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21 Oct 2024 · 1 min read

4726.*पूर्णिका*

4726.*पूर्णिका*
🌷 नाता तुमसे सबकुछ 🌷
22 22 22
नाता तुमसे सबकुछ।
भाता तुमको सबकुछ ।।
मन अपना रंगीला ।
गाता हरदम सबकुछ ।।
सुख है तो दुख भी है ।
लाता हर्ष वक्त सबकुछ ।।
खुशियों से खुश देखो।
जाता दिल में सबकुछ ।।
प्यार जहाँ हो खेदू।
दाता अपना सबकुछ ।।
……….✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
21-10-2024सोमवार

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