Dr fauzia Naseem shad Poetry Writing Challenge 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read ज़िक्र तेरा लबों पर क्या आया (25) ज़िक्र तेरा लबों पे क्या आया । चैन दिल को फिर नहीं आया ॥ खुद से बिछड़े न हम मिले खुद से । लौट कर वक़्त फिर नहीं आया... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 741 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम मुझे दिल से (24) सुकूं पल-भर का भी न पाओगे। तुम मुझे दिल से गर भुलाओगे ।। मुझको खो दोगे तुम कभी एक दिन । इतना मुझको जो आज़माओगे ।। तुम करके प्यार... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 17 515 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरा दामन भी तार-तार रहा (23) शिद्तों में जो बेशुमार रहा। मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा ।। भूल हमको कभी नहीं सकता । दिल में बाक़ी ये एतबार रहा ।। पूंछ कर ज़िंदगी बता देना... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 602 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हम कहां तुम से (22) बस शिद्दत में शुमार करते हैं । हम कहां तुम से प्यार करते हैं ।। छीन लेते हैं चैन भी दिल का । लोग ऐसे दुलार करते हैं ।।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 142 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read इतना तो अधिकार हो (21) जीवन का जीवन पर तेरे ये उपकार हो । केवल सफलता ही नहीं हार भी स्वीकार हो।। वाणी तेरी मीठी-मीठी उच्च तेरे विचार हो। मित्र बने शत्रु भी तेरे... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 429 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read शांत सा जीवन (20) शांत सा जीवन जी कर देखो। हंस कर क्रोध को पी कर देखो।। रब को अपना करके देखो। उसकी इच्छा से जी कर देखो।। जीवन कितना शेष है इनमें... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 449 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read (19) (19) मन में रक्खें बैर की भावना । दुष्ट है वो, संत नहीं है ।। सीमित रखिये विषय-वासना । इच्छाओं का अंत नहीं है ।। व्यर्थ है फिर ज्ञान तुम्हारा।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 330 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हम ये कैसा मलाल कर बैठे (18) हम ये कैसा मलाल कर बैठे। दिल का तुम से सवाल कर बैठे ।। प्यार करना हमें न आया मगर। इश्क में हम कमाल कर बैठे।। खोये थे हम... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 650 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हमने माना अभी अंधेरा है (17) हमने माना अभी अंधेरा है। पास लेकिन बहुत सवेरा है।। मैल दिल में कोई नहीं रखना। दिल में रब का अगर बसेरा है ।। छीन लेता है साथ अपनों... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 704 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हमें प्यार ऐसे कभी तुम जताना (16) हमें प्यार ऐसे कभी तुम जताना। अशआर कोई मेरा गुनगुनाना ।। फक्त एक तमन्ना यही है हमारी। ख़फ़ा होके हमसे न तुम दूर जाना ।। बिना शर्त तुमको चाहा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 625 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read हर जगह तुझको मैंने पाया है (15) इश्क़ मुझको कहां पर लाया है। हर जगह तुझको मैंने पाया है।। जानते हैं. यह हो नहीं सकता । भूल जाने की ज़िद तो ज़ाया है ।। खुद पर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 276 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read दिल में हमारे ( 14) मुकरते हैं आप, क्या ज़ालिम नहीं हैं। दिल में हमारे क्या शामिल नहीं हैं ।। धड़कते नहीं क्या दिल में तुम्हारे । धड़कन में तेरी क्या शामिल नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 15 536 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो (13) ज़िन्दगी बे'जवाब रहने दो। मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो।। खुद की इस्लाह कर सकूं मैं भी । मुझको कुछ तो खराब रहने दो ।। इतने ज़यादा गुनाह नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 438 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read वो पढ़ लेगा मुझको (12) सफ़र इश्क का मुश्किल बहुत है । कुछ तो नहीं, दर्द हासिल बहुत है । इज़हार-ए-उल्फ़त कर न सके जो । दिल ये हमारा बुज़दिल बहुत है ।। तरसती... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 365 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read बिछड़ा हो खुद से (11) बिछड़ा हो खुद से, वो मिलता कहां है। पत्थर हो दिल से, वो पिघलता कहां हैं।। किसी हाल में इसको खोने न देना। सिरा जिंदगी का मिलता कहां हैं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 212 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम्हारे हमारे एहसासात की है (10)) तुम्हारे हमारे एहसासात की है। ज़िंदगी मौत के सवालात की है ।। कहानी के अंदर नया कुछ नहीं है। ये बात बस दिल-ए-जज़्बात की है।। वाकिफ़ है इससे तू... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 648 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read अजनबी जैसा हमसे (9) अजनबी जैसा हम से मिलता है। दर्द आँखों से तब पिघलता है ।। जान जाती है उस के जाने से । ख़्वाहिशों का भी दम निकलता है ।। टूटता... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 11 397 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read वो तुम्हीं तो हो (8) मेरी जिंदगी वो तुम्ही तो हो मेरी हर खुशी वो तुम्ही तो हो मेरी उम्मीद वो तुम्हीं तो हो दिल की धड़कने वो तुम्हीं तो हो मेरे हमनवां वो... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 11 605 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read कभी हक़ किसी पर (7) कभी हक़ किसी पर जताया नहीं है। ख़्वाहिश है क्या ये बताया नहीं है।। नाराज हो कर भी देखा है हमने। किसी ने भी हमको मनाया नहीं है।। कसमों... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 12 453 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read एक है ईश्वर (6) एक है ईश्वर एक है दुनिया । भेद क्यों फिर सारे हुए हैं ।। जीत वो कैसे सकते हैं। खुद से जो हारे हुए हैं ।। आसमां उनसे भरा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 425 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read अपने दिल से (5) अपने दिल से लगा भी सकते हैं । तेरे नज़दीक आ भी सकते हैं ।। कोई परदा नहीं है तुझसे मेरा । अपनी नज़रें झुका भी सकते हैं।। ज़िन्दगी... Poetry Writing Challenge 16 1 317 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read सच तो यह है (4) सच तो यह है कि प्यार तुमसे है। बेहद और बे'शुमार तुमसे है ।। दिल का तुम पर एतमाद क्या कहिये। मेरा मुझे पर एतबार तुमसे है ॥ लौट... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 256 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read दिल में भी (3) दिल में भी इत्मिनान रक्खेंगे। फासला दर्मियान रक्खेंगे ।। आप की सोच मुखल्लिफ हम से। हम भी इस का ध्यान रक्खेंगे ।। वार तुम पर तो कर नहीं सकते।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 346 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read मेरी ख़्वाहिश ने (2) मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है। ख्वाब देखा जो मैंने, झूठा है ।। यूँ ही तुम से खफा नहीं हैं हम। दिल नहीं, ऐतबार टूटा है।। कुछ नहीं... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 13 379 Share Dr fauzia Naseem shad 27 May 2023 · 1 min read तुम से मिलना था (1) फूल से हम जो खिल नहीं पाये। तुम से मिलना था मिल नहीं पाये ।। दर्द रिसता है आज भी उन से। ज़ख्म दिल के जो सिल नहीं पाये।।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 14 692 Share Dr fauzia Naseem shad 24 May 2023 · 14 min read गज़ले 1, कुछ नमी अपने साथ लाता है । जब भी तेरा ख़याल आता है।। देख कर ही सुकून मिलता है । तेरा चेहरा नज़र को भाता है ।। कुछ भी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 16 4 260 Share