ये सुबह खुशियों की पलक झपकते खो जाती हैं,
दोस्तों बात-बात पर परेशां नहीं होना है,
प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
स्वामी ब्रह्मानंद (स्वतंत्र भारत के पहले संत सांसद)
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
परिमल पंचपदी - नवीन विधा
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ध्यान सारा लगा था सफर की तरफ़
हमने भी तुझे दिल से निकाल दिया
मिटता नहीं है अंतर मरने के बाद भी,