Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2024 · 1 min read

Adhyatam

अहिंसा का पथ जिसने संसार को है दिखलाया।
जिओ और जीने दो का पाठ संसार को है पढाया।
मै ही नही सत्य तुम भी सत्य हो यह भाव बताया।
जाना सभी को है फिर क्यो इतना संचय समझाया।
सारा संसार सुरक्षित रहे ऐसा मार्ग सबको बताया।
संसार दुखो से कैसे मुक्त हो वह मार्ग सबको बताया।
ऐसे त्रिशलानंदन महावीर तुम्हारी सदा ही जय हो।
ऐसे जगत कल्याणक महावीर की सदा ही जय हो।

विपिन

37 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बहू बनी बेटी
बहू बनी बेटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नरसिंह अवतार विष्णु जी
नरसिंह अवतार विष्णु जी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नफरतों के शहर में प्रीत लुटाते रहना।
नफरतों के शहर में प्रीत लुटाते रहना।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दोस्ती एक पवित्र बंधन
दोस्ती एक पवित्र बंधन
AMRESH KUMAR VERMA
प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
surenderpal vaidya
!! मैं कातिल नहीं हूं। !!
!! मैं कातिल नहीं हूं। !!
जय लगन कुमार हैप्पी
विदाई गीत
विदाई गीत
Suryakant Dwivedi
घर संसार का बिखरना
घर संसार का बिखरना
Krishna Manshi
7. तेरी याद
7. तेरी याद
Rajeev Dutta
एक दिया उम्मीदों का
एक दिया उम्मीदों का
Sonam Puneet Dubey
हया
हया
sushil sarna
राजनीतिकों में चिंता नहीं शेष
राजनीतिकों में चिंता नहीं शेष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*राम हमारे मन के अंदर, बसे हुए भगवान हैं (हिंदी गजल)*
*राम हमारे मन के अंदर, बसे हुए भगवान हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कान्हा तेरी मुरली है जादूभरी
कान्हा तेरी मुरली है जादूभरी
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
📚पुस्तक📚
📚पुस्तक📚
Dr. Vaishali Verma
"ऐतबार"
Dr. Kishan tandon kranti
झूठ की जीत नहीं
झूठ की जीत नहीं
shabina. Naaz
😢आज का सबक़😢
😢आज का सबक़😢
*प्रणय प्रभात*
*मन राह निहारे हारा*
*मन राह निहारे हारा*
Poonam Matia
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
हमारे जख्मों पे जाया न कर।
Manoj Mahato
प्यार है नही
प्यार है नही
SHAMA PARVEEN
गांधी जी के आत्मीय (व्यंग्य लघुकथा)
गांधी जी के आत्मीय (व्यंग्य लघुकथा)
गुमनाम 'बाबा'
शुभ प्रभात संदेश
शुभ प्रभात संदेश
Kumud Srivastava
गंगा से है प्रेमभाव गर
गंगा से है प्रेमभाव गर
VINOD CHAUHAN
ओढ़कर कर दिल्ली की चादर,
ओढ़कर कर दिल्ली की चादर,
Smriti Singh
यह तो हम है जो कि, तारीफ तुम्हारी करते हैं
यह तो हम है जो कि, तारीफ तुम्हारी करते हैं
gurudeenverma198
मन का चोर अक्सर मन ही बतला देता,
मन का चोर अक्सर मन ही बतला देता,
Ajit Kumar "Karn"
अधूरा ही सही
अधूरा ही सही
Dr. Rajeev Jain
3180.*पूर्णिका*
3180.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुछ लोगों के बाप,
कुछ लोगों के बाप,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...