4811.*पूर्णिका*
4811.*पूर्णिका*
🌷 बदलता है वक्त भी 🌷
2122 22
बदलता है वक्त भी ।
मचलता है वक्त भी ।।
जिंदगी रंगे सच ।
बहलता है वक्त भी ।।
डर नहीं जग में कुछ ।
दहलता है वक्त भी ।।
देख बहती धारा ।
चहलता है वक्त भी ।।
संग चलते खेदू।
ठहरता है वक्त भी ।।
……..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
01-11-2024शुक्रवार