sushil sharma "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid sushil sharma 1 Nov 2018 · 1 min read माँ पर दोहे माँ पर दोहे सुशील शर्मा जीवन तपती धूप है, तू शीतल सी धार। थपकी लोरी में छुपा, माँ का अनगढ़ प्यार।। तुझ से ही सांसे मिलीं, तुझ से जीवन गीत।... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 19 969 Share