4930.*पूर्णिका*
4930.*पूर्णिका*
🌷 दीन दुखियों का सहारा बने 🌷
2122 2122 12
दीन दुखियों का सहारा बने।
नेक सुंदर सा नजारा बने।।
देख दुनिया बदलती है यहाँ ।
पार दरिया हम किनारा बने ।।
गीत गूंजे यूं मनोहर कहीं।
साज भी देखो निखारा बने।।
संग आलम क्या नहीं जिंदगी।
बात अपनी बस करारा बने ।।
बांटते हैं आज खेदू खुशी।
चाह जीवन मस्त हमारा बने ।।
……..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
11-11-2024सोमवार