Buddha Prakash Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Buddha Prakash 3 Jun 2023 · 1 min read वक्त ने इंसान बदल लिया है। जब भूखे मरते थे, गरीब और लाचार थे, चाची , भौजी कह कर, उनकी चौखट में हाथ फैलाते, कहते बासी बचा हुआ रोटी हो तो दे दो, पानी में डुबो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 721 Share Buddha Prakash 1 Jun 2023 · 1 min read प्यार राज है जीवन का । प्यार राज है जीवन का, खुलकर इसको जीते है, छुपाते है दर्द मगर, एहसास तनिक में होता है। एक पल जीना मुश्किल लगता है, मुश्किलों में प्यार खिल जाता है,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 562 Share Buddha Prakash 1 Jun 2023 · 1 min read जय जय किसान। कर्जे की खेती है करता, बब्बू जीता न था मरता, कभी अकाल कभी बाढ़, कभी ओले की होती बरसात, फिर भी दिन रात श्रम है करता, धन्य है जय जय... Poetry Writing Challenge · कविता 3 290 Share Buddha Prakash 30 May 2023 · 1 min read मानव तुम ना गुरूर करो । मानव तुम ना गुरूर करो, ये वसुन्धरा केवल ना तेरा है। असंख्य जीव धारी है रहते, पेड़-पौधों हरियाली भी पलते, नदिया पर्वत जंगल भी बसते, पशु-पक्षी जीवन है जीते। मानव... Poetry Writing Challenge · कविता 2 1 438 Share Buddha Prakash 28 May 2023 · 1 min read गमों का बोझ लेकर के दिल में लेकर के बोझ, वह जीता है इस दुनिया में, कहता नहीं किसी से, ढ़ोता हर रोज की यादें । गम जो उसने सहे है, अपने गम के दर्द... Poetry Writing Challenge · कविता 2 207 Share Buddha Prakash 27 May 2023 · 1 min read माँ का आँचल निराला । माँ के आँचल का एहसास निराला, पकड़ के इर्द-गिर्द बचपन में घूमा, आँचल में होता माँ का प्यार, माँ वह देवी,माँ वह शक्ति। ऐसी शक्ति नहीं जग के किसी शस्त्र... Poetry Writing Challenge · कविता 3 2 221 Share Buddha Prakash 26 May 2023 · 1 min read मालिक मेरे करना सहारा । आँखो से तुम ओझल हो, मन से ही तुम दिखते हो, करते हैं भक्ति, हे मालिक ! सहारे तेरे रहते है। तेरी मर्जी है इस जग में, तेरी कृपा से... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 2 113 Share Buddha Prakash 26 May 2023 · 1 min read मैं मरघट का रहने वाला हूँ । मैं मरघट का रहने वाला हूँ , डर से नहीं डरता हूँ। जहांँ हर रोज मरते जलते है, एक रोज मरने से डरे कायर नहीं हूँ। निडर साहसी वीर हूँ... Poetry Writing Challenge · कविता 2 289 Share Buddha Prakash 25 May 2023 · 1 min read रोग की पीड़ा । रोग है जो भोग है, सिलसिला हर रोज है, संसार है जो जी रहा, प्राणी अछूता नहीं रोग से, सत्य शाश्वत जीवन का, बचा नहीं बिन रोग के, पीड़ा इसकी... Poetry Writing Challenge · कविता 3 231 Share Buddha Prakash 24 May 2023 · 1 min read मेरी नजरें खोजती है जिसको। मेरी नजरें खोजती है जिसको, किधर है मेरी नूरजहां, इत्र की खुशबू संदेशा दे, डूबा है गहरे प्यार में आज, शहजादी मेरे हृदय की, बंजर सा जीवन मेरा, प्यार का... Poetry Writing Challenge · कविता 1 57 Share Buddha Prakash 22 May 2023 · 1 min read विषैला बीज ' बहिष्कार'। आतंकवादियों के खिलाफ, हो जो भी लव जिहाद, या साइबर से फैलाये अपराध, बीच समाज में घातक बने बुरा इंसान, चुपचाप न देख तमाशा, बीच सड़क में करें अत्याचार, उठाओ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 249 Share Buddha Prakash 21 May 2023 · 1 min read शहर में मलिन बस्ती । एक नन्हा दोस्त रहता है, मलिन बस्ती है वो मगर, झुग्गी और झोपड़ी से बनी , सस्ती-सी एक कश्ती-सी है वह, फ़िर भी वह मिलता मुझे, पहने चीथड़े पुराने फटे,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 298 Share Buddha Prakash 21 May 2023 · 1 min read साथ बैठ कर के अतीत निहारते हैं। बीती हुई बातों को फिर दोहराते है, भूले हुई है जो उसको पाते है, खोये हुए है अपने उनको याद करते है भविष्य हो उज्ज्वल जिससे सीख पाते है। साथ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 249 Share Buddha Prakash 20 May 2023 · 1 min read प्यार मेरा तू ही तो है। तेरे कांधे में सिर रख कर, रोने का मन बड़ा है, आँखों को अपने आंसूओं से, भिगोने का मन हुआ अब है । तेरे जाने के बाद उदासी तो, घने... