4860.*पूर्णिका*
4860.*पूर्णिका*
🌷 तू दूर ना अब रहा कर हमसे 🌷
2212 2122 22
तू दूर ना अब रहा कर हमसे।
दिल की यहाँ सब कहा कर हमसे ।।
यूं देखना बदल जाएगा वक्त ।
कलकल नदी सी बहा कर हमसे।।
परवाह हम देख करते हरदम ।
दर्द क्या बता के सहा कर हमसे।।
खुशियाँ जहाँ गम नहीं कुछ सच में ।
पूरी मुरादें चहा कर हमसे।।
खिलते यहाँ फूल देखो खेदू।
दुनिया नयी सी महा कर हमसे।।
………✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
06-11-2024बुधवार