Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Nov 2022 · 1 min read

Book of the day: महादेवी के गद्य साहित्य का अध्ययन

Book of the day: महादेवी के गद्य साहित्य का अध्ययन

डा. शैलजा सिन्हा जी ने इस शोध ग्रन्थ में, छायावाद की प्रसिद्ध कवयित्री एवम् समर्थ गद्य-लेखिका, महादेवी वर्मा जी की गद्य रचनाओं का विस्तृत विवेचन किया है।

Read here: https://sahityapedia.com/?p=170271

4 Likes · 255 Views

You may also like these posts

सर-ए-बाजार पीते हो...
सर-ए-बाजार पीते हो...
आकाश महेशपुरी
मुश्किल राहों पर भी, सफर को आसान बनाते हैं।
मुश्किल राहों पर भी, सफर को आसान बनाते हैं।
Neelam Sharma
- में अब अकेला जीना चाहता हु -
- में अब अकेला जीना चाहता हु -
bharat gehlot
झाग की चादर में लिपटी दम तोड़ती यमुना
झाग की चादर में लिपटी दम तोड़ती यमुना
Rakshita Bora
2468.पूर्णिका
2468.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हर घर एक तिरंगे जैसी
हर घर एक तिरंगे जैसी
surenderpal vaidya
ख्वाब
ख्वाब
लक्की सिंह चौहान
"कमाल"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या लिखूं
क्या लिखूं
पूर्वार्थ
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
साहित्यकार कौन
साहित्यकार कौन
Kanchan verma
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
सत्य कुमार प्रेमी
सब कुछ दिखावा लगता है
सब कुछ दिखावा लगता है
नूरफातिमा खातून नूरी
इक शाम दे दो. . . .
इक शाम दे दो. . . .
sushil sarna
वो सिर्फ ५० वोटर कार्ड नहीं थे
वो सिर्फ ५० वोटर कार्ड नहीं थे
Abasaheb Sarjerao Mhaske
करते हैं जो हृदय- निमंत्रण झूठे हैं...
करते हैं जो हृदय- निमंत्रण झूठे हैं...
Priya Maithil
त्रिपदा
त्रिपदा
Rambali Mishra
मोक्ष पाने के लिए नौकरी जरुरी
मोक्ष पाने के लिए नौकरी जरुरी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सरदार भगतसिंह
सरदार भगतसिंह
Dr Archana Gupta
होते हैं उस पार
होते हैं उस पार
RAMESH SHARMA
*पल-भर में खुश हो गया, दीखा कभी उदास (कुंडलिया)*
*पल-भर में खुश हो गया, दीखा कभी उदास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🌺फूल की संवेदना🌻
🌺फूल की संवेदना🌻
Dr. Vaishali Verma
मुझे ना पसंद है*
मुझे ना पसंद है*
Madhu Shah
रहमत थी हर जान ,,,
रहमत थी हर जान ,,,
Kshma Urmila
मिलोगे जब हमें प्रीतम मुलाकातें वही होगी
मिलोगे जब हमें प्रीतम मुलाकातें वही होगी
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
वर्तमान का सोशल मीडिया अच्छे अच्छे लोगो को बाजारू बना दिया ह
वर्तमान का सोशल मीडिया अच्छे अच्छे लोगो को बाजारू बना दिया ह
Rj Anand Prajapati
ये चांद सा महबूब और,
ये चांद सा महबूब और,
शेखर सिंह
वर्षा आई
वर्षा आई
Radha Bablu mishra
नेम प्रेम का कर ले बंधु
नेम प्रेम का कर ले बंधु
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आत्महत्या कर के भी, मैं जिंदा हूं,
आत्महत्या कर के भी, मैं जिंदा हूं,
Pramila sultan
Loading...