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About the book
वर्त्तमान काल में ग़ज़ल उपरवर्णित विभिन्न परिप्रेक्ष्यों में प्रभावपूर्ण प्रतिनिधित्व करते हुए समाज के सभी वर्गों का हित साधने हेतु प्रबोधन अथवा चेतावनी अथवा जन-जागरण की भूमिका का भली भाँति... Read more
Book details
Publication Date: 7 July 2020
Language: Hindi
Genre: Poetry
Size: 5.5x8.5
Pages: 102
ISBN (Paperback): 9789389100518
ISBN (Ebook): 9789389100532