500 और 1000/मंदीप
500 और 1000/मंदीप
देखो मच गया आज फिर हाहाकार,
पाँच सौ और हजार के नोटो पर सब कर रहे विचार।
समय का चक्र ऐसा चला,
हजार का नोट भी हुआ लाचार।
करते थे जो गमंड काले धन पर,
धन वो हो गया आज सब बेकार।
होगा ना अब कभी इकट्टा काला धन,
देखो चिप वाले नोट ले आई मोदी सरकार।
ना बिगड़ा”मंदीप” कुछ भी बेइमानो का,
या तो फिर से पड़ी आम आदमी पर मार।
मंदीपसाई