Mamta Kalra "माँ" - काव्य प्रतियोगिता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Mamta Kalra 15 Nov 2018 · 1 min read माँ ग़मे-ज़िंदगी में कहाँ नहीं होती... जाने कैसे जीते हैं, जिनकी माँ नहीं होती ग़मे-ज़िंदगी में बोलो, वो कहाँ नहीं होती माँ से ही होती हैं, ज़िंदगी में सारी रौनकें कोई ऐसा मक़ाम नहीं, माँ जहाँ... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 23 137 841 Share