शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Jun 2021 · 1 min read **टिप-टिप मेरे मेघ बरस** आहट पाकर रिम-झिम रिम-झिम, खग कुल की बदली है रौनक़, दीख रही है मञ्जुल मञ्जुल, किसलय की कोपल भी सुन्दर, डाल डाल पर गीत बज रहे सरस, टिप-टिप मेरे मेघ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 10 361 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 28 May 2021 · 1 min read 【 जब हुई बरसात आँगन में,वो बीते दिन याद आए】 जब हुई बरसात आँगन में, वो बीते दिन याद आए। जो दीपक जलता था, झरोखे के तले, उसका बुझना ठण्डी हवा के झोकों से, फिर जलाना उसी दृढ़ उत्साह के... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 2 565 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 27 May 2021 · 1 min read 【अश्रुरूपी गीतों की बरसात】 तेरे गीतों की,मेरे आँखों से बरसातें होतीं हैं, संसार से आती हैं जो आवाजें, तुझे ही खोजता हूँ अपने मन से, जो ख़्याल बनकर, लफ्ज़ बने, उन्ही लफ्जों में तेरी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 3 3 486 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 May 2021 · 1 min read **बरसात** ब बन्धन से जब स्वतंत्र हों, ज्ञानदीप जले, जले साथ ही अगणित शत्रु छिपे हुए तन में, तन ही ज्ञानाज्ञानाश्रय है और विवेक शिखर, शिखर पर बैठा प्रभु करता अमृत... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 5 276 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 May 2021 · 1 min read "सहजविद्या की प्राप्ति ही वास्तविक वृष्टि" अव्याकृता है सरल दृष्टि उसकी, अनुस्यूत जिसमें ब्रह्माण्ड सारा, अधम भी अनुभव करे पुण्यशाली, मातृका निज ममता पिरोती, है विवेचित शब्दों का अन्तर, प्रेमहेतु सृजन करता वह सृष्टि, सहज विद्या... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 3 454 Share