4894.*पूर्णिका*
4894.*पूर्णिका*
🌷 जाना तो सबको एक दिन 🌷
22 22 2212
जाना तो सबको एक दिन।
सुंदर हो अपना एक दिन ।।
मन आज यहाँ जब दर्द मिटे।
अफसोस जहाँ है एक दिन ।।
बन दीवाना पागल यहाँ ।
जिंदाददिल क्या एक दिन ।।
साथ निभाते साथी बने।
दिख ही जाता है एक दिन ।।
खून पसीना खेदू करें।
पूरा हर सपना एक दिन ।।
……..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
08-11-2024शुक्रवार