4950.*पूर्णिका*
4950.*पूर्णिका*
🌷 जो चाहोगे सब होगा 🌷
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जो चाहोगे सब होगा ।
सपना अपना सब होगा।।
दुनिया महकेगी हरदम ।
रख लो चाहत सब होगा।।
हाथ लगेगी खुशियाँ भी ।
साथ चलोगे सब होगा।।
फूल खिले बगिया महके।
फूलों सा मन सब होगा।।
साथी सुख दुख का खेदू।
जीवन सुंदर सब होगा।।
…….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
13-11-2024बुधवार