Keshi Gupta “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Keshi Gupta 29 May 2021 · 1 min read मन बरसते मेघ को देख भीगने को करता है मन उठती उमंगों में बहक जाने को करता है मन उठती मिट्टी की महक से महक जाता है मन यार की यादों... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 6 722 Share