4804.*पूर्णिका*
4804.*पूर्णिका*
🌷 थामा दामन हमने 🌷
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थामा दामन हमने।
थामा दामन तुमने।।
दुनिया देखो सुंदर।
साजे दामन तुमने।।
खुशियांँ अपनी खुशियांँ ।
बांटा दामन तुमने।।
दरिया दिल है अपना।
समझा दामन तुमने।।
प्यार जहाँ दे खेदू।
रंगे दामन तुमने।।
……..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
01-11-2024शुक्रवार