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 1 229 Share Buddha Prakash 20 May 2023 · 1 min read खूबसूरत पर्दे की आड़ । पर्दे की खूबसूरती अद्भुत, आकर्षित करता खूब, आँखों को दिखता कुछ और ही, सच को रखता कैद भी, जरुरी नहीं पर्दे के अंदर है जो, चेहरा खूबसूरत हो वैसा ही,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 261 Share Buddha Prakash 20 May 2023 · 1 min read सुनते जब शब्द ' नहीं ' । एक बार फिर से 'नहीं', शब्द है ये वही, करता है घायल भी, अगर तुम भयभीत हुए। जीवन में छलके पीर, दुःख होगा अति गंभीर, चिंता में खोए धीर, सुनते... Poetry Writing Challenge · कविता 4 131 Share Buddha Prakash 17 May 2023 · 1 min read व्याकुल दर्पण की गुहार। सिसक-सिसक कर रोया दर्पण, रूप देखा जब पहली बार, सुंदरता की लेती थी बलैया, करती थी सुंदर श्रृंगार। सुंदर काया देख न पाया, दर्पण ने बखूबी बताया, मुस्कुराती थी इतराते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 158 Share Buddha Prakash 17 May 2023 · 1 min read मासूम दिल का डेरा। ये मासूमियत उनके दिल की है, अनजानों का हाल पूछते है, ऐसे परिंदो की है यह मासूमियत, बेफिक्र औरों को अपना घर समझते है। दाना पानी मुक्कदर के हाथोंं में,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 260 Share Buddha Prakash 17 May 2023 · 1 min read देश है सदन । तेरा घर हो या मेरा घर, अपने देश में, रहते हम सब वही हमारा सच्चा सदन, करते वंदन शत् - शत् नमन। जननी है वह, वन्देमातरम् , जन्म-मरण ,जीवन पोषक,... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 1 179 Share Buddha Prakash 16 May 2023 · 1 min read पिता की छाँव पिता की छवि मिलती नहीं कहीं, निःस्वार्थ करता है पालन पोषण, सजग रहता है अपने कर्तव्य पर, आने नहीं देता बच्चों पर कोई आँच। परिवार में एक छाँव-सा होता है,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 106 Share Buddha Prakash 16 May 2023 · 1 min read बीज बो दिया है । साजिश किसी की नहीं होती है, एक थाल में भोजन खाया है, हृदय के अंदर जैसा बीज बोया है, वैसा ही फल निकल बाहर आएगा। प्रेम के बीज निस दिन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 82 Share Buddha Prakash 16 May 2023 · 1 min read मित्र की मित्रता । मित्रता अटूट रिश्तों में एक, अनमोल अमूल्य धरोहर सा, निस्वार्थ हृदय में पनपता, दुःख में मित्र ही रुकता, सच्ची मित्रता यूँ ही दिखता। यूँ ही दिखता मित्रता का प्रभाव, धूप... Poetry Writing Challenge · कविता 2 2 199 Share Buddha Prakash 16 May 2023 · 1 min read खजूर का पेड़ चुनावी दंगल में उतरा , बड़े पेड़ का छोटा निशान, विकास का नन्हा पौधा, गलियों में जन्मा पला बड़ा, एक सभासद पद का भार। जोश जूनून न विकास का मुद्दा,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 123 Share Buddha Prakash 15 May 2023 · 1 min read रिश्ता थोड़ा सस्ता। रिश्ते वाले आते है, आ कर देखते हैं रिश्ता, अपनी-अपनी नजरों से, पहन कर एक करिश्माई चश्मा। खोजती उनकी निगाहें उनको, दिल में कर ले जो तुरंत चश्पा, सूंँघते घर... Poetry Writing Challenge · कविता 2 333 Share Buddha Prakash 15 May 2023 · 1 min read भाग्य से अपने तू भी तो लड़। भाग्य तुम्हारा कर्मो का फल, लकीरें हाथों की मेहनत की रगड़, धैर्य पकड़ कर बढ़ते चल, भाग्य से अपने तू भी तो लड़ । अडिग मनोबल पर्वत-सा तुझमें, सहनशक्ति धरा... Poetry Writing Challenge · कविता 3 170 Share