4967.*पूर्णिका*
4967.*पूर्णिका*
🌷 रब ने हमें मिलाया है 🌷
2212 1222
रब ने हमें मिलाया है ।
जीना यहाँ सिखाया है ।।
इतिहास भी बने अपना।
सुंदर जहां दिखाया है ।।
सच देख ले मुसाफिर हम।
चल साथ वक्त बिताया है ।।
होती न रात अंधेरी ।
रौशन पलक बिछाया है ।।
साथी बने सजन खेदू।
चलके पर्वत हिलाया है ।।
…..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
14-11-2024गुरुवार