing Challenge · कविता 1 147 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read नारी जागरूकता...!!! सड़कों पर चीर हरण होता है, बेटियों का मरण होता है। अभी भी हैं दुर्योधन, दुशासन, अभी भी है अधर्मी शासन। बेटियों को अब द्रौपदी नहीं काली बनना है, क्योंकि….... Poetry Writing Challenge · कविता 1 85 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read चौवालीस दिन का नर्क (जुन्को फुरुता) //Forty-four days of hell…. जिंदगी जीना उसके लिए दुश्वार था, चौवालीस दिन ना जाने कैसे झेला उसने वो वार था। 17 साल की बच्ची के साथ… खेल जीवन ने खेला या कुदरत ने मालूम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 144 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read जीवन के बुझे हुए चिराग़…!!! नादां उम्र में कर बैठे हम एक गलती… कुछ इस कदर बुझे फिर खुशियों के चिराग़, न ही मौत से रूबरू हुए न ही बची जीवन की हस्ती … नादां... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 196 Share