5 कीमती हो जाते हैं
5 कीमती हो जाते हैं
चलो फिर से कीमती हो जाते हैं
मिले ही नहीं थे ऐसे खो जाते है ….
जरूरत ही नहीं उन्हें दुआओं की भी
पहले आसमां पे ही खुदा हो जाते हैं
खाब की आंखों में रात के परदे ,
डाल दो आंसू सिमट के सो जाते हैं
चाहा ख्वाहिशों की ना उगे फसल ,
हंस किसमतों के बीज बो जाते हैं
जान लेना गुनाह तो खुदा मुजरिम
लेकिन मौहलतें भी दे जाते हैं
सुना है सच्चा प्यार ठुकराने वाले
सात जन्मों को जुदा हो जाते हैं
गम रुला सका ना दर्द की जुर्रत
एक नाम सुनते ही हम रो जाते है
– क्षमा ऊर्मिला