Basant Bhagawan Roy Poetry Writing Challenge 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read तेरा फिक्र मेरी हर बातों में तेरा, जिक्र हमेशा होता है मुझे बस तेरा, फिक्र हमेशा होता है । तेरी मासूमियत का अंदाज, नही है मुझे दुआ करता हु, की कुछ हो... Poetry Writing Challenge · कविता 484 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read बड़ी मुश्किल है तू बनाया मुझे भूल जाना तुझे बड़ी मुस्किल है - बड़ी मुस्किल है जीना तेरे बिना, एक पल भी कही बड़ी मुस्किल है - बड़ी मुस्किल है । मैं जिस... Poetry Writing Challenge · कविता 1 359 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read कब तक बचोगी तुम कब तक बचोगी तुम, मेरी नजरों से यारा मेरी नजरों से कब तक छुपोगी तुम, अपनी जुल्फों से यारा अपनी जुल्फों से प्यार इतना हो गया की दूर तुमसे रहा... Poetry Writing Challenge · कविता 255 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read वजह ऐसी बन जाऊ मुझे तो हर घरी हर पल, तेरे ख्वाबों में है रहना तेरा खुमार हो मुझ पर, वही हर लब्ज़ में कहना मुझे अपनी निगाहों में, इस तरह से छुपा लेना... Poetry Writing Challenge · कविता 189 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read जीना सिखा दिया कैसे करू मैं यारा, उस गम की शुक्रिया तन्हाइ के आलम में जो जीना सिखा दिया, पीना सिखा दिया | यू ही तकलीफ की हालत, गुजर जाती है यू तो... Poetry Writing Challenge · कविता 196 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read इतना आदर मेरे जेहन में तेरा, इतना आदर है जैसे कड़ी ठंढ में, नहाने के बराबर है। मुझमें जो बहता, तेरे प्रेम का सागर है जैसे बिजली छूने के बराबर है ।... Poetry Writing Challenge · कविता 170 Share Basant Bhagawan Roy 13 Jun 2023 · 1 min read चैन से जिंदगी मुझे ना कही मिल रहा सुकून था ले आया मुझे यहाँ ऐसा जुनून था शराब नाम अगर तो क्या हुआ यारों ये दवा है दर्द का - ये दवा है... Poetry Writing Challenge · कविता 268 Share Basant Bhagawan Roy 11 Jun 2023 · 1 min read अर्ज है प्यार कर लो मेरा अर्ज है, बस मुझे तो तेरा गर्ज है जी ना पाएंगे हम बिन तेरे सनम वादे कसमें तेरा हर निभाएगें हम गर बता दो कोई हर्ज... Poetry Writing Challenge · कविता 165 Share Basant Bhagawan Roy 11 Jun 2023 · 1 min read धमकियां शुरू हो गई तुमसे मिलके तो, मेरी दुनिया शुरू हुई थी कि धमकियां शुरू हो गई। तुझे पाने की, खुशियां शुरू हुई थी कि धमकियां शुरू हो गई। क्या करू दिल मानता नही... Poetry Writing Challenge · कविता 174 Share Basant Bhagawan Roy 10 Jun 2023 · 1 min read ऐसा इजहार करू सोचू किस तरह, तुझपे नशीली वार करू कि हो जाए मोहब्बत, ऐसा इजहार करू। देखू दर्पण में तुझे मै, सज रही हो तुम देखू आंगन मे तुझे मै टहल रही... Poetry Writing Challenge · कविता 349 Share Basant Bhagawan Roy 7 Jun 2023 · 1 min read कभी बेवजह तुझे कभी बेवजह मुझे कुछ ऐसे भी हैं, प्यार के सिलसिले जख्म देते बहुत कई सिकवे गिले कभी बेवजह तुझे, कभी बेवजह मुझे। छोटी छोटी बातो का, होता असर है खुश मिजाज रहता फिर... Poetry Writing Challenge · कविता 261 Share Basant Bhagawan Roy 7 Jun 2023 · 1 min read मैं हु दीवाना तेरा नाराजगी ना जताना, यारा दूर हमसे ना जाना यारा ! मैं हु दिवाना तेरा, मै हु दिवाना। सोचता हु हरपल कैसे, फसाने हमारे, कैसे जमाने हमारे देख लो ना तुम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 428 Share Basant Bhagawan Roy 6 Jun 2023 · 1 min read तो शीला प्यार का मिल जाता ये दिल मेरा गर, तेरे दिल से मिल जाता तो शिला प्यार का मिल जाता । ये तेरी खुशबू गर, मेरे