Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jun 2024 · 1 min read

As I grow up I realized that life will test you so many time

As I grow up I realized that life will test you so many times until the day that being strong is your only choice, I’ve experienced countless breakdowns, feeling lost while asking myself what is my purpose, I found myself settling for less and judge by a lot of people, I’ve been used and forgotten but I don’t regret any of those moments because I’ve learned a lot.
I’ve learned who I can trust, I’ve learned if people are lying or sincere, I’ve learned that time is important and you must not waste it complaining why you live like this or like that.
I’ve learned how to be tough and to guard my heart when it’s necessary. I’ve learned that history sometimes never repeats itself and sometimes you have to let go and move towards the blessings you deserve. I’ve been buried in the dark a few times and I learned to love myself in there. Being in the dark doesn’t mean you’ve been defeated because hope begins in the dark, the bigger the hope in your heart the wider the light that will mold you to be the better version of yourself.

76 Views

You may also like these posts

पानी- पानी ....
पानी- पानी ....
sushil sarna
उफ़ ये गहराइयों के अंदर भी,
उफ़ ये गहराइयों के अंदर भी,
Dr fauzia Naseem shad
पीड़ाएं सही जाती हैं..
पीड़ाएं सही जाती हैं..
Priya Maithil
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कोई गज़ल गा दीजिए
कोई गज़ल गा दीजिए
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
यह देश भी क्या कोई देश है?
यह देश भी क्या कोई देश है?
Shekhar Chandra Mitra
खत
खत
Punam Pande
रुकता समय
रुकता समय
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
**तीखी नजरें आर-पार कर बैठे**
**तीखी नजरें आर-पार कर बैठे**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दुख होला झगरा कइला से
दुख होला झगरा कइला से
आकाश महेशपुरी
2481.पूर्णिका
2481.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*******खुशी*********
*******खुशी*********
Dr. Vaishali Verma
"ज़ायज़ नहीं लगता"
ओसमणी साहू 'ओश'
तुम्हारी उपस्थिति में,
तुम्हारी उपस्थिति में,
पूर्वार्थ
चाँद ने एक दिन चाँदनी से कहा
चाँद ने एक दिन चाँदनी से कहा
कुमार अविनाश 'केसर'
" अजनबी "
Dr. Kishan tandon kranti
किसी और के आंगन में
किसी और के आंगन में
Chitra Bisht
"" *सुनीलानंद* ""
सुनीलानंद महंत
कविता हंसना
कविता हंसना
Akib Javed
माइल है दर्दे-ज़ीस्त,मिरे जिस्मो-जाँ के बीच
माइल है दर्दे-ज़ीस्त,मिरे जिस्मो-जाँ के बीच
Sarfaraz Ahmed Aasee
कब तक कौन रहेगा साथी
कब तक कौन रहेगा साथी
Ramswaroop Dinkar
घर के राजदुलारे युवा।
घर के राजदुलारे युवा।
Kuldeep mishra (KD)
पूज्य पिता की पुण्यतिथि
पूज्य पिता की पुण्यतिथि
महेश चन्द्र त्रिपाठी
■
■ "डमी" मतलब वोट काटने के लिए खरीद कर खड़े किए गए अपात्र व अय
*प्रणय*
सबने मिलकर जिसको आगे बढ़ाया,
सबने मिलकर जिसको आगे बढ़ाया,
Ajit Kumar "Karn"
मैं उसका और बस वो मेरा था
मैं उसका और बस वो मेरा था
एकांत
- दिल की बाते शायद में मेरे दिल में रख पाऊ -
- दिल की बाते शायद में मेरे दिल में रख पाऊ -
bharat gehlot
धर्म-कर्म (भजन)
धर्म-कर्म (भजन)
Sandeep Pande
मां कात्यायनी
मां कात्यायनी
Mukesh Kumar Sonkar
Loading...