सुरेश कुमार चतुर्वेदी “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुरेश कुमार चतुर्वेदी 18 May 2021 · 2 min read तुम पावस में घर आ जाना जाते हो परदेस पिया, तुम पावस में घर आ जाना प्रेम से भीगी वर्षा ऋतु को, साजन भूल ना जाना तुम पावस में घर आ जाना बिजली कड़के बादल गरजे,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 13 383 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 May 2021 · 1 min read मैं वर्षा का नीर हूं निर्मल मैं वर्षा का नीर हूं निर्मल उज्जवल धारा में बहता हूं बादल बनकर उड़ता फिरता रिमझिम धरती पर गिरता हूं आता हूं मूसलाधार कभी हाहाकार मचा देता हूं नदी नाले... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 14 394 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 May 2021 · 1 min read सावन मास निराला सखी बरस रहा रिमझिम सावन, भिगो रहा मन का आंगन सखी बरस रहा रिमझिम साबन चंहुओर छाई हरियाली है, मनमोहक छटा निराली है घनघोर घटाएं छाईं हैं, नदियां भरी भराई... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 3 6 290 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 May 2021 · 1 min read छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर छुपा हुआ अंतस में सूरज,आए नजर न भोर रे मन छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर काम क्रोध मद लोभ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 6 8 877 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 16 May 2021 · 1 min read पिया मिलन की प्यास तन मन की हुई तपन शांत, मेघा अमृत बरसाए धरती ने ओढ़ी हरी चुनरिया, जन जन का मन हर्षाए दादुर मोर पपीहा बोले, पीहू पीहू शब्द सुनाए प्रेमामृत पिय का... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 14 719 Share