4741.*पूर्णिका*
4741.*पूर्णिका*
🌷 कितना इंतजार कराओगे 🌷
22 212 22 22
कितना इंतजार कराओगे।
सच तुम कब विहार कराओगे।।
चाहत रंग कर ना तरसाओं ।
और न बेकरार कराओगे।।
वक्त के साथ रखते कदम यहाँ ।
बिगड़े कब सुधार कराओगे।।
पागल प्यार में हम तो तेरे ।
दिल अपना निखार कराओगे।।
दुनिया दे खुशी हरदम खेदू।
मौसम शानदार कराओगे।।
……….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
23-10-2024बुधवार