4707.*पूर्णिका*
4707.*पूर्णिका*
🌷 मगन यहाँ मतवाले🌷
22 22 22
मगन यहाँ मतवाले।
कौन यहाँ रखवाले।।
रहते अपनों में मस्त।
कौन यहाँ दिलवाले।।
दर्द का अहसास नहीं ।
कौन समझने वाले।।
समस्या ही समस्या है ।
कौन बदलने वाले ।।
बांध कफन यूं खेदू।
कौन निकलने वाले।।
……..✍ डॉ.खेदू भारती “सत्येश”
19-10-2024शनिवार