रूह को मिल जाता तो फूल प्यार का खिल... Poetry Writing Challenge · कविता 2 340 Share Basant Bhagawan Roy 6 Jun 2023 · 1 min read बेचैन हम हो रहे तूने कैसी की मुझसे शरारत सनम, की बेचैन हम हो रहे हो गया मस्करी का है कैसा जख्म, की बेचैन हम हो रहे। शर्माता मैं शर्माती तू, आंखें आंखों में... Poetry Writing Challenge · कविता 264 Share Basant Bhagawan Roy 4 Jun 2023 · 1 min read जिसे तुम ढूंढती हो वो नजारा हु मै वो इशारा हु मै, जिसे तुम ढूंढती हो वो चमकता हुआ, सितारा हु मैं जिसे तुम ढूंढती हो । प्यास जब भी लगी गर तुझे तो,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 426 Share Basant Bhagawan Roy 29 May 2023 · 1 min read मुझे तेरी जरूरत है जी भर देखने दो मुझे, ये जो मासूम सूरत है मुझे बाहों में भर लो सनम, मुझे तेरी जरूरत है। हर लम्हा अलग होता, साथ रहते जो हम तेरे बड़ा... Poetry Writing Challenge · कविता 325 Share Basant Bhagawan Roy 29 May 2023 · 1 min read प्यार के सिलसिले कुछ ऐसे भी हैं, प्यार के सिलसिले जख्म देते बहुत, कई सिकबे गिले कभी बेवजह तुझे, कभी बेवजह मुझे। छोटी छोटी बातों का यूं, होता असर है खुश हो मिजाज... Poetry Writing Challenge · कविता 165 Share Basant Bhagawan Roy 29 May 2023 · 1 min read जिया ना जाए तेरे बिन तेरी यादों में बीते दिन, रात बीते तारे गिन - गिन जिया ना जाए जिया ना जाए, जिया ना जाए तेरे बिन। मैं तो बस रही हु, तू मेरी रास्ता... Poetry Writing Challenge · कविता 216 Share Basant Bhagawan Roy 29 May 2023 · 1 min read कर बैठे कुछ और हम हैसियत देख ना पाए, कर बैठे कुछ और हम इश्क के झोंके में, आकर कर बैठे कुछ और हम । मैं कहां था वो कहां थी, फर्क जमी आसमान का... Poetry Writing Challenge · कविता 237 Share Basant Bhagawan Roy 29 May 2023 · 1 min read कैसे कांटे हो तुम कैसे कांटे हो तुम, जो बिना तकलीफ कर चुभ जाती हो कैसे खुशबू हो तुम, कि बिना सांसों के मेंहक आती तो तुम क्या हो,ये परख पाना मुश्किल हैं मेरे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 474 Share Basant Bhagawan Roy 28 May 2023 · 1 min read मुझे छेड़ो ना इस तरह मुझे छेड़ो ना इस तरह, कि कुछ करने पर मजबूर हो जाऊ तेरे इश्क की दरिया में, तैरने पे मजबूर हो जाऊ तेरे गुलाब की खुशबू का, अंदाजा नहीं है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 443 Share Basant Bhagawan Roy 28 May 2023 · 1 min read लगा चोट गहरा चुभ रही है नज़र में, तेरा मासूम चेहरा है दीवानगी का, लगा चोट गहरा। चल रही मेरे सीने में, यादें तुम्हारी कहती धड़कन, है बढ़ती मोहब्बत हमारी बढ़ी बेकरारी का,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 412 Share Basant Bhagawan Roy 28 May 2023 · 1 min read मुस्कुराते रहो कोई गम हो अगर, तो भुलाते रहो हर घड़ी जिन्दगी में मुस्कुराते रहो। क्या है अच्छा बुरा, जानते ये रहो करू अच्छा सदा, इसे मन में रखो हो बुराई अगर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 215 Share Basant Bhagawan Roy 28 May 2023 · 1 min read “बेवफा तेरी दिल्लगी की दवा नही मिलती” धुप-छांव, दिन-रात, हवा नही मिलती बेवफा तेरी दिल्लगी की, दवा नही मिलती। कहां मिलता कोई मौसम, जो पुछु हाल- चाल तेरे जाने के बाद क्यो, मौत की सजा नही मिलती... Poetry Writing Challenge · कविता 3 405 Share Basant Bhagawan Roy 28 May 2023 · 1 min read यूंही सावन में तुम बुनबुनाती रहो तुम यूंही सदा, मुस्कुराती रहो तुम यूंही सदा, गुनगुनाती रहो दूर तुमसे रहे, गम - ए - मौसम जुदा यूंही सावन में, तुम बुनबुनाती रहो | हो मोहब्बत भरा आशियाना... Poetry Writing Challenge · कविता 1 287 Share