Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2024 · 1 min read

मैंने क़ीमत

मैंने क़ीमत कोई नहीं रक्खी ,
तुम मेरा मोल क्या लगाओगे ।
डॉ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
5 Likes · 2 Comments · 122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
कुछ काम करो , कुछ काम करो
कुछ काम करो , कुछ काम करो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जीवन संगिनी
जीवन संगिनी
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जलियांवाला बाग
जलियांवाला बाग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
लगातार अथक परिश्रम एवं अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण से
लगातार अथक परिश्रम एवं अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण से
Rj Anand Prajapati
परलकोट (पखांजूर)
परलकोट (पखांजूर)
Dr. Kishan tandon kranti
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
Extra Charge
Extra Charge
AJAY AMITABH SUMAN
दीवानों की चाल है
दीवानों की चाल है
Pratibha Pandey
धरा प्रकृति माता का रूप
धरा प्रकृति माता का रूप
Buddha Prakash
रिटायमेंट (शब्द चित्र)
रिटायमेंट (शब्द चित्र)
Suryakant Dwivedi
మగువ ఓ మగువా నీకు లేదా ఓ చేరువ..
మగువ ఓ మగువా నీకు లేదా ఓ చేరువ..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
हर चीज़ पर जल्दबाज़ी न करें..समस्या यह है कि आप अपना बहुत अध
हर चीज़ पर जल्दबाज़ी न करें..समस्या यह है कि आप अपना बहुत अध
पूर्वार्थ
जिस यात्रा का चुनाव
जिस यात्रा का चुनाव
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कैसा
कैसा
Ajay Mishra
जिंदगी भी रेत का सच रहतीं हैं।
जिंदगी भी रेत का सच रहतीं हैं।
Neeraj Agarwal
मेरे स्वप्न में आकर खिलखिलाया न करो
मेरे स्वप्न में आकर खिलखिलाया न करो
Akash Agam
हमारी तकदीर कोई संवारेगा!
हमारी तकदीर कोई संवारेगा!
सिद्धार्थ गोरखपुरी
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Shankar Dwivedi (July 21, 1941 – July 27, 1981) was a promin
Shankar Dwivedi (July 21, 1941 – July 27, 1981) was a promin
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
तेरे मेरे सपने
तेरे मेरे सपने
Dr. Rajeev Jain
चाहत अभी बाकी हैं
चाहत अभी बाकी हैं
Surinder blackpen
मेरी भावों में डूबी ग़ज़ल आप हैं
मेरी भावों में डूबी ग़ज़ल आप हैं
Dr Archana Gupta
*
*"देश की आत्मा है हिंदी"*
Shashi kala vyas
एक तरफ मां के नाम पर,
एक तरफ मां के नाम पर,
नेताम आर सी
*जीता है प्यारा कमल, पुनः तीसरी बार (कुंडलिया)*
*जीता है प्यारा कमल, पुनः तीसरी बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
श्याम भजन -छमाछम यूँ ही हालूँगी
श्याम भजन -छमाछम यूँ ही हालूँगी
अरविंद भारद्वाज
संघर्ष की राहों पर जो चलता है,
संघर्ष की राहों पर जो चलता है,
Neelam Sharma
4027.💐 *पूर्णिका* 💐
4027.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रभात वर्णन
प्रभात वर्णन
Godambari Negi
Loading...